हिम्मत ना हारो विनेश... 50 ग्राम से चूके ओलंपिक्स गोल्ड मेडलिस्ट ने विनेश के लिए भेजा संदेश!
Vinesh Phogat ओलंपिक्स गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय पहलवान बनने से चूक गईं. फाइनल में उतरने से पहले ही उन्हें डिस्क्वॉलिफ़ाई कर दिया गया. और अब ओलंपिक्स गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर री इगुची ने विनेश के लिए संदेश भेजा है.
री इगुची. 57Kg फ़्रीस्टाइल रेसलिंग के ओलंपिक्स चैंपियन. इगुची ने Paris 2024 Olympics में गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने अमेरिका के स्पेंसर रिचर्ड ली को 4-2 से मात दी. गोल्ड मेडल जीतने के बाद उन्होंने भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के साथ संवेदना जताते हुए, अपना सपोर्ट ऑफ़र किया.
बता दें कि इगुची भी एक बार ज्यादा वजन के चलते डिस्क्वॉलिफ़ाई हो चुके हैं. टोक्यो ओलंपिक्स क्वॉलिफ़ायर्स के दौरान 50 ग्राम ज्यादा वजन के चलते उन्हें डिस्क्वॉलिफ़ाई कर दिया गया था. अब पेरिस में गोल्ड मेडल जीतने के बाद इगुची ने विनेश के लिए X पर पोस्ट किया.
X पर पोस्ट कर इगुची ने विनेश से रिटायरमेंट वापस लेने की अपील भी की. इगुची ने X पर लिखा,
'मैं तुम्हारा दर्द सबसे बेहतर समझ सकता हूं. सेम 50g. आसपास की आवाजों की चिंता ना करो. जीवन आगे बढ़ता है. झटकों से उबरकर आगे आना सबसे खूबसूरत चीज है. अच्छे से आराम करो.'
इगुची ने ये पोस्ट विनेश की रिटायरमेंट पोस्ट को क़ोट करते हुए लिखी. विनेश ने 8 अगस्त की सुबह एक पोस्ट में लिखा था,
'मां, कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई. माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशी ऋणी रहूंगी माफी.'
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इससे पहले, विनेश को डिस्क्वॉलिफ़ाई करने के फैसले पर भारतीय फ़ैन्स खूब गुस्सा हुए थे. लेजेंडरी क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर समेत तमाम लोगों ने इस फैसले की आलोचना की. कई लोगों ने तो इसे लॉजिक और स्पोर्टिंग सेंस के खिलाफ़ भी बता दिया. ना सिर्फ़ भारत, बल्कि विनेश को बाक़ी जगहों से भी खूब सपोर्ट मिल रहा है.
लेजेंडरी रेसलर जॉर्डन बर्रोस ने तो विनेश को सिल्वर मेडल दिलाने के लिए एक सोशल मीडिया कैंपेन ही शुरू कर दिया था. उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा,
'शायद ऐसी कहानियां ही IOC को जगाएंगी. रेसलिंग को छह से ज्यादा वेट क्लासेज़ की जरूरत है. वर्ल्ड क्लास विपक्षियों के सामने तीन कड़े मैच के बाद, किसी भी एथलीट को गोल्ड मेडल मैच के लिए इस तरीके से तैयारी ना करनी पड़े. आज के फाइनल के लिए क्वॉलिफाई करने के लिए विनेश के शरीर से आखिरी ग्राम तक वजन कम करने के लिए भारतीय टीम हताश और परेशान दिखी.'
इस कैटेगरी की गोल्ड मेडलिस्ट अमेरिका की सारा हिल्डब्रांट ने भी विनेश के लिए समर्थन जाहिर किया था. गोल्ड मेडल जीतने के बाद वह बोली थीं,
'उनके लिए पहला दिन कमाल का था. उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया और मुझे नहीं लगता कि उन्होंने ऐसा कुछ होने, अपना ओलंपिक्स कैंपेन ऐसे खत्म होने की कल्पना की होगी. इसलिए, निश्चित तौर पर मुझे बुरा लग रहा है. वह एक कमाल की प्रतिद्वंद्वी हैं, बेहतरीन पहलवान और इंसान. ये बहुत बुरा है लेकिन अंततः यह हमारे काम का हिस्सा है.'
तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा वजन के चलते डिस्क्वॉलिफ़ाई होने के बाद विनेश ने इस फैसले के खिलाफ़ CAS में अपील की थी. CAS यानी कोर्ट ऑफ़ आर्बट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट.
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