कोर्ट के फैसले से टूटीं उम्मीदें, विनेश के सपोर्ट में आकर IOA ने क्या कहा?
Vinesh Phogat Silver Medal नहीं पाएंगी. कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन ने उनकी अपील खारिज़ कर दी. कई दफ़ा टालने के बाद अंततः बिना किसी घोषणा के CAS ने अपना फैसला सुनाया और कहा कि विनेश को सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा.
विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा. कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन ने उनकी अपील खारिज़ कर दी है. CAS ने एक लाइन का फैसला सुनाते हुए विनेश की अपील खारिज़ की. इन्होंने फैसले में लिखा,
‘7 अगस्त 2024 को विनेश फोगाट द्वारा फ़ाइल किए गए अप्लिकेशन को खारिज़ किया जाता है.’
इस फैसले के सामने आने के तुरंत बाद इंडियन ओलंपिक्स असोसिएशन ने रिएक्ट किया. IOA प्रेसिडेंट पीटी ऊषा ने एक बयान में कहा,
‘14 अगस्त के फैसले का ऑपरेटिव हिस्सा, जिसमें विनेश के Paris Olympics 2024 में महिलाओं की 50Kg कैटेगरी में साझा रजत पदक दिए जाने के आवेदन को खारिज कर दिया गया है, विशेष रूप से उनके लिए और बड़े पैमाने पर खेल समुदाय के लिए महत्वपूर्ण अर्थ रखता है.'
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ऊषा ने आगे कहा कि IOA के वकीलों ने इस बात को सही से सामने रखा था. उन्होंने कहा,
‘100 ग्राम की मामूली विसंगति और उसके चलते निकले परिणाम न केवल विनेश के करियर के संदर्भ में गहरा प्रभाव डालते हैं, बल्कि अस्पष्ट नियमों और उनकी व्याख्या के बारे में भी गंभीर सवाल उठाते हैं. IOA का दृढ़ विश्वास है कि दो दिन के इवेंट में से दूसरे दिन वजन से जुड़ी इस तरह की घटना के लिए एथलीट को पूरी तरह से अयोग्य घोषित करना गहरी जांच का विषय है. हमारे कानूनी प्रतिनिधियों ने सोल आर्बिट्रेटर के समक्ष अपने सबमिशन में इसे उचित रूप से सामने रखा था.’
ऊषा ने ये भी कहा कि कुछ नियम महिलाओं के प्रति अमानवीय हैं. वह कहती हैं,
‘विनेश से जुड़ा मामला उन कड़े और, यकीनन, अमानवीय नियमों को उजागर करता है जो एथलीटों, विशेष रूप से महिला एथलीटों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनावों को ध्यान में रखने में नाकाम रहते हैं. यह एथलीट्स की भलाई को प्राथमिकता देने वाले अधिक न्यायसंगत और उचित मानकों की आवश्यकता की एक स्पष्ट याद दिलाता है.’
अपनी बात खत्म करते हुए ऊषा ने कहा कि IOA विनेश के पक्ष में खड़ा है और आगे की लड़ाई भी लड़ेगा. ऊषा ने कहा,
'CAS के आदेश की रौशनी में, IOA सुश्री फोगाट के पूर्ण समर्थन में खड़ा है. और आगे के कानूनी विकल्पों की तलाश कर रहा है. IOA यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विनेश के मामले की सुनवाई हो. हम खेलों में न्याय और निष्पक्षता की वकालत करना जारी रखेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि एथलीट्स और खेल जगत में सभी के अधिकार और सम्मान को हर समय बरकरार रखा जाए. हम अपने हितधारकों, एथलीट्स और जनता के निरंतर समर्थन और समझ की सराहना करते हैं.’
बता दें कि विनेश ने लगातार तीन मैच जीत 50Kg के फ़ाइनल में एंट्री की थी. जहां मैच की सुबह हुए वजन में वह 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा पाई गईं. और इसी आधार पर विनेश को डिस्क्वॉलिफ़ाई करार दे दिया गया. कहा गया कि अब वह इस इवेंट में लास्ट रहेंगी. और उनके द्वारा जीते गए मैच रिकॉर्ड में नहीं रहेंगे. लेकिन इसके बावजूद पहले राउंड में विनेश से हारीं पहलवान रेपचेज़ के जरिए ब्रॉन्ज़ मेडल जीत गई थी.
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