इस तकनीक से हमेशा के लिए हट जाएगा आंखों से चश्मा!
कॉन्ट्यूरा विज़न प्रोसीजर इतना एडवांस है कि इसमें कोई दर्द नहीं होता.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
मन जब 5 साल के थे तब उन्हें चश्मा लग गया. उस वक़्त उनके चश्मे का नंबर ज़्यादा नहीं था. पर मन को चश्मा पहनना एकदम नापसंद था, इसलिए उन्हें जब मौका मिलता वो चश्मा उतार देते हैं. कई-कई घंटे चश्मा नहीं लगाते. बहुत लोग ऐसा करते हैं. पर इसका नतीजा ये हुआ कि आंखों पर और ज़ोर पड़ने लगा. चश्मे का नंबर भी बढ़ गया. मन अब 25 साल के हैं और उनके चश्मे का नंबर है 8. उन्होंने आंखों की ऐसी सर्जरी के बारे में सुना है, जिससे चश्मा हटाया जा सकता है. मन ये सर्जरी करवाने के लिए बहुत उत्सुक हैं. हाल-फ़िलहाल में उन्होंने लेसिक से भी बढ़िया सर्जरी के बारे में सुना है जिसका नाम है कॉन्ट्यूरा विज़न. इसमें न सिर्फ़ चश्मा हट जाता है बल्कि इसके बाद और ज़्यादा साफ़ दिखाई देने लगता है.
पर मन थोड़ा घबराए हुए हैं. इस सर्जरी को लेकर उनके मन में कई सवाल है. क्या ये सेफ़ होगी? इसमें कोई साइड इफ़ेक्ट या दर्द तो नहीं होगा? इस सर्जरी की कीमत कितनी होगी? कोई भी फ़ैसले पर आने से पहले वो इन बातों का जवाब जानना चाहते हैं.
अब कई लोग चश्मा हटवाना चाहते हैं या लेंस नहीं लगाना चाहते. ऐसे में वो क्या कर सकते है? हमने ये पूछा डॉक्टर्स से. तो सबसे पहले ये पता करते हैं कि चश्मा हटाने के लिए कौन-कौन सी तकनीक इस्तेमाल की जा सकती है और उनमें से सबसे बेस्ट कौन सी है?
चश्मा हटाने की सबसे आधुनिक तकनीक कौन सी है?ये हमें बताया डॉक्टर राहिल चौधरी ने.
-चश्मा हटाने के लिए आज की डेट में 3 पॉपुलर तकनीक हैं.
-पहली है लेसिक लेज़र.
-दूसरी है स्माइल.
-तीसरी है कॉन्ट्यूरा विज़न.
-तीनों ही तकनीकों में लेज़र का इस्तेमाल किया जाता है आंखों से चश्मा हटाने के लिए.
-इन तीनों में कॉन्ट्यूरा विज़न सबसे पॉपुलर और एडवांस्ड तकनीक है.
कॉन्ट्यूरा विज़न चश्मा हटाने की पुरानी तकनीकों से कैसे अलग है?-चश्मा हटाने की पुरानी तकनीक जैसे लेसिक और स्माइल केवल चश्मे का नंबर हटाती हैं.
-यानी जो नज़र चश्मे के साथ मिल रही है, वही नज़र बिना चश्मे के मिल जाएगी.
-लेकिन कॉन्ट्यूरा विज़न में दो नई एडवांसमेंट आई हैं.
-पहले एडवांसमेंट को कहते हैं कॉर्नियल इर्रेग्यूलेरिटीज़ रिमूवल.
-दूसरे एडवांसमेंट को कहते हैं विजुअल एक्सेस ट्रीटमेंट.
-जिसकी वजह से कॉन्ट्यूरा के बाद जो क्वालिटी आती है, वो स्माइल और लेसिक से कई गुना बेहतर है.
-कॉन्ट्यूरा कराने वाले पेशेंट सुपर विज़न को एक्सपीरियंस करते हैं.
-यानी वो एक नॉर्मल इंसान से भी ज़्यादा देख पाते हैं.
क्या कॉन्ट्यूरा विज़न सेफ़ है, इसमें दर्द होता है?-कॉन्ट्यूरा विज़न एक बहुत ही सेफ़ तकनीक है.
-इस तकनीक से रोज़ ऑपरेशन किए जाते हैं.
-पूरी दुनिया में इस तकनीक को इस्तेमाल किया जा रहा है.
-इस तकनीक को US FDA से मान्यता भी प्राप्त है.
-कॉन्ट्यूरा विज़न प्रोसीजर इतना एडवांस है कि इसमें कोई दर्द नहीं होता.
-कोई इंजेक्शन नहीं लगता.
-कोई टाका नहीं लगाया जाता है.
-कोई पट्टी नहीं होती.
-कोई ब्लेड इस्तेमाल नहीं होता.
-अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ता.
-आज ऑपरेशन करवाया और कल से दिखना शुरू हो जाता है.
-3-4 दिन का परहेज़ है, फिर आप सब कुछ कर सकते हैं.
कॉन्ट्यूरा विज़न के क्या साइड इफ़ेक्ट हैं?-कॉन्ट्यूरा विज़न आखिर है तो एक मेडिकल प्रोसीजर ही.
-हर मेडिकल प्रोसीजर के कुछ साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं.
-लेकिन कॉन्ट्यूरा विज़न के बहुत ज़्यादा साइड इफ़ेक्ट नहीं देखे जाते हैं.
-इसमें ऑपरेशन के तुरंत बाद आंखों में थोड़ी सी जलन हो सकती है.
-आंखों से पानी निकल सकता है.
-आंखें चौंधिया सकती हैं.
-ये प्रॉब्लम 2-3 दिन में ठीक हो जाती है.
-जो प्रॉब्लम थोड़े लंबे समय के लिए चलती है वो है ऑपरेशन के बाद आंखों में ड्राईनेस आना.
-पर ये ड्राईनेस स्माइल में भी आती है और लेसिक में भी.
-इस ड्राईनेस को ठीक होने में 2-3 महीने लगते हैं.
-जिस दौरान आंखों में लुब्रिकेटिंग ड्रॉप्स डाली जाती हैं.
कॉन्ट्यूरा विज़न से कितने नंबर तक का चश्मा हट सकता है?-कॉन्ट्यूरा विज़न तकनीक में आधे नंबर से लेकर 8 नंबर तक का चश्मा हटाया जा सकता है.
-अगर किसी मरीज़ का नंबर 8 से ऊपर है तो ऐसे पेशेंट में एक दूसरी तरह की तकनीक इस्तेमाल की जाती है.
-जिसको ICL कहा जाता है.
-इसमें आंख में एक लेंस डाला जाता है और इस तकनीक से चश्मे का नंबर ठीक किया जाता है.
-आज की डेट में आधे नंबर से लेकर 24 नंबर तक का चश्मा बिना किसी प्रॉब्लम के हटा सकते हैं.
तो भई जो भी लोग चश्मा हटवाना चाहते हैं उनके लिए कॉन्ट्यूरा विज़न एक अच्छा ऑप्शन है क्योंकि जैसा कि डॉक्टर साहब ने बताया, इससे न सिर्फ़ चश्मा हटता है बल्कि आपको सुपरविज़न मिलता है. यानी और ज़्यादा साफ़ दिखाई देने लगता है. रही बात इसकी कीमत की तो इस सर्जरी को करवाने में आपको लगभग 95 हजार का ख़र्चा होगा.
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