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सांसदों के निलंबन पर संसद में मचा बवाल, क्या होगा हंगामे का अंजाम

विपक्ष के हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. इस हंगामे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में तीखी प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी ने कहा कि "हम देश बनाने की सोच रहे हैं और विपक्ष सरकार उखाड़ने की."

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सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन (ANI)
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दिग्विजय सिंह
19 दिसंबर 2023 (Updated: 19 दिसंबर 2023, 13:33 IST)
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संसद की सुरक्षा में सेंध के मुद्दे पर संसद में मचा कोहराम दोनों सदनों से 92 सांसदों के निलंबन के बाद भी थमता नजर नहीं आ रहा है. विपक्षी सांसदों के निलंबन से नाराज INDIA गठबंधन ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया. जिसकी वजह से लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. जबकि राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा.

पीएम मोदी का वार- इस बीच बीजेपी संसदीय दल की बैठक में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने विपक्ष के हंगामे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी ने कहा कि - "उन (संसद में घुसपैठ करने वाले) दो लड़कों से बड़ी गलती विपक्ष कर रहा है. हम देश जोड़ने की सोच रहे हैं. और विपक्ष सरकार को उखाड़ फेंकने की." प्रधानमंत्री ने विपक्ष से भाषा की मर्यादा पर भी ध्यान देने की अपील की है.

विपक्ष का पलटवार- इससे  पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने 92 सांसदों के निलंबन को लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया है. राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि "यह विडंबना की बात है कि 13 दिसंबर को दो आरोपियों को लोकसभा में प्रवेश दिलाने में मदद करने वाले भाजपा सांसद अभी भी अपने पद पर बने हुए हैं. जबकि उस भाजपा सांसद की भूमिका पर गृहमंत्री से बयान देने की मांग करने वाले INDIA के दोनों सदनों के 92 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है."

ये भी पढ़ें- (संसद में घुसपैठ तो ग़ैर-क़ानूनी है, मगर विरोध की वजह कितनी जायज़?)

इस बीच NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को चिट्ठी लिखकर सांसदों के निलंबन पर पुर्नविचार करने को कहा है. अपनी चिट्ठी में शरद पवार ने लिखा है कि "संसदीय प्रक्रिया की गरिमा सुनिश्चित करने के लिए मामले पर विचार करने की जरूरत है. कुछ ऐसे सांसदों को भी निलंबित कर दिया गया है, जो आम तौरपर हंगामे में शामिल नहीं होते या सदन के वेल में नहीं आते."
 

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