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PM मोदी ने खालिस्तान पर ऐसा क्या समझाया, जो ट्रूडो देखते रह गए?

G20 समिट के दौरान PM मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात हुई. इस दौरान कई मुद्दों पर बात हुई.

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what did canada pm justin trudeau and pm narendra modi discuss on sidelines of g20 summit
PM नरेंद्र मोदी और कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो (फोटो - India Today)
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ज्योति जोशी
11 सितंबर 2023 (Updated: 11 सितंबर 2023, 09:42 IST)
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G20 समिट के दौरान PM मोदी (PM Narendra Modi) और कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की अलग से भी मुलाकात हुई. इस दौरान PM मोदी ने सख्त लहजे में कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर चिंता जताई. कहा कि इस तरह से खतरों से निपटने और भारत-कनाडा संबंधों की प्रगति के लिए आपसी सम्मान और विश्वास जरूरी है. ये बयान हाल ही में कनाडा में हुईं भारत विरोधी घटनाओं के मद्देनजर सामने आया है. 

प्रेस रिलीज के मुताबिक, मुलाकात के दौरान पहले ट्रूडो ने पहले तो भारत की G20 अध्यक्षता की सफलता पर PM मोदी को बधाई दी. PM मोदी ने जोर दिया कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं.

PM मोदी ने ट्रूडो को कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में बताया. कहा कि वो अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं, भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों, पूजा स्थलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय को धमकी दे रहे हैं. PM मोदी ने जोर दिया कि इन ताकतों का संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी गिरोहों से मेलजोल, कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए. 

इससे पहले ट्रूडो ने एक बयान में कहा था,

हम हमेशा हिंसा और नफरत के खिलाफ रहे हैं. ये ध्यान रहे कि कुछ लोगों की गतिविधियां, पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं. दूसरा पहलू ये है कि इस मसले में विदेशी हस्तक्षेप भी है और हमने इस बारे में बात भी की है.

कुछ ही दिन पहले खबर आई थी कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के ‘सरे’ शहर में एक दुर्गा मंदिर की दीवारों पर भारत-विरोधी और खालिस्तान-समर्थक पोस्टर्स चिपकाए गए हैं. इस घटना के एक दिन बाद खालिस्तानी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने वैंकूवर में भारत के दूतावास को 'लॉक डाउन' करने का दावा किया था. पिछले महीने, ‘सरे’ में ही लक्ष्मी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. यहां भी दरवाजे और दीवार पर भारत-विरोधी पोस्टर चिपकाए गए थे. जुलाई में ट्रूडो ने कहा था कि उनकी सरकार कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को बेहद गंभीरता से ले रही है.

वीडियो: G20 का मेहमान कनाडा, जहां मुक्का मारकर प्रधानमंत्री बन गए जस्टिन ट्रेूडो

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