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बुमराह X कमिंस और टूट गया सन 47 से चला आ रहा सिलसिला!

जसप्रीत बुमराह और पैट कमिंस. भारत और ऑस्ट्रेलिया के दो दिग्गज बोलर्स. इन दोनों ने पर्थ टेस्ट में टॉस किया. और इसके साथ ही कुछ ऐसा हो गया, जो भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में आज से पहले कभी नहीं हुआ था.

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Jasprit Bumraj, INDvsAUS
जसप्रीत बुमराह ने पर्थ में कमाल कर दिया (AP)
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सूरज पांडेय
22 नवंबर 2024 (Updated: 22 नवंबर 2024, 14:52 IST)
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पर्थ का ऑप्टस स्टेडियम. पांच मैच की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ का पहला टेस्ट. टॉस के लिए जसप्रीत बुमराह और पैट कमिंस मैदान के बीच में पहुंचे. और पहुंचने के साथ ही बदल दिया टेस्ट का इतिहास. बताते चलें कि यहां हम भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए टेस्ट मैचेज़ की बात कर रहे हैं.

शुक्रवार, 22 नवंबर की सुबह ऐसा पहली बार हुआ, जब टॉस के लिए उतरे भारत-ऑस्ट्रेलिया के कप्तानों की प्रोफ़ाइल में पेस बोलर लिखा था. पैट कमिंस जहां साल 2021 से ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर रहे हैं, वहीं बुमराह अक्सर रेगुलर कप्तान के ना रहने पर टीम के स्टैंड इन कैप्टन होते हैं.

रोहित शर्मा पर्थ टेस्ट में नहीं खेल रहे. हाल ही में वह दूसरी बार पिता बने हैं. इसी के चलते रोहित ने सीरीज़ के पहले टेस्ट में ना खेलने का फैसला किया. बात इस रिकॉर्ड की करें तो भारतीय टीम पहली बार 1947-48 में ऑस्ट्रेलिया टूर पर गई थी. पांच टेस्ट की इस सीरीज़ में भारत को 4-0 से हार मिली. इस टूर पर भारतीय टीम की कप्तानी ऑल-राउंडर लाला अमरनाथ कर रहे थे. जबकि ऑस्ट्रेलिया की कमान डॉन ब्रैडमैन के हाथों में थी.

यह भी पढ़ें: राहुल के विकेट पर भड़के शास्त्री-हेडेन तो मूडी बोले- अंपायर के पास और चारा ही क्या था?

जानने लायक है कि टेस्ट में बुमराह के अलावा, भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले आखिरी पेस बोलर कपिल देव थे. ये अलग बात है कि कपिल पाजी विशुद्ध पेस बोलर ना होकर, एक ऑल-राउंडर थे. कपिल ने 1985-86 के दौरे पर भारतीय टीम की कप्तानी की थी. बात ऑस्ट्रेलिया की करें तो किसी भी पेस बोलर ने भारत के खिलाफ़ टेस्ट में अपनी टीम की कप्तानी नहीं की थी.

बीते दो दौरों पर टीम की कमान टिम पेन के हाथों में  थी. भारत ने 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की जमीन पर परास्त किया था. दोनों बार ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ही थे. भारत ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला किया. टॉस के वक्त बुमराह बोले,

'हम पहले बैटिंग करने वाले हैं, विकेट अच्छा लग रहा है. अपनी तैयारियों पर हमें पूरा यकीन है. हमने साल 2018 में यहां एक टेस्ट मैच खेला था. इसलिए हमें पता है कि क्या उम्मीद रखनी है. विकेट धीरे-धीरे तेज ही होगा. नितीश यहां डेब्यू करेंगे, हमारे पास चार पेस बोलर्स हैं और वाशिंगटन टीम के इकलौते स्पिनर होंगे.'

पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही. स्टार्क और हेज़लवुड के आगे भारतीय टॉप-ऑर्डर बुरी तरह से नाकाम रहा. यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल का खाता भी नहीं खुला. जबकि विराट कोहली पांच रन ही बना पाए. केएल राहुल बहुत देर तक एक एंड पर टिके रहे. लेकिन रन उनके खाते में भी सिर्फ़ 26 आए. ऋषभ पंत ने 37 और नितीश कुमार रेड्डी ने 41 रन का योगदान दिया. ध्रुव जुरेल ने 11 रन बनाए. भारत की पहली पारी 150 रन पर खत्म हुई.

ऑस्ट्रेलिया के लिए हेज़लवुड ने चार विकेट निकाले. जबकि स्टार्क, कमिंस और मिच मार्श के खाते में दो-दो विकेट रहे. जवाब में खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया का टॉप ऑर्डर कप्तान बुमराह के आगे सरेंडर कर गया. इन्होंने 31 रन तक ही नेथन मैकस्वीनी, उस्मान ख्वाज़ा, स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड के विकेट्स गंवाए. स्मिथ का तो खाता भी नहीं खुला.

वीडियो: नहीं सुनी गांगुली की बात, ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में पहले दिन जसप्रीत बुमराह संभालेंगे कप्तानी

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