भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच से पहले हुए 'पिच कांड' की पूरी कहानी
भारत और न्यूजीलैंड मैच में पिच वाकई में बदली गई है. सेमीफाइनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की उस पिच पर हो रहा है, जिसके ऊपर पहले दो मैच हो चुके हैं. लेकिन इस पिच बदलाव में कोई फ़ेवर नहीं है. सब कुछ नियमों के दायरे में हो रहा है.
वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) का पहला सेमीफाइनल मैच भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच खेला जा रहा है. लेकिन मैच शुरू होने से घंटों पहले पिच को लेकर एक अजीब किस्म का विवाद शुरू हो गया है. मैच के लिए पुरानी पिच इस्तेमाल होने की बात ने तूल पकड़ लिया. अंग्रेजी अखबार Daily Mail की इस खबर को न्यूजीलैंड मीडिया ने हाथों-हाथ लपका और फिर तमाम बातें होने लगीं. ICC से लेकर BCCI के इंडियन टीम को फ़ेवर करने तक की बातें होने लगीं. इतना पढ़कर आपको लगेगा, ये कोई कोरी गप होगी.
मगर ऐसा नहीं है. क्योंकि पिच वाकई में बदली गई है. सेमीफाइनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की उस पिच पर हो रहा है, जिसके ऊपर पहले दो मैच हो चुके हैं. पहले इस मैच को एक फ्रेश पिच पर खेला जाना था. लेकिन पिच बदलाव, इसमें कोई फ़ेवर नहीं है. सब कुछ नियम के दायरे में हो रहा है. इस नियम को तरीके से समझाया ESPNcricinfo ने.
एक काम करते, शुरू से शुरू करते हैं.
Daily Mail ने क्या लिखा?डेली मेल ने लिखा कि BCCI ने पहले सेमीफाइनल मैच के लिए वानखेड़े की पिच को बदला है और इसके लिए ICC से इजाजत नहीं ली गई है. खबर के मुताबिक BCCI और ICC के स्वतंत्र पिच कंसल्टेंट Andy Atkinson के बीच फ्रेश पिच पर मैच करवाने की सहमति बनी थी, मगर इंडियन क्रिकेट बोर्ड ने अपने हिसाब से इस्तेमाल हो चुकी पिच पर मैच करवाने का फैसला लिया है.
मैच 7 नंबर पिच पर होना था, लेकिन अब 6 पर हो रहा है. आरोप लगा कि ये सारी उठापटक इसलिए ताकि भारत को स्लो पिच पर खेलने का फायदा मिले. कहा गया कि BCCI ने इसके लिए Atkinson को कोई वाजिब कारण नहीं बताया और वो नाराज होकर अहमदाबाद चले गए. जाहिर-सी बात है, इस बात को तूल पकड़ना ही था.
बवाल इतना बढ़ गया कि Sunil Gavaskar से लेकर Michael Vaughan जैसे दिग्गजों ने भी इस पर अपनी बात कही. सुनील गावस्कर ने कहा,
पिच तो सभी टीमों के लिए है. इसलिए इस बात पर ज्यादा बात करने की कोई जरूरत नहीं कि मैच किस पिच पर होगा. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय टीम हर किस्म की सरफेस पर खेलने को तैयार है.
गावस्कर ने तो यहां तक कहा कि मैच से पहले आपके पास कुछ लिखने को नहीं होता इसलिए कॉलम भरने को कुछ भी छाप दो. हालांकि इंग्लिश खिलाड़ी Michael Vaughan की राय गावस्कर से बिल्कुल अलग थी. उन्होंने X पर लिखा,
वर्ल्ड कप सेमीफाइनल फ्रेश पिच पर होना चाहिए.
नई पिच-पुरानी पिच पर जब काफी कुछ हो गया तो ESPNcricinfo ने अपनी खबर में इससे जुड़े नियम के बारे में बताया. रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा कोई नियम नहीं है कि मैच नई पिच पर ही होगा. मेजबान देश और उसके पिच क्यूरेटर तय करते हैं कि खेल किस पिच पर होगा. और जैसा हमने कहा कि ICC का पिच कंसल्टेंट इसमें शामिल होता है.
ESPNcricinfo के मुताबिक़ मैच पहले 7 नंबर की सेंट्रल पिच पर होना था जो फ्रेश पिच है, मगर अब 6 नंबर पिच पर हो रहा है. इसी पिच पर साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को 229 रनों से हराया था. वहीं, भारत ने श्रीलंका को 302 रनों से बुरी तरह मात दी थी.
बात यहीं खत्म नहीं हुई. इस पूरे मसले पर ICC का भी बयान आया. उसने कहा,
इतने लंबे इवेंट्स के आखिर में पिच रोटेशन आम होते हैं. ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है. वेन्यू क्यूरेटर की सिफ़ारिश और होस्ट से बातचीत कर ये फैसला लिया गया. ICC का अपना पिच कन्सल्टेंट होता है. उन्हें इस बारे में जानकारी दे दी गई थी. उनका मानना है कि जो पिच इस्तेमाल की जा रही है, उस पर भी अच्छा खेल होगा.
माने कि जो हुआ वो नियम के तहत ही हुआ है. बात करें मैच की तो टॉस जीतने के बाद भारत ने पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया. खबर लिखे जाने तक टीम इंडिया ने 39 ओवरों में 1 विकेट के नुकसान पर 278 रन बना लिए थे.