एक दिन में तीन बार टूटा दिल, ऐसे खत्म हुईं मेडल की तीन बड़ी उम्मीदें!
Paris Olympics 2024. 1 अगस्त 2024 को कुछ ही घंटों के भीतर इंडिया के तीन मेडल दावेदार टूर्नामेंट से बाहर हो गए. बैडमिंटन, बॉक्सिंग, शूटिंग में इंडिया को बड़ी हार मिली.
Paris Olympics 2024. 26 जुलाई 2024 से 11 अगस्त 2024 तक चलने वाला टूर्नामेंट. 26 जुलाई से ही इंडियन फ़ैन्स इस टूर्नामेंट को खूब एंजॉय कर रहे हैं. शूटर्स ने मेडल लाकर फ़ैन्स की खुशी में चार चांद लगा दिए. उन्होंने मेडल टैली की शुरुआत की. और ऐसे ही सफर आगे बढ़ता रहा. फ़ैन्स को लगा कि अब ऐसी जबरदस्त शुरुआत हुई है, तो अंत भी अच्छा ही होगा. हम और मेडल्स जीतेंगे. बिल्कुल जीतेंगे, लेकिन 1 अगस्त 2024 को इस सफ़र पर छोटा-सा ब्रेक लग गया.
मेडल के तीन बड़े दावेदार ओलंपिक्स से बाहर हो गए. सबसे पहले वर्ल्ड चैम्पियन बॉक्सर निकहत ज़रीन, इनके बाद डबल्स बैडमिंटन स्टार सात्विकसाइराज रंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी. और फिर शूटर सिफ्त कौर समरा. कुछ ही घंटों में इंडियन स्पोर्ट्स फ़ैन्स का दिल तीन बार टूटा. ये सब कैसे हुआ, चलिए बताते हैं.
# निकहत ज़रीननिकहत ज़रीन. दो बार की वर्ल्ड चैम्पियन बॉक्सर अपने पहले ओलंपिक्स में उतरी थीं. फ़ैन्स को उम्मीद थी कि निकहत मेडल के साथ ही घर लौटेंगी. लेकिन वह राउंड ऑफ-16 में ही बाहर हो गई. इस मैच में निकहत का सामना टॉप सीड वू यू से था. मैच मुश्किल था लेकिन निकहत भी तो टफ़ ही हैं. ऐसी उम्मीद के साथ पहला राउंड शुरू हुआ. और इधर ही समझ आ गया कि वू क्या है.
वू ने निकहत के ऊपर लगातार मुक्के बरसाए. निकहत के हमलों से खुद को बढ़िया डिफेंड किया. और पहला राउंड खत्म होने से ठीक पहले, निकहत के हेडगियर पर एक और मुक्का जड़ पहला राउंड अपने नाम कर लिया. दूसरे राउंड में निकहत ने वापसी की, लेकिन ये वापसी राउंड अपने नाम करने के लिए काफी नहीं थी. वू ने इस राउंड को भी अपने नाम कर लिया.
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इसके बाद तीसरे राउंड में भी निकहत ने कुछ मुक्के लगाने की कोशिश की, लेकिन वो कनेक्ट नहीं कर पाई. वू ने पूरे मैच में बढ़िया फुटवर्क के जरिए खुद को निकहत के मुक्कों से बचाया. और क्वॉर्टर-फाइनल का टिकट कटा लिया. निकहत का सफर राउंड ऑफ-16 में ही खत्म हो गया.
# सात्विकसाइराज रंकिरेड्डी और चिराग शेट्टीसात्विकसाइराज रंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी. बैडमिंटन मेंस डबल्स प्लेयर. पेरिस ओलंपिक्स से पहले ही ये दावे किए जा रहे थे कि ये जोड़ी तो मेडल के साथ ही लौटेगी. ऐसे दावों को सही साबित करने के लिए लोग इनके पुराने रिकॉर्ड की दुहाई देते थे. इन दोनों ने हर बड़े मैच में इंडिया के लिए परफॉर्म किया है. और इसी साल दो खिताब भी जीते है, जिनमें से एक तो यहीं हुआ फ्रेंच ओपन ही था.
ग्रुप स्टेज़ से आगे निकल, इन दोनों का सामना प्री-क्वॉर्टर-फाइनल में मलेशियन जोड़ी ऐरन चिया और सोह वूई यीक से हुआ. ऐरन और सोह बड़े मैच के प्लेयर हैं, तो फ़ैन्स पहले से ही डरे बैठे थे. लेकिन बीते तीन एनकाउंटर्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी ने एरोन और सोह को हराया था. इस मैच की शुरुआत भी ऐसे ही हुई. सात्विक और चिराग ने पहले सेट में खूब स्मैश लगाए, एकदम अग्रेसिव गेम खेला और मलेशियन जोड़ी को कोई मौका ही नहीं दिया.
पहला सेट 21-13 से भारतीय जोड़ी के नाम. लेकिन फिर मलेशियन जोड़ी ने वापसी की. और इंडियन जोड़ी के पास उसका कोई जवाब नहीं था. दूसरा और तीसरा सेट 21-14, 21-16 से अपने नाम कर, मलेशियन जोड़ी मैच ले उड़ी.
सिफ्त कौर समराशूटर सिफ्त कौर समरा. 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन इवेंट में भारत के लिए मेडल लाने की उम्मीदों में से एक. सिफ्त के लिए मैच की शुरुआत ही सही नहीं हुई. घुटने के बल शूट करने वाली पहली सीरीज़ में वो 96 पॉइंट्स स्कोर कर 28वें पोजिशन पर रही. दूसरे सीरीज़ में 97 स्कोर कर वो 23वें पोजिशन पर रही. इसके बाद प्रोन यानि की पेट के बल शूट करने वाले राउंड में भी सिफ्त पीछे रही.
इसकी दो सीरीज़ में उन्होंने 99 और 96 स्कोर किया. और फिर स्टैंडिंग राउंड में सिफ्त ने 93 और 94 पॉइंट्स कमा, टोटल 575 पॉइंट्स बनाए. इतने पॉइंट्स के साथ सिफ्त ने 31वें नंबर पर फिनिश किया.
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