IPL में 200 पार का टारगेट बना बच्चों का खेल, लेकिन ये कारनामा पहली बार कब हुआ था?
कहानी उस मैच की जब किसी IPL टीम ने पहली बार 200 से ज्यादा का टारगेट चेज किया था. उस मैच के स्टार रहे दो प्लेयर की पिछले साल मौत हो चुकी है.
मुंबई इंडियंस बनाम पंजाब किंग्स. टारगेट 215 रन. मुंबई ने चेज कर लिया. मुंबई इंडियंस बनाम राजस्थान रॉयल्स. टारगेट 214 रन. फिर से मुंबई ने किया चेज. लखनऊ सुपरजाएंट्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर. टारगेट 213 रन. लखनऊ ने किया चेज. ये बता रहे कि IPL 2023 में 200 रन का टारगेट कई मर्तबा चेज किया जा चुका है. जबकि अभी सारे लीग मैच खेले भी नहीं गए हैं.
बुधवार, 3 मई को खेले गए मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने पंजाब किंग्स को 6 विकेट से हरा दिया. 215 रन का टारगेट चेज करके. ये लगातार दूसरा मौका है जब मुंबई ने 200 से ज्यादा के टारगेट को चेज किया है. लेकिन क्या आपको याद है IPL इतिहास में पहली बार कब 200 से ज्यादा का टारगेट चेज हुआ था. अगर नहीं तो आज हम आपको उस ऐतिहासिक मैच की याद दिलाते हैं.
Deccan Chargers vs Rajasthan Royalsतारीख 24 अप्रैल 2008. जगह हैदराबाद का राजीव गांधी स्टेडियम. आमने-सामने थी राजस्थान रॉयल्स और डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद की टीम्स. मैच में राजस्थान के कप्तान शेन वॉर्न ने टॉस जीता और पहले बॉलिंग का फैसला किया. बैटिंग के लिए क्रीज पर उतरे एडम गिलक्रिस्ट और हैदराबाद के कप्तान वीवीएस लक्ष्मण. दोनों ने ठीक ठाक शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 2.2 ओवर में 22 रन जोड़े. गिलक्रिस्ट 12 रन बनाकर यूसुफ पठान की गेंद पर आउट हुए. फिर क्रीज पर आए लाला. यानी बूम-बूम अफरीदी. और अपने नाम के मुताबिक चार गेंद पर 10 रन कूट कर चलते बने. उन्हें भी यूसुफ पठान ने आउट किया.
अब बैटिंग करने आए एंड्रयू सायमंड्स (Andrew Symonds). आते ही उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया. हर एक बोलर्स की उन्होंने जमकर खबर ली. उनका साथ दे रहे थे रोहित शर्मा. सायमंड्स ने मात्र 29 गेंद पर 50 रन कूट दिए. दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 111 रन जोड़ डाले. वो भी मात्र 57 गेंदों पर. रोहित 30 गेंद पर 36 रन बनाकर आउट हुए. लेकिन सायमंड्स ने कुटाई जारी रखी और मात्र 47 गेंद पर अपनी सेंचुरी पूरी कर ली.
19वें ओवर की समाप्ति तक हैदराबाद के 200 रन पूरे हो चुके थे. वहीं आखिरी ओवर में 14 रन और आए. 20वें ओवर की समाप्ति के बाद हैदराबाद का स्कोर था 5 विकेट के नुकसान पर 214 रन. सायमंड्स मैच में 53 गेंद पर 117 रन बनाकर नाबाद रहे.
अब हैदराबाद के बोलर्स का नाम सुन लीजिए. चमिंडा वास, आरपी सिंह और शाहिद अफरीदी. साथ ही सायमंड्स भी ठीक ठाक बॉलिंग करा लेते थे. ऐसे में राजस्थान के लिए ये स्कोर चेज करना काफी मुश्किल नजर आ रहा था. लेकिन वॉर्न की कप्तानी वाली टीम तो चमत्कार के इरादे से ही मैदान पर उतरी थी. इस असंभव से दिख रहे टारगेट को संभव बनाने उतरे पाकिस्तानी विकेट कीपर कामरान अकमल और साउथ अफ्रीका के कैप्टन ग्रीम स्मिथ.
