राहुल गांधी से क्यों मिलना चाहते हैं अमेरिका से आए ये सांसद? क्या पेच फंस गया है?
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के साथ एक निजी बैठक करने में दिलचस्पी दिखाई है. ये सांसद अमेरिका से भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने आए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं.
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ एक निजी बैठक करने में दिलचस्पी दिखाई है. ये सांसद अमेरिका से भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने आए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं. इसमें भारतीय मूल के दो सांसद रो खन्ना और श्री धानेदार भी शामिल हैं.
इंडिया टुडे से जुड़ीं गीता मोहन की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रवीण चक्रवर्ती ने इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पार्टी ने इसके लिए औपचारिक और आधिकारिक अनुरोध भी किया था.
प्रवीण चक्रवर्ती ने बताया,
"पिछले दो दिनों में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के कुछ सांसदों ने राहुल गांधी के साथ एक निजी बैठक के लिए हमसे बात की है. हमने उनसे कहा है कि वायनाड से लौटने के बाद राहुल गांधी के साथ बैठक आयोजित की जा सकती है. और हमें ऐसा कर के खुशी होगी. हालांकि, हमने उनसे अनुरोध किया है कि वे औपचारिक और आधिकारिक तौर पर राहुल गांधी से मिलें."
प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि विदेश मंत्रालय इसकी मंजूरी देता है या नहीं, ये उनके और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के बीच की बात है. उन्होंने आगे कहा,
प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल"हालांकि, मुझे नहीं लगता कि विदेश मंत्रालय को इसके लिए चिंतित होना चाहिए. भारत दौरे पर आया एक प्रतिनिधिमंडल अगर लोकतंत्र में विपक्ष के नेता से मिलना चाहता है तो इसमें विदेश मंत्रालय को क्यों चिंता होगी?"
अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने इससे पहले बताया था कि कुछ लोग अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलना चाहते हैं. इसके लिए भारतीय विदेश मंत्रालय से बात करने की ज़रूरत होगी. 14 अगस्त को रो खन्ना ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा,
"मैं और पूरा प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय के मेहमान हैं. किसी से मिलने की व्यवस्था वही करेंगे. मुझे पता है कि कुछ लोग अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलना चाहते हैं. मैंने ये अनुरोध विदेश मंत्रालय को बता भी दिए हैं. अब वे इस पर फैसला लेंगे. उन्होंने हमारा बहुत अच्छी तरह ध्यान रखा है. कई बैठकें भी कराई हैं. मैं इसका सम्मान करता हूं."
खन्ना ने आगे बताया कि भारत में होने वालीं उनकी सभी बैठकें अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय के ज़रिए हो रही हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने ही अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को भारत बुलाया है. इधर, राहुल गांधी के कार्यालय ने साफ किया है कि उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए कोई अनुरोध नहीं किया था.
अपने इस दौरे पर अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ ही कई और मंत्रियों से भी मिलेगा. ये पहली बार नहीं है कि अमेरिकी सांसदों ने ऐसी बैठक की मांग की हो.
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