"2002 के मामले पर चुनाव के एक साल पहले डॉक्यूमेंट्री क्यों बनाई"- BBC पर भड़के शाह ये बोले
राहुल गांधी के संसद में विपक्ष की आवाज़ दबाने के आरोप पर क्या बोले शाह?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने BBC की डॉक्यूमेंट्री की टाइमिंग पर सवाल उठाए. शाह ने कहा कि घटना 2002 में हुई थी, उस पर डॉक्यमेंट्री 2024 के चुनाव के एक साल पहले क्यों बनाई गई. अमित शाह ने ये बात तब कही जब उनसे BBC पर हुई इनकम टैक्स की कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल पूछा गया. शाह ने कहा कि इनकम टैक्स के सर्वे की टाइमिंग पर क्यों सवाल उठाए जा रहै हैं सवाल तो BBC से पूछा जाना चाहिए कि 2002 की घटना पर अब डॉक्यूमेंट्री क्यों दिखाई गई.
गृहमंत्री अमित शाह इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शामिल हुए थे. शाह से जब केंद्रीय जांच एजेंसीज़ की कार्रवाई के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा -
सिर्फ दो केस के अलावा बाकी सभी केस कांग्रेस सरकार के दौरान दर्ज हुए थे. और कोई भी व्यक्ति ED या CBI की कार्रवाई को कोर्ट में चैलेंज कर सकता है. मीडिया में बयान देने के बजाय कोर्ट में जाकर चैलेंज करना चाहिए.
दरअसल दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद केंद्र सरकार पर इस तरह के सवाल उठाए जा रहे थे कि जांच एजेंसीज़ का इस्तेमाल बदले की भावना के तहत किया जा रहा है. इसी पर जवाब देते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान ये मुकदमें लोगों को शांत कराने के लिए दर्ज किए जा रहे थे. लेकिन अब उन मामलों में कार्रवाई की जा रही है.
अमित शाह से जब उनके मंत्रालय के काम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा-
2014 में जब मोदी सरकार बनी तो तीन फ्रंट पर समस्या थी. कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट और वामपंथी आतंकवाद. फिलहाल इन तीनों फ्रंट पर अब कोई समस्या नहीं है. इसलिए मुझे अपने मंत्रालय के काम से संतुष्टी है.
इस दौरान शाह से राहुल गांधी और कांग्रेस के उन आरोपों पर भी सवाल पूछा गया कि संसद में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता. इस पर जवाब देते हुए शाह ने कहा कि संसद की एक मर्यादा है. नियम कानून होते हैं. कोई कुछ भी नहीं बोल सकता है. शाह ने कहा कि हम चाहते हैं कि संसद चले. सरकार की तरह से बातचीत की कोशिश भी की गई लेकिन विपक्ष से कोई जवाब नहीं आया.
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