पठान की ताबड़तोड़ बैटिंगशुरुआत अच्छी नहीं रही और अकमल 14 के स्कोर पर चमिंडा वास की गेंद पर आउट हो गए. इसके बाद क्रीज पर आए युसूफ पठान. आते ही पठान ने एकदम से धागा खोलना शुरू कर दिया. जहां 2.1 ओवर खत्म होने पर टीम का स्कोर 14 रन था. वहीं 4.3 ओवर में टीम के 50 रन पूरे हो चुके थे. यानी कि 14 गेंद पर 36 रन बन चुके थे. पठान तो पिटाई कर ही रहे थे, स्मिथ भी उनका बखूबी साथ दे रहे थे. दोनों ने महज 19 गेंदों पर 50 रन की पार्टनरशिप कर ली. पठान 21 गेंद पर अपना पचासा पूरा कर चुके थे जिसमें दो चौके और छह छक्के शामिल थे.
दूसरी पारी में 8.3 ओवर का खेल खत्म होने तक राजस्थान के 100 रन पूरे हो चुके थे. स्मिथ भी मात्र 34 गेंद पर अपनी फिफ्टी लगा चुके थे. मुश्किल सा दिख रहा लक्ष्य अब आसान लगने लगा था. लेकिन तभी पठान से एक गलती हुई. वो सायमंड्स को कैच दे बैठे. उन्हें कल्याण कृष्णन ने आउट किया. इसके बाद शेन वॉटसन भी महज चार बनाकर अफरीदी की गेंद पर बोल्ड हो गए.
उनके आउट होते ही राजस्थान फैन्स की उम्मीदें टूटने लगीं. 12 ओवर खत्म होने के बाद राजस्थान का स्कोर 3 विकेट खोकर 126 रन था. अब क्रीज पर थे ग्रीम स्मिथ और मोहम्मद कैफ. पीछे ज्यादा बैटिंग भी नहीं बची थी. ऐसे में लग रह था कि हैदराबाद इस मैच को निकाल ले जाएगी. लेकिन कैफ का इरादा एकदम साफ था. नेटवेस्ट फाइनल की तरह बैटिंग करने का. कैफ ने क्रीज पर आते ही बड़े शॉट्स लगाने शुरू कर दिए. स्मिथ के साथ मिलकर उन्होंने 50 रन की पार्टनरशिप महज 24 गेंद पर पूरी कर ली. इसमें से 32 रन कैफ के थे. जबकि 17 रन स्मिथ के.
कैफ ने सायमंड्स द्वारा डाले गए 15वें ओवर में लगातार तीन छक्के जड़ मैच का रुख राजस्थान की तरफ मोड़ दिया. हालांकि इनिंग का 18वां ओवर लेकर आए अफरीदी ने पहली गेंद पर कैफ और फिर अगली गेंद पर स्मिथ को आउट कर राजस्थान को बड़ा झटका दिया. वहीं कुछ देर बाद रविंद्र जडेजा और दिनेश सुलंखे भी चलते बने.
आखिरी ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 17 रन की जरूरत थी. स्ट्राइक पर थे पंकज सिंह. उन्होंने पहली गेंद पर दो रन लिए. दूसरी गेंद पर उन्होंने सिंगल लिया. स्ट्राइक पर आए कप्तान शेन वॉर्न. चार गेंद पर अब 14 रन की जरूरत थी. ओवर की तीसरी गेंद पर वॉर्न ने चौका जड़ दिया. और अगली दो गेंद पर वॉर्न ने लगातार दो छक्के लगा टीम को 3 विकेट से ऐतिहासिक जीत दिला दी. गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाने के लिए यूसुफ पठान को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
सांस रोक देने वाले इस मैच का हिस्सा रहे दो खिलाड़ी अब इस दुनिया में नहीं हैं. एक एंड्रयू सायमंड्स और दूसरे शेन वॉर्न. पिछले साल ही इन दोनों ने दुनिया को अलविदा कहा था.
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