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किस फिलॉसफी पर चलकर IPL चैंपियन बने कभी स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर गए हार्दिक पंड्या?

हार्दिक पंड्या. IPL करियर की शुरुआत से ही मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले ऑलराउंडर. हार्दिक ने अपने दम पर मुंबई को तमाम मैच जिताए. टीम के साथ चार बार IPL ट्रॉफी जीती. टीम इंडिया में डेब्यू किया. इंडियन क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑलराउंडर्स में से एक बने. और फिर चोटिल हो गए.

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All Rounder Hardik Pandya अब Team India में वापसी के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रहे हैं (ट्विटर से साभार)
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सूरज पांडेय
29 मई 2022 (Updated: 2 जून 2022, 11:28 PM IST) कॉमेंट्स
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हार्दिक पंड्या. IPL करियर की शुरुआत से ही मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले ऑलराउंडर. हार्दिक ने अपने दम पर मुंबई को तमाम मैच जिताए. टीम के साथ चार बार IPL ट्रॉफी जीती. टीम इंडिया में डेब्यू किया. इंडियन क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑलराउंडर्स में से एक बने. और फिर चोटिल हो गए. कमर की चोट के चलते हार्दिक लंबे वक्त तक क्रिकेट से दूर रहे. वापस आए तो बोलिंग नहीं कर पाए.

प्रॉपर बैटर के रूप में मुंबई के लिए कुछ मैच खेले. लेकिन फिर लोगों ने कहना शुरू किया कि सिर्फ बल्लेबाज के रूप में हार्दिक की जगह नहीं बनती. और मुंबई के मैनेजमेंट ने इस बात को सच मान लिया. और ऐसा होते ही उन्होंने हार्दिक को रिलीज कर दिया. फिर सीन में आई IPL की नई फ्रैंचाइज गुजरात टाइटंस. गुजरात की इस टीम ने हार्दिक को 15 करोड़ की बड़ी रकम में अपने साथ जोड़ा. और फिर सबको चौंकाते हुए उन्हें कप्तान भी बना दिया.

हार्दिक को कप्तान बनाए जाने पर बहुत सी बातें हुईं. ज्यादातर लोगों ने इस फैसले का मज़ाक बनाया. लोग तो यहां तक कह गए कि आशीष नेहरा की कोचिंग और हार्दिक पंड्या की कप्तानी वाली ये टीम नीचे से फर्स्ट आएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. गुजरात ने अपना कैंपेन सीजन की दूसरी नई टीम, लखनऊ सुपरजाएंट्स पर जीत के साथ शुरू किया. इसके बाद इन्होंने दिल्ली को पंजाब को भी हराया.

#Hardik Pandya

सीजन के अपने चौथे मैच में इन्हें सनराइजर्स हैदराबाद से हार मिली. और इस हार के तुरंत बाद काबिल लोगों ने कहना शुरू कर दिया, इनसे तो होगा ही नहीं. लेकिन इस टीम ने आलोचकों को स्टाइल में जवाब देते हुए लगातार पांच मैच जीते. टीम फिर लगातार दो मैच हारी. एक बार फिर से लोगों को मौका मिला. तमाम बातें हुईं. लेकिन जैसा कि IPL2022 में इस टीम का इतिहास रहा है. हर आलोचना का स्टाइल में जवाब देना. इन्होंने फिर से दिया. टीम ने अपने अगले पांच में से चार मैच जीतते हुए IPL2022 की ट्रॉफी अपने नाम कर ली.

फाइनल में गुजरात ने राजस्थान को हराया. और इस जीत के हीरो वही हार्दिक रहे, जिन्हें कुछ वक्त पहले तक चुका हुआ बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी. हार्दिक ने इस मैच में ना सिर्फ अपनी बोलिंग और बैटिंग, बल्कि कप्तानी से भी गुजरात को आगे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. टॉस हारकर पहले बोलिंग पर मजबूर हुई गुजरात की टीम ने राजस्थान को 129 रन पर ही रोक लिया. गुजरात के लिए पंड्या ने सबसे ज्यादा, तीन विकेट निकाले. पंड्या ने यह विकेट चार ओवर्स में सिर्फ 17 रन देकर लिए.

