रिज़वान बवाल के बीच साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर के बल्ले की फ़ोटो क्यों वायरल हुई?
केशव हाल ही में भारत दौरे पर आए थे. और उस वक्त उन्होंने तिरुवनंतपुरम में पवित्र पद्नाभस्वामी मंदिर के दर्शन भी किए थे.
नीदरलैंड्स ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 में साउथ अफ्रीका को हराकर फ़ैन्स की मौज कर दी थी. इसके बाद ढेर सारे मीम्स वायरल हुए. और साथ ही वायरल हुई एक फ़ोटो, जो एक बॉलर से जुड़ी हुई थी. हालांकि इस फ़ोटो के वायरल होने में मोहम्मद रिज़वान का भी हाथ था. ये फ़ोटो रिज़वान की नमाज़ कॉन्ट्रोवर्स के बाद से ही चर्चा में थी. फ़ोटो साउथ अफ्रीका के बॉलर केशव महाराज के बल्ले की थी. और वायरल इसलिए हुई क्योंकि इस पर एक खास स्टिकर लगा है.
मैच के दौरान, बड़ी स्क्रीन पर दिखे केशव के बल्ले पर 'ऊं' का स्टिकर लगा हुआ था. केशव के बल्ले पर पहले भी ये स्टिकर पाया गया है. वो हिंदू धर्म को मानते हैं और वो भारतीय मूल के ही हैं. केशव फिलहाल साउथ अफ्रीकन क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा हैं. इंडिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक़ उनका नाता उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिले से है. केशव के पूर्वज क़रीब 150 साल पहले सुल्तानपुर से जाकर दक्षिण अफ्रीका के डरबन में जाकर बस गए थे. दक्षिण अफ्रीका में बसने के बाद भी केशव सनातन परंपरा और हिंदू धर्म में गहरी आस्था रखते हैं. वो कई मौकों पर इसका सबूत भी दे चुके हैं.
केशव हाल ही में भारत दौरे पर आए थे और उस वक्त उन्होंने तिरुवनंतपुरम में पवित्र पद्नाभस्वामी मंदिर के दर्शन किए थे. यहां पहुंचकर उन्होंने पूजा-अर्चना की और फिर सभी को नवरात्र की शुभकामनाएं भी दीं.
केशव ने 2022 में शादी की. उनकी पत्नी लेरिशा मुनसामी, जो लंबे समय से उनकी गर्लफ्रेंड थीं, एक कथक डांसर हैं. दोनों ने लंबे समय तक एक साथ समय बिताने के बाद शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया और भारतीय परिधान में शादी की. दोनों ने तीन साल पहले ही सगाई कर ली थी, पर कोविड की वजह से शादी में देर हुई.
मैच में क्या हुआ था?केशव महाराज ने नीदरलैंड्स के खिलाफ़ शानदार बैटिंग की थी. उन्होंने 37 बॉल में 40 रन की पारी खेली थी, पर इतना काफ़ी नहीं था. इसके बावजूद नीदरलैंड्स ने मैच 38 रन से जीत लिया. हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ये मैच खेला गया था. साउथ अफ्रीका के कैप्टन टेंबा बवुमा ने टॉस जीता और पहले फील्डिंग करने का फैसला लिया. 82 रन पर नीदरलैंड्स के पांच बल्लेबाज़ वापस पविलियन लौट चुके थे.
यानी टॉप ऑर्डर वाली समस्या बवुमा के सामने नहीं थी. पारी को संभाला नीदरलैंड्स के कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने. एडवर्ड्स ने शानदार बैटिंग की. 69 बॉल में 78 रन जो बनाए सो बनाए, अपने टेल-एंडर्स को क्रीज़ से जिनता हो सका, दूर रखा. हालांकि, टेल-एंडर्स ने टीम के लिए अहम रन्स भी बनाकर दिए.
रोलोफ़ वैन डर मर्व और भारतीय मूल के बॉलर आर्यन दत्त की भी तारीफ़ होनी चाहिए. वैन डर मर्व ने 19 बॉल में 29 और आर्यन ने नौ बॉल में 23 रन कूट दिए. सब मिला-जुलाकर नीदरलैंड्स किसी तरह 245 तक पहुंच गई. बता दें, रोलोफ़ वैन डर मर्व 2010 तक साउथ अफ्रीका के लिए खेलते थे, उसके बाद उन्होंने नीदरलैंड्स के लिए खेलना शुरू कर दिया. दिलचस्प ये भी है कि नीदरलैंड्स दल के नौ बंदों की जड़ें साउथ अफ्रीका से ही हैं.
श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया को हराकर आ रही टीम (साउथ अफ्रीका) के लिए ये 246 रन का चेज़ आसान होना चाहिए था. पर ऐसा हुआ नहीं. साउथ अफ्रीक ने पहले विकेट के लिए 36 रन जोड़े. आसानी से. क्विंटन डी कॉक पिछले दो मैच में शतक लगाकर आए थे. गज़ब की फॉर्म. उनके साथ टेंबा बवुमा भी आसानी से रन्स बना रहे थे. हालांकि, फिर विकेट्स गिरने की कड़ी शुरू हुई. 36 पर एक, 39 पर दो, 42 पर तीन और 44 पर चार. इस मैच से पहले लोग दबी आवाज़ में कह रहे थे, साउथ अफ्रीका तगड़ी लग रही है. चार विकेट गिरने के बाद, फिर ‘चोकर’ वाले तंज वापस आ गए.
डेविड मिलर जब तक टिके थे, तब तक साउथ अफ्रीका के लिए कुछ उम्मीद बची थी. 31वें ओवर में मिलर के आउट होने के बाद नीदरलैंड्स की जीत लगभग पक्की हो गई. आखिर में, स्कॉट की टीम ने इस मैच को 38 रन से जीत लिया. आखिर में केशव ने शानदार बैटिंग की, पर उनकी पारी टीम को जीत की दहलीज़ तक नहीं पहुंचा सकी.
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