पहले टेस्ट मैच में बड़ी जीत के बाद भी जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया को क्या वॉर्निंग दे गए?
Jasprit Bumrah ने एडिलेड में होने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच को एक अलग तरह का चैलेंज बताया. हालांकि उन्होंने कहा कि टीम इस मैच से कॉन्फिडेंस लेकर जाएगी.
12 साल बाद होम सीरीज हारने के बाद पर्थ पहुंची भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया है. मैच के लिए टीम की कप्तानी संभाल रहे पेसर जसप्रीत बुमराह के सामने ऑस्ट्रेलिया के बैटर कभी सेटल्ड नजर नहीं आए. मैच के बाद मीडिया से बात करने आए कप्तान बुमराह ने सभी की तारीफ की, लेकिन अगले मैच से पहले टीम को वॉर्निंग भी दे डाली है.
पहले मैच में केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की ओपनिंग जोड़ी ने शानदार बैटिंग की. विराट कोहली ने भी वापसी करते हुए पर्थ में एक और सेंचुरी लगाई. स्टैंड-इन स्किपर जसप्रीत बुमराह ने एडिलेड में होने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच को एक अलग तरह का चैलेंज बताया. उन्होंने कहा,
“जाहिर है कि ये पॉजिटिव साइन है कि हमें काफी सफलता मिली, हमने शुरुआत में काफी विकेट्स लिए और इस वजह से हम दबाव डालने में सफल रहे. लेकिन ये यहां की बात थी, एडिलेड काफी अलग है. वो भी पिंक बॉल टेस्ट है.”
बुमराह ने कहा कि टीम इस मैच से कॉन्फिडेंस लेकर जाएगी. लेकिन हर मैच नया होता है, शुरू से शुरुआत करनी होती है. पेसर ने आगे कहा,
जायसवाल की सबसे बढ़िया पारी“पहली इनिंग में 150 रन पर ऑल आउट होने के बाद हम पर प्रेशर था. लेकिन टीम ने कैरेक्टर दिखाया और विश्वास नहीं खोया. यही हमारे लिए स्पेशल था.”
मैच की दूसरी पारी में 161 रन बनाने वाले ओपनर यशस्वी जायसवाल की भी बुमराह ने खूब तारीफ की. उन्होंने कहा,
"विराट की हमें जरूरत है"“यशस्वी के करियर की शानदार शुरुआत हुई है. लेकिन जिस तरह से उसने बैटिंग की, ये उसके करियर की अब तक की सबसे बेहतरीन पारी होगी. क्योंकि उसने इस पारी में गेंदों को लीव किया है. वो अटैकिंग बैटर है, लेकिन इस पारी में उसने बॉल्स लीव की और खेलता रहा.”
न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में 15.50 की औसत से रन बनाने वाले स्टार बैटर विराट कोहली को लेकर भी कई तरह की बातें चल रहीं थीं. विराट ने अपने सभी आलोचकों को 143 गेंदों में सेंचुरी मार चुप करा दिया है. विराट की पारी पर बुमराह बोले,
“मैंने ये पहले भी कहा है, विराट को हमारी जरूरत नहीं है, हमें विराट की जरूरत है.”
बुमराह ने विराट की तारीफ करते हुए आगे कहा,
स्ट्रेन्थ पर बॉलिंग की“विराट अनुभवी प्लेयर हैं. ये उनका चौथी या पांचवा टूर है. वो अपने खेल के बारे में हमसे अच्छा जानते हैं. वो बढ़िया शेप में थे, और मेंटली स्विच ऑन थे. उन्होंने कठिन परिस्थितियों में लंबी पारियां खेली हैं, लेकिन इतने लंबे समय तक ये करना काफी मुश्किल होता है.”
पहले मैच में बुमराह ने आठ विकेट लिए. जितनी बार वो बॉलिंग करने आए, यही लगा कि वो हर बार विकेट लेंगे. बॉलिंग को लेकर किए गए सवाल के जवाब में बुमराह बोले,
“मैं ऑस्ट्रेलिया के बैटर्स के बारे में नहीं सोच रहा था. मुझे जो करना था उस पर फोकस कर रहा था. बॉलर्स को यही मैसेज था कि वो विकेट के पीछे न जाएं. क्योंकि तभी गलतियां होती हैं.”
बुमराह ने बताया कि बॉलिंग यूनिट अपनी स्ट्रेन्थ पर बॉलिंग करने पर फोकस कर रही थी. तभी हमें काफी LBW मिले.
पर्थ में डेब्यू करने वाले नीतीश रेड्डी और हर्षित राणा ने भी अपनी परफॉर्मेंस से सभी को इम्प्रेस किया. बुमराह ने कहा कि दोनों ही प्लेयर बिल्कुल भी नर्वस नहीं थे. युवा खिलाड़ियों में भूख बहुत है, कोई भी डर नहीं.
वीडियो: पर्थ टेस्ट की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने जो रिकॉर्ड्स बनाए वो जरूर जानने चाहिए