चेहरे पर दाने निकल रहे हैं तो ये गलतियां करना बंद करें
जानिए दानों से कैसे छुटकारा पाएं.
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यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.
स्किन की सबसे आम परेशानी. एक्ने. पिंपल्स. यानी दाने. अब इन्हीं से परेशान हैं लल्लनटॉप की व्यूअर स्नेहा. वो 25 साल की हैं. इससे पहले स्नेहा को कभी एक्ने का प्रॉब्लम नहीं हुआ. प्यूबर्टी के दौरान भी उनकी स्किन ठीक ही रही. पर पिछले कुछ महीनों से उनकी स्किन की बैंड बज गई है. चेहरे और गले पर लाल रंग के बड़े-बड़े दाने निकल आए हैं. उनमें दर्द भी होता है. जून में स्नेहा की शादी है. उस समय उन्हें मेकअप भी लगाना पड़ेगा. अब स्नेहा को डर है कि एक्ने के साथ वो चेहरे पर मेकअप कैसे लगाएंगी. कहीं उनकी स्किन और खराब हो गई तो? इसलिए वो चाहती हैं हम उनकी मदद करें. एक्ने से कैसे छुटकारा पा सकते हैं, ये डॉक्टर्स से पूछकर उन्हें बताएं. तो चलिए, सबसे पहले जानते हैं एक्ने असल में किस तरह के दानों को कहते हैं और ये क्यों हो जाते हैं?
क्या होता है एक्ने?
ये हमें बताया डॉक्टर अप्रतिम ने.
डॉक्टर अप्रतिम गोयल, डर्मटॉलजिस्ट, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई
-एक्ने ऐसी कंडीशन है जो 80 प्रतिशत लोगों को कभी न कभी लाइफ में होती है
-ये लाल या स्किन कलर के दाने हैं जो आपके चेहरे, गले, और सीने पर होते हैं
-ये कॉमन होते हैं प्यूबर्टी के बाद. यानी 15 से 30 साल की उम्र में
-एक्ने बच्चों में भी हो सकते हैं, नवजात में भी हो सकते हैं, और एडल्ट्स में भी हो सकते हैं
-हमारी स्किन में छोटे-छोटे पोर्स होते हैं. यानी छोटे-छोटे घड़े. स्किन के नीचे. उसमें जो लाइनिंग है उससे ऑइल निकलता है
-जिन लोगों की ऑइली स्किन है उनमें ये ऑइल स्किन से बाहर आते हैं. इससे स्किन ग्लो करती हुई दिखती है
-लेकिन ये ऑइल हमेशा अच्छे नहीं होते
-किसी भी कारण से ये ऑइल बाहर नहीं आ पा रहा है. कोई ब्लॉकेज हो गई है ऑइल ग्लैंड्स में
-ऑइल ग्लैंड्स टी-ज़ोन में होते हैं. यानी माथे, नाक, ठुड्डी. साथ ही चेस्ट और बैक में भी
-ऐसे में ये ऑइल अंदर ही स्किन में इकट्ठे हो जाते हैं
-उसके ऊपर स्किन के डेड सेल्स मिक्स हो जाते हैं
-इसलिए ऑइल बाहर नहीं आ पाता. सब अंदर ही जमा हो जाते हैं
-उसके अंदर बैक्टीरिया भी आके रहने लगते हैं
हमारी स्किन में छोटे-छोटे पोर्स होते हैं. यानी छोटे-छोटे घड़े. स्किन के नीचे. उसमें जो लाइनिंग है उससे ऑइल निकलता है
-इस सबसे मिलकर एक्ने बनाता है
-पर ये फौरन एक्ने नहीं बनते. पहले ये ब्लैक हेड्स बनते हैं. वाइट हेड्स होते हैं.
-अगर इस स्टेज पर भी आप उसकी केयर न करें तब आपको पिंपल हो जाते हैं
-ये एक्ने कभी-कभी ठीक भी हो जाते हैं और कभी-कभी निशान भी छोड़ जाते हैं
-अगर आप एक्ने ठीक नहीं करें तो वो स्कार्स बन जाते हैं
-ये स्कार्स लाल या ब्राउन रंग के धब्बे हो सकते हैं
-या कुछ गड्ढे भी हो सकते हैं
-इनको ट्रीट करना मुश्किल है पर मुमकिन है
-आपकी बॉडी पर भी दाने हो सकते हैं. आपको एलर्जी हो सकती है, बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकता है, या गर्मी से निकलने वाली घमौरियां हो सकती हैं
ये एक्ने से अलग कैसे हैं?
-एक्ने का एक कोर्स है. वो पहले ब्लैकहेड बनते हैं. फिर वाइट हेड बनते हैं. फिर एक्ने बनते हैं. उसकी बाद निशान छोड़ते हैं
-ज़रूरी नहीं है कि वो पस (मवाद) वाले एक्ने हों. वो सिर्फ़ एक दाना जैसा भी बन सकता है. साथ ही एक टिपिकल एरिया होता है जहां एक्ने होते हैं
-जैसे माथे से शुरू होते हैं. फिर चेहरा. चेस्ट, कंधे, और पीठ का ऊपरी हिस्सा
-ये टिपिकल जगह हैं जहां एक्ने होते हैं
-लेकिन दाने आपको कहीं भी हो सकते हैं. किसी भी एज ग्रुप में. बॉडी में कहीं भी हो सकते हैं
-वैक्सिंग में भी जहां-जहां बाल निकाले जाते हैं वहां-वहां छोटे-छोटे दाने आ सकते हैं
-देखने में लगता है उनमें पस भरा है. लाल होते हैं
-पर उसका इलाज अलग होता है
एक्ने क्यों होता है?
