खड़े-खड़े सिर घूमता है, चलो तो चक्कर आते हैं, वजह जान लें
चक्कर आने की वजह शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकती है.
अभिनव 29 साल के हैं. लखनऊ के रहने वाले हैं. उन्हें काफ़ी समय से चक्कर आ रहे हैं. अचानक काम करते हुए, खड़े-खड़े, यहां तक कि सड़क पर चलते हुए उन्हें चक्कर आते हैं. सिर कुछ सेकंड के लिए घूम जाता है. कुछ दिन पहले वो सीढ़ियों से गिरते हुए बचे. डॉक्टर को दिखाने पर पता चला ऐसा कुछ दवाइयों के कारण हो रहा है. उन्होंने वो दवाइयां बंद कर दीं. अब ये दिक्कत कम तो हुई है पर खत्म नहीं हुई. ख़ासकर जब वो एकदम से उठते हैं तो उनका सिर घूम जाता है. वो जानना चाहते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है?
अचानक चक्कर आने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं. हो सकता है किसी के साथ ऐसा एक से ज़्यादा कारण से हो रहा है. हमने डॉक्टर से जानने की कोशिश की इन वजहों के बारे में. साथ ही बात करेंगे इसका इलाज क्या है.
अक्सर चक्कर, सिर घूमता हुआ क्यों महसूस होता है?ये हमें बताया डॉक्टर पी वेंकट कृष्णन ने.
चक्कर आने के बहुत सारे कारण हैं. शरीर में पानी की कमी से चक्कर आते हैं. जैसे दस्त, उल्टियां होने पर शरीर में पानी कम हो जाता है. कई लोगों को दवाइयों की वजह से शरीर में सोडियम की कमी हो जाती है. बीपी की वजह से कई लोग नमक कम खाते हैं, उनमें भी ऐसा होता है.
स्ट्रोक के दौरान ब्रेन में ब्लड का सर्कुलेशन कम हो जाता है. इसके कारण भी चक्कर आते हैं. स्ट्रेस की वजह से चक्कर आते हैं. बुखार में चक्कर के साथ बेहोशी महसूस होती है. गर्मियों में भी पानी की कमी से चक्कर आते हैं. कुछ दवाइयां जैसे नींद की गोली ज़्यादा डोज़ में लेने से ऐसा होता है. 2-3 दिन ठीक से न सोएं तो भी ऐसा महसूस होगा. चक्कर आने की वजह शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकती है. विटामिन डी, विटामिन बी-12 की कमी से भी ऐसा होता है.
इलाजअगर चक्कर आना एकदम से शुरू हुआ है तो डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है. अगर ऐसा लंबे समय से चल रहा है तो कारण पर ध्यान देना ज़रूरी है. नींद पूरी नहीं हो रही तो ठीक नींद लें. नींद की दवाइयां कम करें. डॉक्टर सोडियम, हीमोग्लोबिन का टेस्ट करवाएंगे. ब्लड प्रेशर चेक करेंगे, ज़्यादा ब्लड प्रेशर होने पर भी चक्कर आते हैं. चक्कर आए तो उसे हल्के में न लें, डॉक्टर को दिखाएं. अगर चक्कर दो-तीन घंटे पहले आया है तो डॉक्टर से मिलें. ब्लड प्रेशर, शुगर, सोडियम का टेस्ट करवाएं.
सबसे ज़रूरी है ये पता करना कि स्ट्रोक न हो. स्ट्रोक में ब्रेन के अंदर ब्लड सर्कुलेशन की कमी से ख़राबी आ जाती है. इसका टाइम पर इलाज होना ज़रूरी है. अगर समय पर इलाज न किया जाए तो बहुत दिक्कत हो सकती है. अगर हार्ट रेट बहुत ज़्यादा है यानी दिल बहुत तेज़ धकड़ रहा है. 200 से ज़्यादा है तो उसमें भी चक्कर आता है. इसलिए डॉक्टर से जांच कर के पता लगवाएं. अगर चक्कर आने की वजह नहीं मिलती है तो ऐसे में चक्कर को रोकने की दवाइयां हैं.
चक्कर आने के जितने कारण हैं, वो डॉक्टर साहब ने बता दिया. पर अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो उसे हल्के में न लें. डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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