(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञोंके अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूरपूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)रूही 22 साल की हैं. नोएडा की रहने वाली हैं. 2 महीने पहले उनकी शादी हुई है. वो औरउनके पति अगले 3 सालों तक बच्चा नहीं चाहते. रूही ने पहले कभी गर्भनिरोधक काइस्तेमाल नहीं किया है. इसलिए उनके मन में कई सवाल हैं. उन्होंने अपने फ्रेंड्स सेऐसी पिल्स के बारे में सुना है, जिन्हें लगातार लेना पड़ता है, प्रेग्नेंसी से बचनेके लिए. रूही को समझ में नहीं आ रहा, उन्हें कौन सी बर्थ कंट्रोल पिल्स लेनी चाहिए.कितने दिनों तक लेनी चाहिए. साथ ही उन्हें डर है कि कहीं इसके कोई साइड इफ़ेक्ट तोनहीं होंगे. वो चाहती हैं कि हम गर्भनिरोधक पर एक एपिसोड बनाएं. किस तरह की बर्थकंट्रोल पिल्स होती हैं, ये कैसे काम करती हैं, इनके साइड इफ़ेक्ट क्या हैं, डॉक्टरसे बात करके ये सारी जानकारी दें ताकि उनके जैसे और लोगों को उनके सवालों के जवाबमिलें. सही बात है. बर्थ कंट्रोल के बारे में सही जानकारी होना बेहद ज़रूरी है. तोसबसे पहले जान लीजिए बर्थ कंट्रोल पिल्स क्या होती हैं.बर्थ कंट्रोल पिल्स क्या होती हैं?ये हमें बताया डॉक्टर नुपुर गुप्ता ने.-बर्थ कंट्रोल पिल्स तब ली जाती हैं जब आप प्रेग्नेंसी नहीं चाहते-अगर आप सेक्शुअली एक्टिव हैं और प्रेग्नेंसी नहीं चाहते तो ऐसे में बर्थ कंट्रोलपिल्स ली जाती हैं-ये पिल्स ओरली ली जाती हैं यानी मुंह के द्वारा-ये टैबलेट के फॉर्म में आती हैं-इनमें हॉर्मोन्स होते हैं-ये 21 या 28 दिन के पैक में उपलब्ध होती हैं-21 दिन वाली गोली एक्टिव पिल होती हैं-7 दिन फिर दवा नहीं खाई जाती है-जो 28 दिन की पिल है उसमें 21 दिन एक्टिव पिल है-यानी इन दिनों में ये पिल खाई जाती है-बाकी 7 दिन विटामिन या आयरन दिया जाता हैअगर आप सेक्शुअली एक्टिव हैं और प्रेग्नेंसी नहीं चाहते तो ऐसे में बर्थ कंट्रोलपिल्स ली जाती हैंबर्थ कंट्रोल पिल्स कैसे काम करती हैं?-बर्थ कंट्रोल पिल्स के काम करने के दो मुख्य तरीके होते हैं-पहला: ओवरी से अंडे को निकलने से रोकना-यानी ओव्युलेशन को रोकना-दूसरा तरीका: सर्वाइकल म्यूकस को मोटा कर देना ताकि स्पर्म अंडे तक न पहुंच पाए-तीसरा तरीका: बच्चेदानी की लाइनिंग पर प्रभाव पड़ता है जिससे प्रेग्नेंसी नहीं होतीबर्थ कंट्रोल पिल्स कितनी तरह की होती हैं?-दो तरह की बर्थ कंट्रोल पिल्स आती हैं-एक है कॉम्बिनेशन पिल-जिसमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन दोनों हॉर्मोन होते हैं-दूसरी तरह की पिल है प्रोजेस्ट्रॉन ओनली पिल-प्रोजेस्ट्रॉन ओनली पिल कुछ ही कंडीशंस में दी जाती हैं-जैसे उन महिलाओं को जो ब्रेस्टफ़ीड करवा रही हैं-उम्र 30 साल से ज़्यादा हैकॉम्बिनेशन पिल 21, 28 या 24+4 दिन के पिल पैक में आती है-स्मोकिंग करती हैं-दिल की बीमारियों का रिस्क है-थ्रोम्बोम्बोलिज़्म है-पास्ट