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Paris Olympics 2024: नीरज चोपड़ा समेत वो नाम, जो भारत की झोली में डाल सकते हैं ओलंपिक्स मेडल

Paris Olympics 2024 में सात रिज़र्व समेत कुल 117 सदस्यीय भारतीय एथलीट्स का दल हिस्सा लेने वाला है. इस दौरान Neeraj Chopra के अलावा Antim Panghal जैसे युवा एथलीट्स से भी भारत को मेडल की उम्मीद है. चलिए, ऐसे नामों के बारे में जानते हैं, जो इस बरस हमें मेडल दिला सकते हैं.

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PV Sindhu, Neeraj Chopra, Olympics 2024
पीवी सिंधु और नीरज चोपड़ा एक बार फिर मेडल जीतने के प्रबल दावेदार हैं (फोटो: PTI)
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रविराज भारद्वाज
19 जुलाई 2024 (Updated: 8 अगस्त 2024, 23:29 IST)
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खेलों के सबसे बड़े इवेंट ओलंपिक (Paris Olympics 2024) शुरू होने में महज चंद दिनों का समय बचा है. खेलों के इस महाकुंभ की शुरुआत 26 जुलाई से होगी. ये गेम्स 11 अगस्त 2024 तक चलेंगे. हर बार की तरह इस बार भी भारतीय दल इन खेलों की तैयारियों में जोर-शोर के साथ जुटा हुआ है. इस इवेंट में सात रिज़र्व समेत कुल 117 सदस्यीय सदस्यों वाला भारतीय एथलीट्स का दल हिस्सा लेगा. इस दल में एथलेटिक्स से सबसे ज्यादा, 29 सदस्य (11 महिलाएं और 18 पुरुष) शामिल हैं. वहीं, शूटिंग में 21 प्लेयर्स हिस्सा लेने जा रहे हैं.

टोक्यो ओलंपिक्स (Tokyo Olympics 2020) में भारत ने कुल सात मेडल अपने नाम कर इतिहास रचा था. इस बार कोशिश पिछली बार से भी बेहतर प्रदर्शन करने की होगी. टोक्यो ओलंपिक्स के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) पर एक बार फिर सबकी नजरें टिकी होंगी. वहीं, पीवी सिंधु लगातार तीसरी बार ओलंपिक गेम्स में मेडल लाने की दावेदार मानी जा रही हैं. जबकि अंतिम पंघाल (Antim Panghal) और सिफ्त कौर समरा जैसे युवा एथलीट्स से भी भारत को मेडल की उम्मीद है. आइए जानते हैं उन नामों के बारे में, जिनसे मेडल की सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं.

नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra)

लिस्ट की शुरुआत नीरज चोपड़ा के साथ नहीं करना बेईमानी होगी. ये नाम हर इवेंट में भारत के लिए मेडल की गारंटी बन चुका है. टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले 'गोल्डन बॉय' से एक बार फिर पीला तमगा (Gold Medal) लाने की उम्मीदें हैं. ये उम्मीदें उनके निरंतर शानदार प्रदर्शन को देखकर और पुख्ता हो जाती हैं. ओलंपिक्स चैंपियन होने के साथ-साथ नीरज जैवलिन थ्रो के वर्ल्ड चैंपियन भी हैं. नीरज ने एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.

इस साल की बात करें तो नीरज ने पावो नूरमी गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. घरेलू सरजमीं पर हुए फेडरेशन कप में वो पहले नंबर पर रहे. जबकि दोहा डायमंड लीग में दूसरे नंबर पर रहे थे. इस साल वो मांसपेशियों की समस्या से भी जूझते दिखे हैं. इस वजह से नीरज ने ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक 2024 एथलेटिक्स मीट में हिस्सा नहीं लिया था. लेकिन पावो नूरमी गेम्स में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर शानदार वापसी की. पेरिस ओलंपिक्स में याकुब वादलेच, युलियन वेबर, ओलिवर हेलैंडर, केशोर्न वॉलकॉट और एंडरसन पीटर्स नीरज के लिए सबसे बड़े चैलेंज हो सकते हैं.

मीराबाई चानू (Mirabai Chanu)

लिस्ट में अगला नाम है वेटलिफ्टर मीराबाई चानू का. चानू ने वेटलिफ्टिंग की 49KG कैटेगरी में रजत पदक जीत, टोक्यो ओलंपिक्स में भारत का खाता खोला था. एक बार फिर वो मेडल जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं. हालांकि टोक्यो ओलंपिक्स में शानदार प्रदर्शन के बाद से मीराबाई लगातार चोटों से जूझती रही हैं. एशियन गेम्स 2023 के दौरान चानू चोटिल हो गई थीं. जिसका असर उनके प्रदर्शन पर भी दिखा था और वो चौथे नंबर पर रही थीं. इस चोट की वजह से वो लंबे समय तक इवेंट्स से दूर रही थीं.

