वज़न घटाने के लिए खाने में नमक नहीं डालते? नुकसान पढ़ सिर चकरा जाएगा
नो-सॉल्ट डाइट बहुत लोग वज़न घटाने के लिए फॉलो करते हैं. बिना ये जाने कि इससे उनके शरीर के अंदर क्या हो रहा होता है.
24 फ़रवरी 2018. इस दिन रात के वक़्त, एकाएक एक ऐसी ख़बर आई जिसने देश के हर इंसान को एकदम हिलाकर रख दिया. ख़बर थी कि मशहूर एक्ट्रेस श्रीदेवी की दुबई के एक होटल में अचानक मौत हो गई. उस वक़्त तरह-तरह की बातें हुईं. अटकलें लगाई गईं. पर श्रीदेवी के परिवार ने कोई रिएक्शन नहीं दिया.
अब पांच साल बाद, श्रीदेवी के पति और फिल्म प्रोड्यूसर बोनी कपूर ने इस पूरे हादसे पर अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने इसे एक एक्सीडेंटल डेथ बताया, जो डूबने के कारण हुई. आगे उन्होंने कहा कि श्रीदेवी फिट रहने के लिए काफ़ी स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करती थीं. उन्होंने काफ़ी वज़न घटाया था. जिसके लिए उन्होंने सहारा लिया था नो-सॉल्ट डाइट का. यानी वो अपने खाने में नमक का इस्तेमाल नहीं करती थीं.
बोनी कपूर ने बताया कि जब उनकी शादी हुई थी तब श्रीदेवी अचानक बेहोश हो जाती थीं. डॉक्टर ने जांच में बताया था कि उनको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, जिसके कारण ऐसा होता है. डॉक्टर अक्सर उन्हें चेतावनी देते थे कि वो नो-सॉल्ट डाइट न फॉलो करें. अपने खाने में नमक का इस्तेमाल करें.
आप सोच रहे होंगे कि सेहत में हम इस बारे में क्यों बात कर रहे हैं. वो इसलिए क्योंकि ये नो-सॉल्ट डाइट बहुत लोग वज़न घटाने के लिए फॉलो करते हैं. बिना ये जाने कि इससे उनके शरीर के अंदर क्या हो रहा होता है.
देखिए, ये तो हमने बहुत सुना है कि ज़्यादा नमक नहीं खाना चाहिए. ज़्यादा नमक खाने से बीपी बढ़ जाता है. शरीर और चेहरा सूजा हुआ लगता है. बिल्कुल सही बात है. पर इसका मतलब ये नहीं है कि अपने खाने से नमक को एकदम काट दिया जाए. आज हम बात करेंगे इसी नो-सॉल्ट डाइट के बारे में. एक्सपर्ट्स से जानेंगे कि आपके रोज़ के खाने में कितना नमक होना ज़रूरी है.
नमक आपके शरीर के लिए क्यों ज़रूरी होता है?ये हमें बताया सीनियर डायटीशियन रिया देसाई ने.
-सोडियम शरीर के अंदर फ्लूइड की मात्रा को मेन्टेन कर के रखता है.
-मांसपेशियों को सिकुड़ने और रिलैक्स करने में मदद करता है.
-साथ ही ये खून के ज़रिए ज़रूरी पोषण को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में मदद करता है.
खाने में नमक बंद करने से शरीर में क्या होता है?-बिना सोडियम के ये ज़रूरी काम रुक जाएंगे.
-कई लोग खाने में नमक लेना छोड़ देते हैं.
-ये डाइट बहुत ख़तरनाक है.
-ये नहीं करनी चाहिए.
-अगर खाने में नमक लेना छोड़ दिया तो उससे शरीर के अंदर डिहाइड्रेशन हो जाता है यानी शरीर में पानी की कमी हो जाती है.
-जिसकी वजह से चक्कर आते हैं.
-कमज़ोरी और कंफ्यूज़न होता है.
-अगर नमक बिल्कुल भी नहीं खाते तो उससे मांसपेशियों में बहुत कमज़ोरी महसूस होती है.
-मांसपेशियां ठीक तरह काम नहीं कर पातीं.
-इसके कारण चलने, उठने, बैठने में तकलीफ़ होती है.
