ऋषभ सबसे... पंत ने तोड़ा रिकॉर्ड तो तारीफ में क्या बोल गए दिग्गज?
ऋषभ पंत मॉर्डन डे टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाज हैं. ऐसा दावा किया है पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने. मुंबई टेस्ट में पंत की बैटिंग देखने के बाद आकाश ने ये बातें की. पंत ने यहां कमाल का पचासा जड़ा.
ऋषभ पंत मॉडर्न डे टेस्ट क्रिकेट में सबसे कीमती प्लेयर हैं. ऐसा पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा को लगता है. आकाश के मुताबिक, पंत कंसिटेंट एंटरटेनमेंट करते हैं इसलिए उनका ये रुतबा होना चाहिए. पंत ने शनिवार, 2 नवंबर को वानखेडे टेस्ट की पहली पारी में ऐसी ही धाकड़ बैटिंग की.
पंत शुक्रवार को ही क्रीज़ पर आ गए थे. लेकिन उस दिन उन्हें ज्यादा वक्त नहीं मिला. इसके बाद पंत ने शनिवार दिन की शुरुआत से ही न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों पर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया. उन्होंने दिन के पहले ही ओवर में लेफ़्ट आर्म स्पिनर एजाज़ पटेल को दो बाउंड्रीज़ जड़ दीं.
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उन्होंने न्यूज़ीलैंड के स्पिनर्स को जमने के मौके ना देते हुए लगातार अटैक जारी रखा. दिन के पहले घंटे में न्यूज़ीलैंड के बोलर्स लगातार बैकफ़ुट पर रहे. पंत और गिल ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए 96 रन जोड़ डाले. और इस साझेदारी के दम पर इन्होंने टीम को एक और कोलैप्स से भी बचा दिया.
टेस्ट के पहले दिन भारत ने आखिरी 15 मिनट में खूब विकेट गंवाए. टीम 78-1 से देखते ही देखते 84-4 हो गई. पंत की तारीफ करते हुए आकाश ने जियो सिनेमा पर कहा,
'मेरा मानना है कि वह मॉडर्न-डे टेस्ट क्रिकेट में सबसे कीमती प्लेयर हैं. ना सिर्फ़ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में. बैज़बॉल भूल जाइए, वो बस बातें ही हैं. ऋषभ पंत की निरंतरता देखिए. वह जिस तरह से फ़ैन्स को एंटरटेन कर रहे हैं, उससे टेस्ट क्रिकेट में बहुत वैल्यू ऐड हो रही है. मेरा मानना है कि वह टेस्ट क्रिकेट में इस जेनरेशन को परिभाषित करेंगे.'
पंत ने वानखेडे टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ़ 36 गेंदों पर पचासा जड़ा. ये न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ टेस्ट क्रिकेट में किसी भी भारतीय का सबसे तेज पचासा है. हालांकि, वह इस स्कोर को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए. पंत 60 रन बनाकर ईश सोढ़ी का शिकार बने. पंत की तुलना विरेंदर सहवाग से करते हुए आकाश आगे बोले,
'मैं नहीं सोचता कि बैटिंग में बहुत ज्यादा सोचना शामिल होता है. मैं उस वक्त की बात कर रहा, जब आप क्रीज़ पर होते हैं. मामला बस एग्जिक्यूट करने का होता है. आप अपना सोच-विचार क्रीज़ पर पहुंचने से पहले करते हैं. जब आप क्रीज़ पर हैं, तो बस सिचुएशन पर रिएक्ट करना होता है. आपको गेंद देखनी होती है और रिएक्ट करना होता है.
पंत बहुत सारे यकीन के साथ ये काम बहुत अच्छे से करते हैं. वह विरेंदर सहवाग जैसे हैं. सहवाग ऑफ़-स्पिनर को कूटते थे. पंत सेम चीज़ लेफ़्ट-आर्म स्पिनर्स के साथ कर रहे हैं. अगर वह लेफ़्ट-आर्म स्पिनर का सामना कर रहे हैं, तो गेंद मैदान से बाहर जाएगी ही. मैदान की कंडिशन और साइज़ मैटर नहीं करते.'
बता दें कि एक्सिडेंट के बाद, पंत जब से टेस्ट क्रिकेट में लौटे हैं, कमाल ही कर रहे हैं. वापसी में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ़ चेन्नई टेस्ट में सेंचुरी जड़ी. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ बेंगलुरु टेस्ट में 99 रन बनाए. और अब यहां भी पचासा जड़ दिया.
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