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MI के बॉलर्स को कूटने वाले अभिषेक शर्मा की पूरी कहानी, जो पिता का अधूरा सपना पूरा कर रहे!

IPL 2024 में Mumbai Indians के खिलाफ Abhishek Sharma ने गदर काट दिया था. अभिषेक के पिता क्रिकेटर रह चुके हैं. जबकि Yuvraj Singh अभी इस प्लेयर को निखार रहे हैं. जानिए Sunrisers Hyderabad के अभिषेक शर्मा की पूरी कहानी.

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Abhishek Sharma, IPL 2024, MI vs SRH
मुंबई इंडियंस के खिलाफ अभिषेक शर्मा ने धमाल मचा दिया (PTI)
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रविराज भारद्वाज
28 मार्च 2024 (Published: 15:45 IST)
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27 मार्च 2024. मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के बीच मैच. हैदराबाद की पहले बैटिंग आई. वर्ल्ड कप 2023 फाइनल के हीरो ट्रेविस हेड (Travis Head) ने धुआंधार शुरुआत दी. और महज 18 गेंद पर फिफ्टी जड़ दी. फैन्स उनकी बैटिंग का जमकर लुत्फ उठा रहे थे. लेकिन ये तो सिर्फ ट्रेलर था. असली पिक्चर तो अभी बाकी थी. पिक्चर में मुख्य किरदार बदल चुका था. और वो हीरो था एक बाएं हाथ का ही युवा बल्लेबाज. जिसने महज 23 गेंद खेल सारा लाइमलाइट लूट लिया. 

इस बैटर ने ना सिर्फ हेड से भी तेज फिफ्टी मार दी वो भी सिर्फ 16 गेंद में. 23 गेंदों की पारी में ही सात छक्के और तीन चौके मार दिए. आप समझ ही गए होंगे कि बात किस खिलाड़ी की हो रही है. फिर भी कुछ कंफ्यूजन है तो बता दें कि उस प्लेयर का नाम है अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma). ये नाम हर जुबां पर छाया हुआ है. लेकिन ये अभिषेक शर्मा हैं कौन और यहां तक उनका पहुंचने का सफर कैसा रहा? आइये पूरी कहानी जानते हैं.

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पिता रह चुके हैं क्रिकेटर

अभिषेक शर्मा का जन्म 4 सितंबर 2000 को पंजाब के अमृतसर में हुआ. बाएं हाथ से धुआंधार बैटिंग करने के साथ-साथ अभिषेक ठीक-ठाक बॉलिंग भी कर लेते हैं. घरेलू क्रिकेट में पंजाब के लिए ही खेलते भी हैं. अभिषेक के पिता का नाम राजकुमार शर्मा है. जो अभिषेक के कोच भी हैं. राजकुमार शर्मा भी पंजाब के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं. 1985-86 में वो बतौर लेफ्ट आर्म स्पिनर पंजाब से नॉर्थ जोन अंडर-22 में खेलते हुए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में खेले थे. इसके बाद उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला. निराश होकर वो दुबई गए. 

वहां की इंटरनेशनल टीम में खेलने की संभावनाएं तलाशने लगे. मगर जब बात नहीं बनी तो वापिस आए और फिर बैंक ऑफ इंडिया के लिए ही खेलते रहे. 1996 में राजकुमार को अमृतसर गेम्स एसोसिएशन ने फुल टाइम कोच बना दिया. वहां से गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स ग्राउंड में कोचिंग दी फिर ज्वाइंट सेक्रेटरी और पंजाब क्रिकेट के सेलेक्टर बने. फिलहाल, अपना अधूरा सपना पूरा करने के लिए अपने बेटे के ऊपर जी-जान से मेहनत कर रहे हैं. 