हालांकि इस साल की शुरुआत से उन्होंने कठिन रिहैबिलिटेशन शुरू किया. जिसका फायदा उन्हें अप्रैल 2024 में हुए फुकेट वर्ल्ड कप के दौरान मिला. मीराबाई ने कुल 184KG का वजन उठाकर पेरिस ओलंपिक्स का टिकट अपने नाम किया. अब देशवासियों को एक बार फिर मीराबाई से मेडल की उम्मीदें हैं. ओलंपिक चैंपियन चीन की होउ झिहुई, मीराबाई के लिए सबसे बड़ी चैलेंज हो सकती हैं. इनके अलावा मीराबाई के सामने थाईलैंड की सुरोडचाना खंबाओ, अमेरिका की जॉर्डन एलिजाबेथ और रोमानिया की मिहेला वेलेंटीना की भी कठिन चुनौती होगी.

सात्विक साईराज-चिराग शेट्टी (Satwiksairaj Rankireddy-Chirag Shetty)

अब बात करते हैं बैडमिंटन की स्टार इंडियन जोड़ी की. सात्विक साईराज-चिराग शेट्टी की डबल्स जोड़ी को मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद के तौर पर देखा जा रहा है. एशियन गेम्स में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीतने के बाद से ही ये जोड़ी लगातार कमाल करती आई है. लंबे समय तक ये जोड़ी रैंकिंग में नंबर-1 भी रही है. इस जोड़ी ने साल 2024 में फ्रेंच ओपन और थाईलैंड ओपन का खिताब अपने नाम किया.

जबकि इंडियन ओपन और मलेशिया ओपन के फाइनल तक पहुंची. हालांकि मई में हुए सिंगापुर ओपन के दौरान इस जोड़ी को फर्स्ट राउंड में ही हार का सामना करना पड़ा. जिसका असर उनकी रैंकिंग पर भी पड़ा और ये जोड़ी नंबर-3 पर खिसक गई. लेकिन पिछले कुछ समय से दोनों प्लेयर्स के बेहतरीन तालमेल और लय को देखकर भारत की झोली में बैडमिंटन मेंस डबल्स से एक पदक का आना तय माना जा रहा है.

सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी के सामने चीन के लियांग वेई केंग और वांग चांग की जोड़ी सबसे कठिन चुनौती साबित हो सकती है. जबकि डेनमार्क के एस्ट्रुप किम और एंडर्स स्कारुप भी भारतीय जोड़ी के सामने मुश्किलें पैदा कर सकते हैं.

पीवी सिंधु (PV Sindhu)

अब बात स्टार शटलर पीवी सिंधु की करते हैं. रियो ओलंपिक्स 2016 में सिल्वर. टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में ब्रॉन्ज़ जीतने के बाद सिंधु की कोशिश लगातार तीसरा ओलंपिक्स मेडल अपने नाम करने की है. अचंता शरत कमल के साथ सिंधु पेरिस ओलंपिक्स की ओपनिंग सेरेमनी में भारतीय दल की ध्वजवाहक होंगी. सिंधु के प्रदर्शन पर नजर डालें तो पिछले कुछ सालों में उनका प्रदर्शन काफी साधारण रहा है.

फिटनेस की समस्या से जूझने वाली सिंधु को कई बड़े टूर्नामेंट्स के शुरुआती राउंड्स में ही हार का सामना करना पड़ा है. इस साल इंडोनेशिया ओपन और सिंगापुर ओपन के शुरुआती मुकाबलों में ही वो बाहर हो गई थीं. हालांकि सिंधु को बड़े इवेंट्स की प्लेयर के तौर पर देखा जाता है. उम्मीद है कि पेरिस ओलंपिक्स के दौरान वो लगातार तीसरी बार मेडल जीतकर इतिहास रचेंगी.

सिंधु को मेडल जीतने के लिए कोरिया की An Se Young और चीन की Chen Yu Fei की कठिन चुनौती से पार पाना हो सकता है. जबकि स्पेन की कैरोलिना मरीन एक बार फिर सिंधु की परेशानी को बढ़ा सकती हैं. सिंधु को पिछले छह मुकाबलों में मरीन से हार का सामना करना पड़ा है.

निकहत ज़रीन (Nikhat Zareen)

लिस्ट में अगला नाम है स्टार बॉक्सर निकहत ज़रीन का. साल 2022 और 2023 की वर्ल्ड चैंपियन जरीन पहली बार ओलंपिक्स में हिस्सा लेने जा रही हैं. 50KG कैटगरी में उतरने वाली निकहत कमाल की फॉर्म में रही हैं. निकहत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. हालांकि एशियन गेम्स 2023 के सेमीफाइनल में उन्हें अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था.

