उत्तराखंड के जंगल में जानलेवा आग, चार वनकर्मियों की मौत
वन विभाग के मुताबिक उन्हें बिनसर में एक जगह पर आग लगाए जाने की सूचना मिली थी. एक टीम उसी आग को बुझाने पहुंची थी. लेकिन तेज हवा के कारण आग फैल गई और इसमें वन कर्मी झुलस गए.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 13 जून को जंगल की आग में जलकर चार लोगों की मौत हो गई. वहीं अन्य चार लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. सभी पीड़ित वन विभाग के कर्मी हैं. बताया जा रहा है कि वन विभाग के 8 कर्मियों की टीम बिनसर के जंगल में लगी आग बुझाने गए थे. लेकिन तेज हवा के कारण वे आग से घिर गए और बुरी तरह झुलस गए.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा के बिनसर में जंगल की आग से 4 वनकर्मियों की मौत पर दुःख जताया है. मुख्यमंत्री ने मृतक वनकर्मियों के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है. CM पुष्कर सिंह धामी ने X पर पोस्ट किया,
"बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि (जंगल की आग) की चपेट में आने से 4 वनकर्मियों के निधन का अत्यंत हृदयविदारक समाचार प्राप्त हुआ. इस दुःख की घड़ी में हमारी सरकार दिवंगतों के परिजनों के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता हेतु प्रतिबद्ध है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख की अनुग्रह धनराशि देने की घोषणा की है.
घायल वनकर्मियों को तत्काल एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी बेस अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दे दिए हैं. ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं."
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वन विभाग के रेंजर मनोज सनवाल ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया,
"आज लगभग 3-3:30 बजे के करीब हमें बिनसर में आग की सूचना मिली थी. तुरंत हमारी टीम घटनास्थल की ओर गई. संभवत: टीम ये तय कर रही थी कि कहां से आग पर काबू पाना है, तभी तेज हवा चली और टीम चारों ओर से आग से घिर गई. ये लोग उसी में झुलस गए."
आजतक के अंकित शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मरने वालों में एक वन आरक्षी (फॉरेस्ट रेंजर), वन संरक्षक (फॉरेस्ट कंसरवेटर, फायर वॉचर और एक PRD (प्रांतीय रक्षक दल) जवान शामिल हैं.
उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में रह-रहकर जंगल में आग लगना जारी है. पिछले महीने भी अल्मोड़ा, बागेश्वर और नैनीताल में जंगल की आग बेकाबू हो गई थी. जंगल की आग बुझाने के लिए वायु सेना की मदद ली गई थी.
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