हिस्ट्री रही है डीप वेन थ्रोम्बोसिस की-सिर्फ़ इन्हीं लोगों को प्रोजेस्ट्रॉन की पिल्स दी जाती हैं-आमतौर पर कॉम्बिनेशन पिल इस्तेमाल की जाती हैं-कॉम्बिनेशन पिल 21, 28 या 24+4 दिन के पिल पैक में आती है-ये आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इस्तेमाल कर सकते हैंबर्थ कंट्रोल पिल्स के साइड इफ़ेक्ट-कुछ आम साइड इफ़ेक्ट हैं-जैसे उल्टी महसूस होना-उल्टी होना-पेट दर्द-पेट के निचले हिस्से में क्रैम्प्स हो सकते हैं-शरीर में सूजन आ सकती है-पर ऐसा सबके साथ नहीं होता-कुछ ही लोगों में ये सब देखा जाता है-कुछ समय में ये लक्षण दिखने बंद हो जाते हैं-कुछ महिलाओं में दो पीरियड्स के बीच में ब्लीडिंग हो सकती है-ब्रेस्ट में दर्द हो सकता हैकई लोगों को लगता है कि अगर उन्होंने बर्थ कंट्रोल पिल खाई तो उन्हें कभीप्रेग्नेंसी नहीं होगीबर्थ कंट्रोल पिल्स के फायदे-बर्थ कंट्रोल पिल्स के कुछ फ़ायदे भी हैं-ये पिल्स प्रेग्नेंसी को रोकती हैं-साथ ही पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से भी निजात मिलती है-हैवी पीरियड्स को कंट्रोल करने में मदद मिलती है-एक्ने ठीक होने में मदद मिलती है-एक्स्ट्रा हेयर ग्रोथ रुकती है-जिन लोगों को एंडोमेट्रियोसिस का दर्द रहता है उन्हें भी राहत मिलती है-पीरियड साइकिल को ठीक करने के लिए भी ये पिल्स दी जाती हैंबर्थ कंट्रोल पिल्स को लेकर मिथक-कई लोगों को लगता है कि अगर उन्होंने बर्थ कंट्रोल पिल खाई तो उन्हें कभीप्रेग्नेंसी नहीं होगी-ये बहुत बड़ा मिथक हैबर्थ कंट्रोल पिल खाने से पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से भी निजात मिलती है-सच्चाई यह है कि जैसे ही आप दवा बंद करते हैं वैसे ही फर्टिलिटी वापस आ जाती हैयानी प्रेग्नेंसी हो सकती है-कुछ लोगों को लगता है कि पिल खाने से वज़न बढ़ जाएगा-अब तक जो रिसर्च हुई है उससे ये साफ़ है कि ऐसा नहीं है-उल्टा जब ये पिल्स हॉर्मोन्स की उथल-पुथल को ठीक करती हैं तब वज़न कंट्रोल होता है-आम धारणा है कि बर्थ कंट्रोल पिल्स से कैंसर हो सकता है-ये सही नहीं है-उल्टा ये पिल्स ओवेरियन और एंडोमेट्रियल कैंसर के रिस्क को कम करती हैंआप के लिए बेस्ट बर्थ कंट्रोल पिल कौन-सी है?-ये तय करने के लिए आपको अपनी मेडिकल हिस्ट्री, पर्सनल हिस्ट्री और सर्जिकलहिस्ट्री अपने डॉक्टर से डिस्कस करनी चाहिए-डॉक्टर को ये बताएं कि आप कब प्रेग्नेंसी प्लान करना चाहते हैं-कौन-सी दवाइयां खाते हैं-किसी पिल से कभी कोई रिएक्शन हुआ है-ये सब डॉक्टर से डिस्कस करने के बाद ही आपको बर्थ कंट्रोल पिल लेनी चाहिएउम्मीद है कि डॉक्टर नुपुर ने गर्भनिरोधक के बारे में जो जानकारी दी है, वो आपकेबहुत काम आएगी. एक बात का ध्यान रखें कि कोई भी बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमालकरने से पहले, अपनी मेडिकल हिस्ट्री डॉक्टर से ज़रूर डिस्कस कर लें. उनसेसलाह-मशविरा करने के बाद ही ये पिल्स लेना शुरू करें.