निकहत ने इस साल मई 2024 में एलोर्डा कप में हिस्सा लिया था. जहां उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. अब हर देशवासी को उम्मीद है कि MC Mary Kom और लवलीना बोरगोहेन के बाद निकहत भी इस इवेंट में इतिहास रचेंगी. निकहत को थाई बॉक्सर की कठिन चुनौती को पार करना पड़ेगा.

सिफ्त कौर समरा (Sift Kaur Samra)

पेरिस ओलंपिक्स से पहले जिसकी काफी चर्चा हो रही है, वो है सिफ्त कौर समरा. पंजाब की इस युवा शूटर पर मेडल की काफी उम्मीदें टिकी हुई हैं. वो महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट में हिस्सा लेंगी. सिफ्त ने एशियन गेम्स 2023 में 50 मीटर राइफल सिंगल्स इवेंट में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी चीन की Zhang Qiongyue को 7.3 पॉइंट्स के बड़े अंतर से हराया था.

इससे पहले सिफ्त ने आशी और मानिनी कौशिक के साथ महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट का रजत पदक जीता था. सिफ्त ने पिछले महीने म्यूनिख वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था. जहां उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. वो महज 0.1 पॉइंट के अंतर से सिल्वर मेडल जीतने से रह गई थीं. सिफ्त ने अजरबैजान के बाकू में ISSF विश्व चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल-3 पोजीशन इवेंट में पांचवें स्थान पर रहते हुए ओलंपिक का कोटा हासिल किया था. समरा के सामने वर्ल्ड चैंपियन झैंग क्विंग्यू, सेगन मडालेना और मैरी टकर की कठिन चुनौती होगी.

मनु भाकर (Manu Bhaker)

टोक्यो ओलंपिक्स के दौरान जिस एक इवेंट में भारत को सबसे ज्यादा निराशा हाथ लगी थी, वो थी निशानेबाजी. इस इवेंट में भारतीय दस्ता खाली हाथ लौटा था. इस दल में मनु भाकर भी शामिल थीं. जिनसे मेडल की उम्मीदें लगभग तय मानी जा रही थी. हालांकि उन्हें भी निराशा हाथ लगी थी.

लेकिन मनु ने ओलंपिक्स के खराब प्रदर्शन को भूलते हुए शानदार वापसी की है. ओलंपिक्स में मनु तीन इवेंट्स में हिस्सा लेंगी. वो 25 मीटर पिस्टल इवेंट के साथ, 10 मीटर व्यक्तिगत एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में अपनी दावेदारी पेश करेंगी. ऐसे में उनसे इस बार मेडल की उम्मीदें की जा रही है.

लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain)

अब बात करते है टोक्यो ओलंपिक्स की मेडलिस्ट लवलीना बोरगोहेन की. उन्होंने यहां ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया था. लवलीना ने टोक्यो ओलंपिक्स के दौरान 69Kg इवेंट में हिस्सा लिया था. हालांकि अब वो 75Kg पर शिफ्ट कर चुकी हैं. इस इवेंट में लवलीना को पिछले कुछ समय में काफी सफलता हाथ लगी है. उन्होंने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया था.

जबकि पिछले महीने चेक गणराज्य में हुई उस्ती नाद लाबेम ग्रां प्री में भी इन्होंने सिल्वर जीता. उनकी हालिया फॉर्म को देखकर एक बार फिर, उनसे पदक की उम्मीद की जा रही है. लवलीना के सामने दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट चीन की लि क़ियन की सबसे बड़ी चुनौती होगी. जबकि भारतीय बॉक्सर को उजबेकिस्तान की वलेंटीना खाल्ज़ोवा की मुश्किल चुनौती को भी पार पाना होगा.

ये भी पढ़ें: पेरिस ओलंपिक से पहले पीवी संधू और विनेश फोगाट की बड़ी मांग, खामियाजा बॉक्सिंग के मसाजर को भुगतना पड़ेगा!

अंतिम पंघाल (Antim Panghal)

लिस्ट में आखिरी नाम है, युवा रेसलर अंतिम पंघाल का. जो पहली बार ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेने वाली हैं. अंतिम 53Kg कैटेगरी में भारत के लिए चुनौती पेश करेंगी. अंतिम अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं. जबकि साल 2023 की वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया था.

53Kg कैटेगरी में अंतिम को चौथी सीड मिली है. ऐसे में अंतिम पर मेडल की काफी उम्मीदें टिकी हैं. अंतिम पंघाल को वर्ल्ड नंबर-1 इक्वाडोर की लूसिया येपेज़ की चुनौती का सामना करना होगा. जबकि उनके सामने ग्रीस की मारिया प्रेवोलरक की भी कठिन चुनौती होगी.

इन सबके साथ पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 बॉक्सर अमित पंघाल, रेसलर विनेश फोगाट जैसे कुछ नाम हैं, जिनसे इंडिविजुअल कैटगरी में भारत को मेडल की काफी उम्मीदें हैं.

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