पिता का सपना पूरा कर रहे हैं अभिषेक
पिता का अधूरा सपना कर रहे पूरा

वापस अभिषेक पर लौटते हैं. तो वो तीन सिबलिंग्स में सबसे छोटे हैं. तीन साल की उम्र में पापा ने हाथ में प्लास्टिक का बल्ला थमा दिया. और तब से यही अभिषेक का फेवरेट खिलौना बन गया. DPS अमृतसर से स्कूलिंग और DAV से कॉलेज की पढ़ाई की. पढ़ाई में अच्छे थे लेकिन मन ज्यादा क्रिकेट में लगा रहा. बाप-बेटे ने साथ में काफी प्रैक्टिस की और उनकी मेहनत रंग भी लाई. अभिषेक का सेलेक्शन पंजाब की अंडर-14 टीम में हो गया. पहली बार जब अंडर-14 टीम के साथ अभिषेक श्रीनगर गए, तब महान स्पिनर और तबके जम्मू कश्मीर सीनियर टीम के कोच दिवंगत बिशन सिंह बेदी ने उनकी स्पिन बॉलिंग की खूब तारीफ की. वहां एक मैच के दौरान अभिषेक ने सेंचुरी भी लगाई. जिसे देखकर बेदी ने कहा था कि वो एक अच्छा ऑलराउंडर बनेगा. अभिषेक ने इस टूर्नामेंट में कमाल किया और फिर उनका सेलेक्शन पंजाब की अंडर-16 टीम में हुआ. वो टीम के कप्तान बने.

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3 साल की उम्र में थाम लिया था बल्ला

जिस भी टूर्नामेंट में अभिषेक को मौका मिला, उन्होंने कमाल किया. नतीजा ये रहा कि महज 16 साल की उम्र में पंजाब की तरफ से उन्हें रणजी टीम में डेब्यू का मौका मिला. 6 अक्टूबर 2017 को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ खेले गए मैच में. हरभजन सिंह ने अभिषेक को कैप देकर डेब्यू करवाया. अभिषेक शर्मा ने मौके का दोनों हाथ से फायदा उठाया. उन्होंने पंजाब की पहली पारी के दौरान 94 रनों की पारी खेली. जबकि एक विकेट भी लिया. ये मैच ड्रॉ रहा, लेकिन अभिषेक से सभी को काफी प्रभावित किया.

अंडर-19 टीम के बने कप्तान

इसी साल वो इंडियन अंडर-19 टीम के कप्तान चुने गए. उनकी कप्तानी में इंडियन क्रिकेट टीम ने इमर्जिंग एशिया कप का खिताब अपने नाम किया. अभिषेक ने इस टूर्नामेंट के दौरान काफी बार डंडे उड़ाए और वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे. हालांकि अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 से ठीक पहले उनकी जगह पृथ्वी शॉ को अंडर-19 टीम की कप्तानी सौंप दी गई. लेकिन अभिषेक इस टीम का अहम हिस्सा रहे. अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 जीतने वाली टीम इंडिया के लिए उन्होंने सभी मैच खेले. बांग्लादेश के खिलाफ मैच में फिफ्टी जड़ी और बाकी मैचों में अपना जरूरी योगदान देते रहे. उन्होंने 6 मैचों में 3.91 की इकॉनमी से 6 विकेट भी लिए. इसके अलावा 2015-16 में विजय मर्चेंट ट्रॉफी में सबसे ज्यादा 1200 रन बनाने और सबसे ज्यादा 57 विकेट लेने के लिए BCCI से दो अलग-अलग 'राज सिंह डूंगरपुर अवॉर्ड' लेने वाले अभिषेक पहले क्रिकेटर बने थे.

ये भी पढ़ें: इतना सही खेले, अब चप्पल से... ताबड़तोड़ बैटिंग करने वाले के लिए युवी का ऐसा ट्वीट क्यों?

डेब्यू मैच में किया था कमाल

लगातार अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से अभिषेक पर कई IPL टीम्स अपनी नजरें टिकाए बैठी थी. आखिरकार बाजी मारी दिल्ली डेयरडेविल्स ने. दिल्ली ने 55 लाख रुपये खर्च करके उन्हें अपने साथ जोड़ लिया. और अभिषेक ने डेब्यू मैच में ही कमाल कर दिया. 12 मई 2018 को दिल्ली के फिरोज शाह कोटला (पुराना नाम) स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मैच में अभिषेक ने आते ही मैदान के चारों तरफ लंबे शॉट्स लगाने शुरू कर दिए. 