-सबसे इम्पोर्टेन्ट कारण है हॉर्मोन्स
-इसलिए एक्ने तब शुरू होते हैं जब आपको पीरियड्स शुरू होते हैं. यानी प्यूबर्टी पे. एक्ने मेल, फ़ीमेल दोनों में हो सकते हैं
एक्ने का एक कोर्स है. वो पहले ब्लैकहेड बनते हैं. फिर वाइट हेड बनते हैं. फिर एक्ने बनते हैं. उसकी बाद निशान छोड़ते हैं
-सेकंड फैक्टर है जेनेटिक. अगर आपके परिवार में एक्ने हैं तो चांस है आपको भी हो सकता है और वो निशान भी छोड़ेंगे
-तीसरी वजह है वातावरण. अगर प्रदूषण है. स्मोक है. या बहुत आप मेकअप लगा रहे हैं और मेकअप हटा नहीं रहे. तो ये सब आपके पोर्स को बंद करते हैं जिससे एक्ने होता है
-धूप के कारण
-बॉडी में हॉर्मोनल डेफिशिएन्सी है
-खानपान का बड़ा हाथ है. ऐसा नहीं है कि ऑइली खाने से एक्ने होते हैं. पर बहुत सारे फूड हैं जो एक्ने पैदा कर सकते हैं. जैसे जिनमें कार्बोहाइड्रेट है. जंक फूड है.
एक्ने पर एक छोटा सा कोर्स तो आपका हो गया. अब बात करते हैं आप एक्ने से अपनी स्किन को कैसे बचा सकते हैं. और सबसे ज़रूरी, इसका इलाज क्या है?
एक्ने से कैसे बचें
इन टिप्स के बारे में हमें बताया डॉक्टर ज़ेबा ने.
डॉक्टर ज़ेबा छपरा, डर्मटॉलजिस्ट, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई
-दिन में कम से कम दो बार अपने चेहरे को धोएं
-इसके लिए सैलिसाइक्लिक एसिड या गल्यूकोलिक एसिड बेस्ड क्लीन्ज़र इस्तेमाल करें
-ऑइल बेस्ड क्रीम न इस्तेमाल करें, न ही अपने स्कैल्प पर ज़्यादा ऑइल लगाएं
-बालों पर ऑइल न लगाएं. बालों पर ऑइल लगाने से ऑइल बिल्ड अप बढ़ जाएगा
-स्कैल्प को धोते रहें
-अगर आप मेकअप लगाते हैं तो सोने से पहले मेकअप को ज़रूर निकालें
इलाज
-आप कुछ घरेलू नुस्खे ट्राई कर सकते हैं
-हल्दी, नींबू, मुल्तानी मिट्टी जैसे पैक
-डिस्प्रिन को क्रश करके, पानी में मिक्स करके चेहरे पर लगा सकते हैं
-डिस्प्रिन में सैलिसाइक्लिक एसिड होता है जो स्किन के ऊपर जमा ऑइल को निकालने में मदद करता है
-अगर एक्ने माइल्ड है तो सिर्फ़ क्रीम का इस्तेमाल करते हैं, जैसे बेंज़ोइक पैरोक्साइड
-अगर एक्ने सीवियर हो तो ओरल मेडिकेशन दी जाती है
ऑइल बेस्ड क्रीम न इस्तेमाल करें, न ही अपने स्कैल्प पर ज़्यादा ऑइल लगाएं
-ओरल मेडिकेशन में विटामिन-ए और एंटी बायोटिक का इस्तेमाल होता है
-कई केसेज़ में हमें क्लिनिक ट्रीटमेंट भी करने पड़ते हैं
- इन क्लिनिक ट्रीटमेंट में कई ऑप्शन हैं जैसे पिल. पिल्स जिनमें सैलिसाइक्लिक एसिड या ग्लाइकोलिक एसिड हो. ये काफ़ी अच्छे से आपकी स्किन को क्लियर कर देते हैं. बिना मार्क्स छोड़े
-दूसरा है लेज़र. लेज़र स्किन के अंदर जाकर बैक्टीरिया को मारते हैं और इसलिए आपकी स्किन जल्दी ठीक हो जाती है
-एक्ने के केसेज़ में मेडी क्लीनअप भी करते हैं. इसमें ब्लैक हेड्स और वाइट हेड्स को जड़ से निकालते हैं ताकि वो पिंपल में न बदल जाएं
-ये जब शुरुआती स्टेज में करते हैं तब काफ़ी जल्दी इम्प्रूवमेंट मिलता है
देखिए. दानों का क्या है न कि निकलते रहते हैं. इसलिए ज़्यादा टेंशन मत लीजिए. डॉक्टर्स साहब ने जो टिप्स बताए हैं उनका ध्यान रखिए. आपकी स्किन ठीक हो जाएगी.
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