और फिर गुजरात की बैटिंग को यह लक्ष्य हासिल करने में कोई मुश्किल नहीं हुई. टीम ने सिर्फ तीन विकेट खोकर जीत के लिए जरूरी रन बना लिए. इसके साथ ही हार्दिक ने अपने आलोचकों को भरपूर जवाब दे दिया. उनकी क्षमता पर शक कर रहे लोग अब हार्दिक की तारीफ में लंबी-लंबी बातें कर रहे हैं. व्यक्तिगत तौर पर हार्दिक के लिए यह टूर्नामेंट कमाल का गया है.

उन्होंने इस सीजन की 15 पारियों में 44 से ज्यादा के ऐवरेज से 487 रन बनाए. इस सीजन 131 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से खेले हार्दिक ने चार पचासे भी मारे. हार्दिक ने इससे पहले अपने पूरे IPL करियर में कुल चार पचासे ही मारे थे. और इसके साथ ही उनके नाम 10 पारियों में आठ विकेट भी रहे. हार्दिक ने यह विकेट सात से थोड़ी ज्यादा इकॉनमी से लिए. यानी लंबे वक्त से एक ऑलराउंडर के तौर पर अपनी फॉर्म से संघर्ष कर रहे हार्दिक ने कप्तानी मिलते ही कमाल कर दिया.

मानो वह ऐसे किसी चैलेंज का ही वेट कर रहे थे. हालांकि ऐसा भी नहीं है कि इस पूरे टूर्नामेंट में हार्दिक के हिस्से सिर्फ तारीफ आई. शुरुआती कुछ मैच में 140+ की स्पीड से बोलिंग करने के बाद वह लगातार छह मैच में स्पेशलिस्ट बैटर के रूप में खेले. इस दौरान हार्दिक ने सिर्फ एक ओवर फेंका. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि जब टीम को जरूरत होगी तब बोलिंग करेंगे. और उनके इस एटिट्यूड ने कई पूर्व क्रिकेटर्स को नाराज़ किया था. लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि दिखावे के चक्कर में हार्दिक अपनी परेशानी बढ़ा रहे हैं.

लेकिन फिर हार्दिक ने वापसी की. दोबारा से प्रॉपर पेस बोलिंग की. और बैटिंग तो वो कर ही रहे थे. हार्दिक के अंडर गुजरात पहले ही सीजन में चैंपियन बन गई. गेंद और बल्ले से कमाल करने वाले हार्दिक की कप्तानी भी क़ाबिल-ए-तारीफ़ है. उन्होंने कोच आशीष नेहरा के साथ मिलकर टीम का माहौल एकदम चिल रखा. सारे प्लेयर्स को बराबर सम्मान दिया और टीम में कभी भी सीनियर-जूनियर  का भैद नहीं होने दिया. जिसके चलते सारी टीम ने एकसाथ मिलकर जरूरत के वक्त अच्छा किया. और चैंपियन बने.

IPL2022 की ट्रॉफी उठाते ही हार्दिक ने इंडियन क्रिकेट में अपना खोया स्टेटस दोबारा हासिल कर लिया. एक दौर में दूसरे कपिल देव कहे गए हार्दिक को अब ऐसे किसी तमगे की जरूरत नहीं है. वह पहले और इकलौते हार्दिक पंड्या रहते हुए ही इंडियन क्रिकेट के लेजेंड्स में शामिल हो सकते हैं. चार साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ़ दुबई में स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर गए हार्दिक अब पूरी ठसक के साथ वापसी कर चुके हैं. और उम्मीद है कि इस साल के T20 वर्ल्ड कप में वह अपना सपना पूरा कर लेंगे. टीम इंडिया के साथ दुनिया जीतने का सपना.

हार्दिक पंड्या, राशिद के अलावा गुजरात के पास और कितने मैच विनर्स है?

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