-नमक न खाने का असर ब्रेन पर भी पड़ता है.
-ब्रेन में सूजन होने का चांस होता है.
-ब्रेन ठीक तरह से काम नहीं कर पाता, जिससे कंफ्यूज़न होती है और दौरे पड़ते हैं.
-अगर केस बहुत सीरियस हो गया तो पेशेंट कोमा में भी जा सकता है.
-अगर शरीर में नमक ज़रा भी नहीं बचा तो उस कंडीशन को हाइपोनेट्रेमिया कहते हैं.
-ये एकदम अच्छा नहीं होता है.
-अगर आपको लगता है कि इस कंडीशन में आने के बाद नमक खिलाने से सब ठीक हो जाता है तो ऐसा नहीं है.
-डायबिटीज में मीठा खिलाने से शुगर तुरंत नॉर्मल हो जाती है. पर हाइपोनेट्रेमिया के केस में ऐसा नहीं होता. नमक खिलाने पर भी कंडीशन एकदम से ठीक नहीं होगी.
-अगर इंसान हाइपोनेट्रेमिया की स्टेट में चला जाता है तो उसका सोडियम लेवल ऊपर आने में बहुत मेहनत लगती है.
-ये खाली नमक खाने से नहीं होता.
-सोडियम खाना बहुत ज़रूरी है क्योंकि सोडियम हमारे शरीर में बनता नहीं है.
-हमको बाहर से ही लेना पड़ता है.
-इसलिए नमक सही मात्रा में खाना बेहद ज़रूरी है.
डाइट में कितना नमक होना चाहिए?-बहुत रिसर्च करने के बाद एक्सपर्ट्स ने बताया है कि पूरे दिन में इंसान को 5 ग्राम से ज़्यादा सोडियम नहीं लेना है.
-अब 5 ग्राम नापेंगे कैसे?
-एक टीस्पून लीजिए.
-इसमें नमक डालकर उसे चम्मच के किनारे के लेवल पर एक बराबर कर दें तो ये पांच ग्राम हो जाएगा.
-पूरे दिन में इतना ही इस्तेमाल करना है.
-ये मात्रा आम लोगों के लिए है.
-अगर किसी को दिल या किडनी की बीमारी है तो उनकी डाइट में नमक सही मात्रा में होना ज़रूरी है.
-वो पांच ग्राम नहीं ले सकते.
-ऐसे में मेडिकल दुकानों पर सोडियम के पैकेट मिलते हैं.
-एक छोटे पैकेट में एक ग्राम सोडियम होता है.
-दिल और किडनी के पेशेंट 2300 मिलीग्राम से ऊपर न जाएं.
-ऐसे अगर दो पैकेट इस्तेमाल किए जाते हैं तो मात्रा का ध्यान रखने में आसानी होती है.
-इसलिए सोडियम को पूरी तरह से खाने में बंद नहीं करना है.
-सही मात्रा में लेना है.
-पैक्ड और प्रोसेस्ड खाने में सोडियम काफ़ी ज़्यादा मात्रा में डाला जाता है जिससे खाना ख़राब न हो, इसलिए इसे अवॉइड करें.
-अचार 12 महीने इसलिए ठीक रह पाता है क्योंकि उसमें बहुत सारा नमक और तेल होता है.
-कोशिश करिए कि पैक्ड खाना, जंक फ़ूड और ऊपर से नमक अवॉइड करें.
-लेकिन नमक को पूरी तरह खाना बंद न करें.
इतना सब सुनकर आपको ये तो समझ में आ गया होगा कि सोडियम आपके लिए कितना ज़रूरी है और इसे कितनी मात्रा में लेना है. फिट होने की चाह अच्छी बात है. और इसके लिए कई हेल्दी तरीके हैं. एक अच्छी, बैलेंस्ड डाइट. एक्सरसाइज. शराब, सिगरेट से परहेज़. और स्ट्रेस से दूरी. आप फिट रहने के लिए इन चीज़ों का सहारा लें. न कि जानलेवा, ख़तरनाक डाइट का. अपना ध्यान रखिए.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको ख़ुद से कोई दवाई लेने की सलाह नहीं देता.)
वीडियो: सेहत: क्या आपकी जीभ पर सफ़ेद परत जम गई है, जानिए ऐसा क्यों होता है?