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रोहित-गंभीर के ऐसे फैसले, टीम में पक्का फूट पड़ेगी!

India vs New Zealand टेस्ट सीरीज़ में कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर ने कुछ चौंकाने वाले फैसले किए. क्रिकेटर मनोज तिवारी का कहना है कि इनके इन फैसलों से टीम इंडिया में फूट पड़ेगी.

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team india coach Gautam Gambhir and captain Rohit Sharma
गौतम गंभीर और रोहित शर्मा (फोटो - PTI)
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गरिमा भारद्वाज
27 अक्तूबर 2024 (Published: 18:50 IST)
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Team India 12 साल बाद अपने घर में टेस्ट सीरीज़ हार गई. New Zealand ने इंडिया में इंडिया को पहली बार टेस्ट सीरीज़ में हरा दिया. इंडिया की 18 सीरीज़ जीत वाली स्ट्रीक टूट गई. ये सारी बातें आपके कान में अब तक पहुंच गई होंगी. ये भी पता चल गया होगा कि अब टीम इंडिया का WTC Final का रास्ता बहुत कठिन हो गया है.

लेकिन इन सबके बीच, इस सीरीज़ हार का टीम इंडिया के अंदर क्या असर पड़ा है, इस बारे में क्रिकेटर मनोज तिवारी ने बात की है. उनका कहना है कि जिस तरीके से दूसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन बनाई गई, इससे टीम में फूट पड़ेगी.

मनोज तिवारी ने क्रिकबज़ से सबसे पहले बेंगलुरु टेस्ट पर बात की. इस टेस्ट में टीम इंडिया आठ विकेट से हारी थी. इसमें बारिश के चलते गेम प्लान उल्टा पड़ने का ज़िक्र करते हुए तिवारी बोले,

'बेंगलुरु में भारत का सबसे बड़ा दुश्मन मौसम था, क्योंकि उन्होंने एक टर्निंग ट्रैक तैयार करवाया था. टॉस जीतने के बाद भारत के पास फील्डिंग का मौका था, लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्होंने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला क्यों किया और यहीं से सब शुरू हुआ. सबसे पहले, उन्होंने टीम सेलेक्शन गलत किया. फिर पहला टेस्ट हारने के बाद उन्होंने तीन बदलाव कर दिए.'

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इसके आगे मनोज तिवारी ने टीम में फूट की बात कही. उनके अनुसार, वाशिंगटन सुंदर ने सुंदर गेंदबाजी की. लेकिन यही काम कुलदीप यादव या ऑल-राउंडर अक्षर पटेल भी कर सकते थे. वो बोले,

'ठीक है, आप कह सकते हैं कि वाशिंगटन सुंदर का टीम में आना एक अच्छा फैसला था. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कुलदीप यादव उन्हें विकेट नहीं दिला सकते. उनको बल्लेबाजी ऑप्शन की कमी महसूस हुई. और इसलिए वो चाहते थे कि सुंदर लोवर ऑर्डर में योगदान दें. यही कारण है कि टीम ने उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए सब कुछ किया. इससे आने वाले दिनों में टीम में बहुत गड़बड़ होगी, टीम में फूट आएगी.

आपके पास पहले से ही अक्षर पटेल के रूप में एक स्पिन बोलिंग ऑलराउंडर है, जिसने पहले स्पिनिंग कंडीशन में विकेट्स लिए हुए हैं. लेकिन आपने उन्हें नजरअंदाज कर दिया और फिर दूसरे टेस्ट में कुलदीप को भी बाहर बैठा दिया. आपने बेंगलुरु में आकाश दीप को नहीं खिलाया, लेकिन दूसरे टेस्ट में उनको प्लेइंग इलेवन में रखा, जहां आपने दूसरी इनिंग्स में उनको गेंदबाजी नहीं दी. फिर आपने अपने अटैक की शुरुआत जसप्रीत बुमराह से नहीं की. ये सारी बातें उल्टी पड़ी.'

सीरीज़ गंवाने के बाद अब टीम इंडिया यही चाहेगी कि वो न्यूज़ीलैंड के हाथों क्लीनस्वीप ना हो. इस सीरीज़ का तीसरा टेस्ट मैच 1 नवंबर से शुरू होगा. ये मैच वानखेडे स्टेडियम, मुंबई में खेला जाएगा. और इस मैच को जीतने के लिए मैनेजमेंट ने भी सख्त रवैया अपना लिया है. मैनेजमेंट ने प्लेयर्स को साफ कह दिया है कि 30 और 31 अक्टूबर को होने वाला ट्रेनिंग सेशन ऑप्शनल नहीं है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, हर प्लेयर्स को दोनों दिन ट्रेनिंग सेशन का हिस्सा बनना पड़ेगा.

इससे पहले मैच से पहले वाली ट्रेनिंग ऑप्शनल हुआ करती थी. तेज गेंदबाज, सीनियर प्लेयर्स अक्सर इस ऑप्शनल ट्रेनिंग का हिस्सा नहीं बनते थे. या फिर कम प्रैक्टिस किया करते थे. लेकिन क्लीनस्वीप से बचने के लिए ऑप्शनल, ऑप्शनल नहीं रहा है. वो अब अनिवार्य हो गया है. इस सीरीज़ के बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होगी, जहां वो पांच मैच की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलेगी.

वीडियो: कोच गौतम गंभीर ने एक प्लेयर को टेस्ट टीम में लाने के लिए अड़ ही गए!

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