सिर्फ उन्हें फ़ोन करता... कितने सालों से नहीं हुई हरभजन-धोनी की बात?
महेंद्र सिंह धोनी, टीम इंडिया के पूर्व कप्तान. तमाम क्रिकेटर्स के साथ हरभजन सिंह भी इनकी कप्तानी में बहुत सालों तक खेले हैं. लेकिन अब इन दोनों की बातचीत भी नहीं होती. हरभजन सिंह ने बताया कि ऐसा क्यों है.
हरभजन सिंह और महेंद्र सिंह धोनी. साल 2007 का T20 और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जीती भारतीय टीम्स के अहम सदस्य. दोनों ने मैदान पर सालों एकसाथ खेला. हरभजन ने IPL में भी धोनी की फ़्रैंचाइज़ चेन्नई सुपर किंग्स के साथ ठीकठाक वक्त बिताया था.
लेकिन अब भज्जी ने खुलासा किया है कि धोनी के साथ उन्होंने सालों से बात नहीं की. न्यूज़18 से बात करते हुए हरभजन ने कहा कि उन्हें धोनी से कोई समस्या नहीं है. लेकिन अब इन दोनों की आपस में बात नहीं होती. भज्जी ने ये भी कहा कि CSK के लिए खेलते वक्त भी मैदान के बाहर उनकी धोनी से बात नहीं होती थी. भज्जी 2018-2020 तक CSK के साथ थे.
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भज्जी बोले,
'नहीं, मैं धोनी से बात नहीं करता. जब मैं CSK के लिए खेलता था, तब हमारी बात होती थी, इसके बाद हमारी कोई बात नहीं हुई. 10 साल से ज्यादा वक्त हो गया. मेरे पास ऐसा करने का कोई कारण नहीं है, शायद उनके पास होगा. मुझे नहीं पता कि क्या कारण हैं. जब हम CSK के लिए IPL खेलते थे, उस वक्त हमारी बात होती थी. और वो भी सिर्फ़ ग्राउंड पर. इसके बाद, वह ना तो मेरे कमरे में आए, ना मैं उनके कमरे में गया.'
भज्जी ने ये भी कहा कि उनके मन में धोनी के खिलाफ़ कुछ भी नहीं है.
'मेरे मन में उनके खिलाफ़ कुछ भी नहीं है. अगर उन्हें कुछ कहना है, वो मुझे बता सकते हैं. लेकिन अगर उन्हें कुछ कहना होगा, तो वो अब तक कह चुके होते. मैंने कभी उनको फ़ोन करने की कोशिश नहीं की, क्योंकि मैं सिर्फ़ उन्हें फ़ोन करता हूं जो मेरी कॉल्स उठा लें. नहीं तो मेरे पास वक्त नहीं है.
मैं सिर्फ़ उनके टच में रहता हूं जिनसे मेरी दोस्ती है. रिश्ते हमेशा दोतरफा होते हैं. अगर मैं आपका सम्मान करता हूं, उम्मीद है कि आप भी मेरा सम्मान करेंगे. या जवाब देंगे. लेकिन अगर मैंने आपको एक-दो बार फ़ोन किया और मुझे जवाब नहीं मिला, मैं शायद आपसे उतनी ही मुलाकात करूंगा जितनी जरूरत होगी.'
साल 2015 में आखिरी बार हरभजन और धोनी एक साथ भारत के लिए खेले थे. साउथ अफ़्रीका के खिलाफ़ हुए वनडे मैच के बाद दोनों एकसाथ भारत के लिए नहीं खेले. 2015 वर्ल्ड कप के बाद हरभजन और युवराज सिंह को टीम इंडिया से किनारे कर दिया गया था. साल 2015 में टीम इंडिया से किनारे हुए भज्जी ने साल 2021 में क्रिकेट से रिटायर होने की घोषणा कर दी थी.
साल 2017 में टीम से ड्रॉप होने के बाद भज्जी ने ये भी कहा था कि उन्हें सेलेक्टर्स की ओर से धोनी जैसे सीनियर्स वाला प्रिविलेज़ नहीं मिलता. हालांकि, बाद में विवाद बढ़ने के बाद भज्जी ने अपने इस बयान पर सफाई देते हुए ये भी कहा कि उनके बयान का अगल अर्थ निकाल लिया गया. उनका वो मतलब नहीं था. भज्जी ने चेन्नई के अलावा IPL में मुंबई और कोलकाता के लिए भी खेला है. रिटायर होने से बाद भी वह अलग-अलग लीग्स में खेलते दिखते रहते हैं.
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