अभिषेक ने मैच में महज 19 गेंद खेलीं और नाबाद 46 रन कूट डाले. 242 के स्ट्राइक रेट से. जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल थे. इसकी बदौलत मुश्किल में फंसी दिल्ली की टीम ने स्कोरबोर्ड पर 181 रन टांग दिए. टीम मैच तो नहीं जीत पाई लेकिन अभिषेक शर्मा का नाम हर किसी की जुबां पर छा गया. अभिषेक की 19 गेंद की पारी में ही फैन्स को युवराज सिंह की झलक दिखने लगी.

युवराज सिंह से सीख रहे गुर

अब इस झलक के दिखने के पीछे भी वजह काफी सॉलिड है. क्योंकि अभिषेक के टैलेंट को निखारने में युवराज सिंह का बड़ा योगदान रहा है. इसके बारे में अभिषेक के पिता राजकुमार शर्मा ने दी लल्लनटॉप से बात की. उन्होंने बताया,

“अभिषेक को एक बेहतर क्रिकेटर बनाने में युवराज सिंह का बड़ा योगदान रहा है. युवराज सिंह जैसे महान क्रिकेटर से ट्रेनिंग मिलना किसी भी खिलाड़ी के लिए सपने से कम नहीं है. रणजी ट्रॉफी में अभिषेक के खेल से युवराज काफी प्रभावित हुए थे और तब से ही वो अभिषेक के खेल को निखारने में उनकी मदद कर रहे हैं. कैसे अभिषेक अपने खेल को बेहतर कर सकते हैं, इस पर युवराज उन्हें काफी कुछ बताते हैं. कई बार गलती पर अभिषेक को उनसे डांट भी पड़ती है.”

अब ये डांट कैसे पड़ती है, वो भी देख लीजिए. मुंबई के खिलाफ धुआंधार पारी खेलने के बावजूद अभिषेक शर्मा को लेकर युवराज सिंह ने ट्वीट किया,

‘वाह सर अभिषेक वाह. कमाल की पारी लेकिन आउट होने के लिए क्या गज़ब शॉट लगाया. लातों के भूत बातों से नहीं मानते, अब खास चप्पल तुम्हारा इंतजार कर रही है.’

अभिषेक का IPL करियर

बात अभिषेक के IPL करियर की करें तो दिल्ली के लिए उन्हें ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला. साल 2019 में अभिषेक शर्मा को हैदराबाद ने ट्रेड कर लिया. इसके बाद से वो लगातार इसी फ्रैंचाइज का हिस्सा रहे हैं.  2022 के आईपीएल ऑक्शन में सनराइजर्स हैदराबाद ने अभिषेक के लिए साढ़े 6 करोड़ रुपए खर्च किए थे. अभिषेक ने अभी तक कुल 49 मुकाबले खेले हैं. जिसमें उनके नाम 24.10 की औसत और 142.77 की स्ट्राइक रेट से कुल 988 रन दर्ज हैं. इसके साथ-साथ अभिषेक के नाम 9 विकेट्स भी हैं. अभिषेक ने इसके अलावा 24 फर्स्ट क्लास मैच में 1071 और 53 लिस्ट ए मुकाबलों में 1547 रन बनाए हैं.

मॉडल सुसाइड मामले में नाम जुड़ा!

इस साल फरवरी के महीने में मॉडल तानिया सिंह सुसाइड केस में अभिषेक शर्मा का नाम सामने आया था. 20 फ़रवरी को तानिया ने अपनी जान ले ली थी. मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया था कि सुसाइड से पहले तानिया ने अभिषेक को कुछ मैसेज भेजा था, जिसका क्रिकेटर ने जवाब नहीं दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में अभिषेक शर्मा से पुलिस ने करीब 6 घंटे पूछताछ की थी. हालांकि इस मामले में अब तक कोई और अपडेट दी लल्लनटॉप के पास नहीं है. 

 

वीडियो: 'विकेट बैटर्स की मदद कर रहा था', बोलर्स की कुटाई पर हार्दिक ने क्या-क्या कहा?

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