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मेडल्स की हैटट्रिक से चूकीं मनु भाकर, 25 मीटर पिस्टल शूटिंग में चौथे नंबर पर रहीं स्टार शूटर

मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है. हालांकि वह ओलंपिक्स में तीन मेडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बनने से बहुत क़रीबी अंतर से चूक गई हैं. 10 मीटर एयर पिस्टल में दो ब्रॉन्ज़ मेडल जीतने वाली मनु ने 25 मीटर पिस्टल में चौथे नंबर पर फ़िनिश किया.

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Manu Bhaker
मनु भाकर ने कमाल कर दिया (AP)
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सूरज पांडेय
3 अगस्त 2024 (Updated: 3 अगस्त 2024, 15:14 IST)
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मनु भाकर 25 मीटर पिस्टल इवेंट में चौथे नंबर पर रहीं. उन्होंने बहुत क़रीबी अंतर से मुक़ाबला गंवा दिया. पेरिस ओलंपिक्स में दो ब्रॉन्ज़ जीत इतिहास रचने वाली मनु भाकर 25 मीटर पिस्टल इवेंट में नंबर चार पर रहीं. पूरे मुक़ाबले में बेहतरीन खेल दिखाने वाली मनु अंतिम मोमेंट्स तक मेडल के क़रीब थीं. लेकिन शूट-ऑफ़ में वह जरा से अंतर से रह गईं.

इससे पहले क्वॉलिफाइंग में मनु ने बेहतरीन खेल दिखाया था. भाकर ने शूटिंग में 590 के स्कोर के साथ फ़ाइनल में एंट्री की थी. हंगरी की वेरॉनिका मेजर ने क्वॉलिफ़ायर्स में टॉप करते हुए फ़ाइनल में एंट्री की थी. उन्होंने 592 के स्कोर के साथ ओलंपिक्स रिकॉर्ड की बराबरी की थी. रियो 2016 में बने रिकॉर्ड की बराबरी कर फ़ाइनल तक आने वाली मेजर ने ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया.

22 साल की मनु ने 25 मीटर पिस्टल क्वॉलिफ़ायर के प्रसिज़न राउंड में 294, जबकि रैपिड राउंड में 296 स्कोर किया. इसी इवेंट में उतरीं दूसरी शूटर ईशा सिंह ने 581 के टोटल के साथ 18वें नंबर पर खत्म किया. इसके बाद आई फ़ाइनल की बारी.

फ़ाइनल में उतरने से पहले ही मनु इतिहास में नाम लिखा चुकी थीं. उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल विमेंस और फिर इसी इवेंट की मिक्स्ड टीम में सरबजोत सिंह के साथ ब्रॉन्ज़ मेडल्स जीते थे. वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय एथलीट बन गई थीं.

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नंबर दो पर रहते हुए फ़ाइनल में आईं मनु ने फ़ाइनल की शुरुआत बेहतरीन तरीके से की थी. वह लगातार मेडल की रेस में बनी हुई थीं. फ़ाइनल के पहले स्टेज़ में हर शूटर के पास पांच शॉट्स की तीन सीरीज़ थीं. 10.2 से ऊपर शूट करने वाली शूटर को हर ऐसे शॉट का एक पॉइंट मिलना था.

मनु ने दो पॉइंट्स के साथ शुरुआत की. यानी पहले पांच में से उनके दो निशाने सटीक रह. इसके बाद उन्होंने दो सीरीज़ में चार शॉट्स मारे और टॉप थ्री में एंट्री कर ली. इसके बाद मनु ने तीन शॉट मारे, जबकि अगली सीरीज़ में उन्होंने पांचों शॉट्स सटीक लगाए. मनु लगातार मेडल की रेस में बनी हुई थीं.

छठी और सातवीं सीरीज़ में उन्होंने चार-चार शॉट्स मार नंबर तीन पर मेजर के साथ टाई कर लिया. इसके बाद शूट ऑफ़ में मामला गड़बड़ हो गया. मनु सिर्फ़ दो शॉट्स लगा पाईं जबकि मेजर ने चार शॉट्स मारे. इसके साथ ही मनु का नंबर चार पर फ़िनिश करना पक्का हो गया.

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