ये उन दिनों की बात है. जब बॉबी देओल एनीमल के अबरार नहीं थे. न उनकी एंट्री परजमाल कुडू बजता था. उनका नाम था राज मल्होत्रा. फिल्म थी अजनबी. जिसमें बॉबी भैयाविक्की बजाज उर्फ़ अक्षय कुमार से दोस्ती के चक्कर में धोखा खा गए थे. लेकिन चूंकितब हीरो हुआ करते थे. तो आख़िरी बाजी उन्होंने ही मारी थी. कम्प्यूटर का सबसे फेमसपासवर्ड डालकर. पहले तो उन्हें कुछ समझ नहीं आया. लेकिन फिर अचानक दार्शनिक हुए औरविक्की का पूरा जीवन दर्शन एक मिनट में समझ लिया. बॉबी की उंगलियां लहराई.कम्प्यूटर की स्क्रीन दर्शकों की तरफ घूमी. सामने लिखा था -एवरीथिंग इज़ प्लांड. बसफिर क्या. इस पासवर्ड ने किया विक्की का खेल ओवर और अपना सोल्जर, फिर एक बार मीठीबातें बोलकर हीरोइन का दिल चुरा ले गया.आज हम आपको जो कहानी सुनाने जा रहे. वो है विक्की बजाज के गुरु की. वो गुरु जो 2500साल पहले पैदा हुए. एवरीथिंग इज़ प्लांड का दर्शन दिया. लेकिन फिर गायब हो गए. जबकिउनके समकालीन बुद्ध और महावीर का दर्शन बड़े-बड़े धर्मों में तब्दील हो गया. हम बातकर रहे हैं आजीविकों की. कौन थे ये? चलिए जानते हैं.