इस बीमारी में इंसान ज़िंदगीभर बच्चा लगता है, अपने बच्चे को कैसे बचाएं?
इसके लक्षण दिखने लगते हैं, आपको दिखें तो बच्चे को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं
आप में से जो भी लोग टीवी शो बिग बॉस देखते हैं, उन्हें साल 2022 का सीज़न तो याद होगा ही. बिग बॉस 16 में एक कंटेस्टेंट थे तजाकिस्तान के सिंगर अब्दू रोज़िक. कुछ ही दिनों में अब्दू पूरे देश के फ़ेवरेट बन गए थे. आप ने अगर बिग बॉस नहीं देखा है, तो भी सोशल मीडिया पर अब्दू को ज़रूर देखा होगा. बेहद ही क्यूट हैं. अब जो अब्दू को नहीं जानता, पहली नज़र में उन्हें देखकर बच्चा समझता है. पर असल में अब्दू की उम्र 19 साल है.
शायद आपको यकीन न हो रहा हो. पर ये सच है. दरअसल अब्दू एक कंडीशन से ग्रसित हैं जिसका नाम है ग्रोथ हॉर्मोन डेफिशियेंसी यानी ग्रोथ हॉर्मोन की कमी. इसमें इंसान की उम्र ज़रूर बढ़ती है, पर कद-काठी नहीं. इसलिए ग्रोथ हॉर्मोन डेफिशियेंसी से ग्रसित लोगों को पब्लिक अक्सर बच्चा समझती है. सिर्फ़ अब्दू ही नहीं, ऐसे बहुत सारे केसेस हैं.
आपको पता है हम सब के चहेते GOAT यानी ग्रेटएस्ट ऑफ़ ऑल टाइम फुटबॉल प्लेयर मेसी भी 11 साल की उम्र में इस कंडीशन से ग्रसित थे. उनका इलाज हुआ और वो ठीक हो गए. आज बात करेंगे इस कंडीशन के बारे में.
ग्रोथ हार्मोन क्या होता है?ये हमें बताया डॉक्टर समीर पुनिया ने.
ग्रोथ हॉर्मोन ब्रेन में मौजूद पिट्यूटरी ग्लैंड यानी ग्रंथि से निकलता है. ये ग्रोथ यानी बढ़ने के लिए बहुत ज़रूरी होता है. ग्रोथ हॉर्मोन प्यूबर्टी यानी किशोरावस्था की शुरुआत के लिए ज़रूरी है.
ग्रोथ हार्मोन की कमी क्यों होती है?ग्रोथ हार्मोन की कमी के दो ही कारण होते हैं. पहला कारण है अक्वायर्ड. दूसरा है पैदायशी. पैदायशी यानी पैदाइश से कोई प्रॉब्लम होती है, जिसकी वजह से ग्रोथ हॉर्मोन नहीं बन पाते. पैदाइश से ऐसा होने के पीछे कोई ठोस वजह नहीं पता चल पाती है. अक्वायर्ड यानी किसी ख़ास कारण से ग्रोथ हॉर्मोन नहीं बन रहा. जैसे ब्रेन ट्यूमर में. ब्रेन इन्फेक्शन में या कोई चोट या ट्रॉमा जिसके बाद ग्रोथ हार्मोन बनने में प्रॉब्लम हो.
लक्षण-जब बच्चा बढ़ रहा होता है तो उसका कद और वज़न देखा जाता है
-अगर बच्चे का कद और वज़न अपनी उम्र के बच्चों से बहुत कम है तो ग्रोथ हॉर्मोन कम होने का चांस होता है
-कुछ केसेस में जिसमें प्यूबर्टी हो जानी चाहिए, पर समय निकलने के बाद भी ऐसा नहीं होता
-तब ग्रोथ हॉर्मोन डेफिशियेंसी होने का शक होता है
डायग्नोसिसबच्चों के डॉक्टर के पास जाएं. डॉक्टर बच्चे के चार्ट्स देखते हैं. इसमें हाइट चार्ट होता है. अगर उस चार्ट में बच्चे की हाइट थर्ड सेंटाइल से नीचे हैं. तब ग्रोथ हॉर्मोन का टेस्ट किया जाता है. कई और भी टेस्ट होते हैं. जिसमें हड्डियों की उम्र पता की जाती है.
इलाजग्रोथ हॉर्मोन की कमी ठीक की जा सकती है. इसमें बच्चे को ग्रोथ हॉर्मोन दिए जाते हैं जिसके बाद बच्चा बढ़ता है. इस कंडीशन का सही से इलाज किया जा सकता है. ग्रोथ हॉर्मोन देने से प्यूबर्टी आ जाती है. चेहरे पर बाल भी आते हैं. शरीर में उम्र के साथ बदलाव भी होते हैं. हाइट भी बढ़ती है. हाइट को उम्र के हिसाब से मैच करना ज़रूरी है. इसके लिए अपने डॉक्टर और बच्चों के स्टैण्डर्ड हाइट चार्ट से सही जानकारी ले सकते हैं.
जैसा डॉक्टर ने बताया ग्रोथ हॉर्मोन डेफिशियेंसी ठीक की जा सकती है. पर इसके लिए ज़रूरी है कि समय रहते इलाज हो. इलाज टाइम पर तब ही हो पाएगा जब कंडीशन सही समय पर पकड़ में आएगी. इसलिए बताए गए लक्षणों पर ध्यान रखें. अगर बच्चे में वो लक्षण दिख रहे हैं तो फौरन डॉक्टर से मिलें.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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