The Lallantop
Advertisement

राजस्थानः SP ने दो समलैंगिक पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया, कहा- पुलिस की छवि खराब की

नागौर के SP ने समलैंगिकता की वजह से सस्पेंशन की बात से इनकार किया है.

Advertisement
Rajasthan policemen suspended
दोनों पुलिसकर्मियों का एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है (फ़ोटो - फ़ेसबुक/FreePik)
pic
सोम शेखर
23 जून 2022 (Updated: 23 जून 2022, 06:01 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

राजस्थान की नागौर पुलिस ने एक स्टेशन हाउस अधिकारी (SHO) और एक कांस्टेबल निलंबित कर दिया गया है. दोनों के बीच कथित तौर पर समलैंगिक रिश्ते रहे हैं. दोनों के बीच संबंध का एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर मौजूद है. हालांकि, नागौर पुलिस का कहना है कि इस मामले का समलैंगिक संबंधों से कोई लेना देना नहीं है और ये ब्लैकमेलिंग का केस है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, निलंबित SHO गोपाल कृष्ण चौधरी ने खिनस्वर थाने में FIR दर्ज कराई. उसमें भी यही कहा कि कॉन्स्टेबल प्रदीप चौधरी कुछ समय से उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था. लेकिन जांच में कई ऐसी बातें सामने आई हैं, उससे कुछ और ही लगता है.

निलंबन की वजह ब्लैकमेलिंग या समलैंगिक संबंध?

नागौर SP राममूर्ति जोशी ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. उनका कहना है कि SHO ने उन्हें एक लिखित शिकायत दी थी. इसमें बताया कि सोशल मीडिया के ज़रिए हवलदार प्रदीप से उनकी ‘दोस्ती’ हुई थी. एक रात को हवलदार ने उन्हें कॉल किया, अपने कपड़े उतारे, उनके कपड़े उतरवाए और वीडियो बना ली. इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर हवलदार ने कथित तौर पर SHO से पैसे ऐंठे. अब आरोपी हवलदार पांच लाख रूपये और एक गाड़ी मांग रहा था, जिसके बाद SHO ने उसकी शिकायत दर्ज कराई.

रिपोर्ट दायर करने के बाद SP के आदेश पर आरोपी हवलदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है. इसके अलावा, राजस्थान पुलिस की छवि को चोट पहुंचाने के लिए दोनों पुलिस कर्मियों को अगले आदेश तक सस्पेंड कर दिया गया है.

पुलिस कर्मियों के मोबाइल फोन को ज़प्त कर लिया गया है और उनके मोबाइल फोन से 'अश्लील' चैट्स और वीडियोज़ मिले हैं.

हालांकि, नागौर पुलिस SP ने समलैंगिकता की वजह से सस्पेंशन की बात से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि आरोपी हवलदार ने SHO का वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया, इसीलिए उन्हें सस्पेंड किया गया है. नागौर के SP राम मूर्ति जोशी ने कहा,

"FIR में गोपाल चौधरी ने प्रदीप पर 2.5 लाख रुपये की जबरन वसूली का आरोप लगाया है. शुरुआत में गोपाल ने आरोपी को पैसे दिए भी, लेकिन जब आरोपी ने 5 लाख रुपये और गाड़ी मांग ली, तब पीड़ित SHO ने मुझसे संपर्क किया और लिखित शिकायत दी."

वहीं, राजस्थान पुलिस के ही एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी थे.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement