पेशाब करने में जलन और दर्द होता है? वजह ये है
प्रॉब्लम हस्तमैथुन और सेक्स से भी सीधे कनेक्टेड है!
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
रिषभ 27 साल के हैं. कानपुर के रहने वाले हैं. दो महीने पहले उनको यूरिन पास करने में दिक्कत होने लगी. पेशाब करने पर जलन होती. दर्द होता. बार-बार यूरिन पास करने जाना पड़ता. लक्षण शुरू होने के 2-3 दिन बाद उन्हें बुखार आ गया. साथ ही पेट में भयानक दर्द शुरू हो गया. रिषभ को लगा था उन्हें यूरिन इन्फेक्शन हो गया. पर जब डॉक्टर को दिखाया और जांच हुई तो पता चला उन्हें प्रोस्टेटाइटिस है. प्रोस्टेटाइटिस युवाओं में होने वाली एक आम समस्या है. इसकी एक बड़ी वजह है सेक्स एजुकेशन की कमी और अपने शरीर के बारे में सही जानकारी न होना. इसलिए रिषभ चाहते हैं हम अपने शो पर प्रोस्टेटाइटिस के बारे में बात करें. ये क्या होता है, किन वजहों से होता है और इससे कैसे बच सकते हैं, डॉक्टर्स से पूछकर लोगों को बताएं ताकि उनकी तरह और भी युवाओं को मदद मिल सके. तो सबसे पहले ये जान लीजिए प्रोस्टेटाइटिस है क्या?
प्रोस्टेटाइटिस क्या होता है?ये हमें बताया डॉक्टर अनिल मंधानी ने.
प्रोस्टेट ग्लैंड को पौरुष ग्रंथि कहते हैं. ये हर मेल में पाई जाती है. इससे कुछ एंजाइम निकलते हैं जो वीर्य के साथ रियेक्ट कर के उसमें मौजूद स्पर्म (शुक्राणु) की गतिशीलता बढ़ाते हैं. अगर प्रोस्टेट ग्लैंड न हो तो नेचुरल तरीके से बच्चे नहीं हो सकते. ये ग्लैंड ब्लैडर के मुंह पर पाया जाता है. इसके ज़रिए एक नली जिसे यूरेथ्रा कहते हैं, लिंग तक जाती है. इसकी मदद से यूरिन पास होता है. एक ही नली से यूरिन और वीर्य दोनों निकलते हैं. प्रोस्टेट ग्लैंड के इन्फेक्शन को एक्यूट प्रोस्टेटाइटिस कहते हैं. प्रोस्टेटाइटिस ज़्यादातर युवाओं को होता है.
कारणइसके कुछ कारण हैं जैसे शरीर की इम्युनिटी कम होना. पानी कम पीना, जिसके कारण पेशाब गाढ़े रंग का आता है. ई-कोलाई नाम का बैक्टीरिया यूरेथ्रा से जाता है. ऐसा तब होता है जब आप साफ़-सफ़ाई नहीं रखते. हस्तमैथुन या सेक्स लंबे समय तक नहीं करते तो भी ऐसा होता है. हस्तमैथुन और सेक्स से प्रोस्टेट ग्लैंड खाली होता है. अगर ये लंबे समय तक खाली नहीं होता तो प्रोस्टेट ग्लैंड की सेहत पर असर पड़ता है. इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है.
लक्षण-प्रोस्टेटाइटिस में दर्द होता है
-पेशाब करने में जलन होती है
-यूरिन की धार कम हो जाती है
-क्योंकि प्रोस्टेट ग्लैंड सूज जाता है जिससे पेशाब का फ्लो रुकता है
-बुखार आ सकता है
बचावसेफ़ सेक्शुअल एक्टिविटी ज़रूरी है ताकि प्रोस्टेट ग्लैंड खाली होता रहे. हीट थेरेपी काम आती है. एक्सरसाइज करें. हाइड्रेशन रखें.
प्रोस्टेटाइटिस किन कारणों से होता है, ये आपने सुन लिया. सही जानकारी होने पर बचाव आसान है. अगर लक्षण दिख रहे हैं तो अपने नज़दीकी डॉक्टर से ज़रूर मिलें. प्रोस्टेटाइटिस का इलाज बिलकुल संभव है.
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