'CSK ने कराया देश का नुकसान', माही के पूर्व साथी ने खोजा टीम इंडिया की शर्मिंदगी में इनका रोल!
हाल ही में न्यूज़ीलैंड ने भारत को तीन टेस्ट की सीरीज़ में 3-0 से हरा दिया. इस हार के बाद से टीम इंडिया को खूब सुनाया जा रहा है. लेकिन अब इस हार में चेन्नई सुपर किंग्स का रोल भी सामने आया है.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने चेन्नई सुपर किंग्स को सुना दिया है. आखिरी बार इसी फ़्रैंचाइज़ के लिए IPL खेले उथप्पा की नाराजगी भारत को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में मिली हार से भी जुड़ी है. दरअसल इस सीरीज़ से पहले, न्यूज़ीलैंड के रचिन रविंद्र ने ट्रेनिंग के लिए CSK की अकैडमी का इस्तेमाल किया था. और उथप्पा इससे नाराज हैं.
दरअसल इस सीरीज़ से पहले न्यूज़ीलैंड वाले अफ़ग़ानिस्तान के खिलाफ़ एक टेस्ट खेलने ग्रेटर नोएडा आए हुए थे. और इसी से पहले रविंद्र ने भारतीय हालात से तालमेल बिठाने के लिए CSK अकैडमी में ट्रेनिंग की. इस ट्रेनिंग का फायदा भारत के खिलाफ़ पहले ही टेस्ट में दिखा. बेंगलुरु में रचिन ने पहली पारी में 134 रन बनाए. और फिर दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाकर न्यूज़ीलैंड को आसान जीत दिला दी. रविंद्र को इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया था.
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न्यूज़ीलैंड के हाथों क्लीन स्वीप के बाद उथप्पा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,
'रचिन रविंद्र यहां आए और CSK अकैडमी में प्रैक्टिस की. CSK एक सुंदर फ़्रैंचाइज़ है. और ये हमेशा ही अपने प्लेयर्स का ध्यान रखती है लेकिन कहीं तो लाइन खिंचनी चाहिए, जहां देश का हित आपकी फ़्रैंचाइज़ प्लेयर्स से पहले आए. खासतौर से तब, जब वह एक विदेशी प्लेयर हो और हमारे देश के खिलाफ़ खेलने आया हो.'
साल 2021 और 2022 में CSK के लिए खेल चुके उथप्पा ने कहा कि फ़्रैंचाइज़ हमेशा ही अपने प्लेयर्स का ख्याल रखने के लिए हदें पार कर जाती हैं. लेकिन इस पर कहीं तो रोक होनी चाहिए. उथप्पा बोले,
'मुझे इससे आश्चर्य नहीं हुआ कि CSK हमेशा ही आगे बढ़कर अपने प्लेयर्स की मदद करती है, लेकिन कहीं ना कहीं इस दयालुता में... शायद मैं सही बात नहीं बोल रहा, मैं CSK से प्यार करता हूं. लेकिन जब देश की बात आती है, तो कहीं ना कहीं एक लाइन होनी चाहिए. जिसे कोई क्रॉस ना करे.'
साल 2007 का T20 वर्ल्ड कप जीत चुके उथप्पा ने आगे रविंद्र की तारीफ़ भी की. उन्होंने बेंगलुरु के शतक को भारतीय सरज़मीं पर किसी विदेशी द्वारा खेली गई बेस्ट पारियों में से एक भी बताया. उथप्पा बोले,
'तैयारी के हिसाब से रचिन रविंद्र ने बेहतरीन बैटिंग की. ये किसी विदेशी की भारत में बेस्ट पारियों में से एक है. उस विकेट पर, 157 गेंदों में 134 रन. ये सॉलिड बैटिंग थी. इस पारी से रचिन ने दिखाया कि वह न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के भविष्य हैं.'
रचिन ने पुणे में हुए दूसरे टेस्ट में भी बल्ले का दम दिखाया. पहली पारी में उन्होंने 65 रन बनाए. इस सीरीज़ में रचिन सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में नंबर दो पर थे. रचिन ने 51.20 की ऐवरेज़ से छह पारियों में 256 रन जोड़े. इस मामले में उनसे आगे बस भारतीय विकेट-कीपर ऋषभ पंत का नाम रहा.
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