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UP: मंदिर वालों ने बुलाया तो मुस्लिम MLA यज्ञ में पहुंचीं, कुछ को ऐसा चुभा, 'शुद्धिकरण' कर डाला

सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज विधानसभा सीट से विधायक सैय्यदा खातून को मंदिर वालों ने खुद बुलाया था, लेकिन फिर क्या हुआ जो बात 'शुद्धिकरण' तक पहुंच गई? कौन हैं ऐसा करने वाले लोग?

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Uttar Pradesh After Muslim MLA Syeda Khatoon visited the temple in Siddharthnagar district
विधायक सैय्यदा खातून (बाएं) और नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मराज वर्मा (दायीं ओर) | फोटो: इंडिया टुडे
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अभय शर्मा
29 नवंबर 2023 (Updated: 29 नवंबर 2023, 09:50 IST)
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विधायक जी मुस्लिम हैं, एक मंदिर में पहुंच गईं. कुछ लोगों को ये बात अच्छी न लगी. विधायक बाहर निकलीं, तो मंदिर में युद्ध स्तर पर सफाई अभियान शुरू हो गया. मामला है उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले का. यहां की डुमरियागंज विधानसभा सीट से विधायक हैं सैय्यदा खातून. इनका राजनीतिक ताल्लुक समाजवादी पार्टी (सपा) से है. रविवार, 26 नवंबर को उन्होंने एक स्थानीय मंदिर का दौरा किया. बताते हैं कि उनके मंदिर से निकलने के बाद मंदिर परिसर को 'गंगाजल से शुद्ध’ किया गया. क्या और कैसे हुआ? पूरी कहानी आगे जानते हैं.

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को सिद्धार्थनगर की बढ़नी चाफ़ा नगर पंचायत में स्थित ‘समया माता मंदिर’ में 'शतचंडी महायज्ञ' का आयोजन किया गया था. सपा विधायक सैय्यदा खातून इस यज्ञ में भाग लेने के लिए मंदिर गई थीं. इसके लिए उन्हें स्थानीय लोगों ने निमंत्रण दिया था. सैय्यदा खातून के लौटने के बाद मंदिर में कुछ लोगों ने मंत्रोच्चार के बीच, उसे ‘गंगाजल से शुद्ध’ किया. ये काम किया बढ़नी चाफा के नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मराज वर्मा और उनके करीबियों ने. धर्मराज वर्मा BJP के पुराने कार्यकर्ता हैं, इसकी पुष्टि सिद्धार्थनगर के BJP जिला अध्यक्ष कन्हिया पासवान ने इंडियन एक्सप्रेस को की है.

धर्मराज ने बताया ऐसा क्यों किया?

धर्मराज वर्मा ने इसके बाद कहा कि कुछ अधर्मी लोगों ने विधायक सैय्यदा खातून को फोन किया था.

उन्होंने आगे कहा,

“सैय्यदा खातून एक मुस्लिम हैं और गाय का मांस खाती हैं, इसलिए यह पवित्र स्थान उनके आने से अपवित्र हो गया, ऐसे में उन्होंने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर मंदिर परिसर को शुद्ध किया है… अब शुद्धिकरण के बाद मंदिर का स्थान पूरी तरह से पवित्र और पूजा-पाठ के लिए उपयुक्त हो गया है.”

विधायक सैय्यदा खातून क्या बोलीं?

वहीं इस घटना को लेकर सैय्यदा खातून ने पीटीआई को बताया कि ऐसे किसी भी कृत्य से उन्हें कहीं जाने से रोका नहीं जा सकता. एक जन प्रतिनिधि होने के नाते वो निमंत्रण मिलने पर सभी धर्मों और सम्प्रदायों से संबंधित स्थानों का दौरा जारी रखेंगी. 

सैय्यदा खातून ने आगे कहा,

“क्षेत्र के कई ब्राह्मण और संत मेरे साथ जुड़े हुए हैं और उन्होंने मुझे लगभग दस दिन पहले 'समया माता मंदिर' में आमंत्रित किया था. मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं, मैं क्षेत्र के सभी लोगों की विधायक हूं और जहां भी आमंत्रित किया जाएगा वहां जाऊंगी… मैंने तो क्षेत्र में विभिन्न मंदिरों का नवीनीकरण कार्य भी करवाया है.”

विधायक सैय्यदा खातून ने अपने दौरे के विरोध को लेकर कहा,

"नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मराज वर्मा भाजपा और हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े हैं. मैं ऐसे लोगों से डरने वाली नहीं हूं. लोगों ने भी इस मुद्दे पर मेरा समर्थन किया है और बयान दिए हैं.''

मंदिर के पुजारी ने क्या बताया?

इस विवाद पर मंदिर के पुजारी श्रीकृष्ण दत्त शुक्ला ने कहा कि विधायक को महायज्ञ के लिए आमंत्रित किया गया था और वो शाम को वहां आई थीं. विधायक कुछ देर रुकीं और समाज में सौहार्द की बातें कीं, फिर चली गईं. शुक्ला के मुताबिक अगली सुबह धर्मराज वर्मा और उनके दल ने वहां पहुंच कर सवाल किया कि विधायक को क्यों बुलाया गया था और विधायक के आने से मंदिर ‘अपवित्र’ हो गया है. शुक्ला ने आगे बताया कि इसके बाद वर्मा और उनके साथ आए लोगों ने गंगाजल छिड़का और मंदिर परिसर की सफाई की.

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बता दें कि 'समया माता मंदिर' राप्ती नदी के तट पर सिद्धार्थनगर जिले में स्थित हिंदुओं का एक धार्मिक स्थल है. पड़ोसी देश नेपाल और आसपास के जिलों से श्रद्धालु गहरी आस्था और भक्ति के साथ इस मंदिर में आते हैं.

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