The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • up stf arrested two in bomb th...

'जुबैर' नाम से राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले गिरफ्तार, असली नाम है...

27 दिसंबर 2023 के दिन डीजीपी मुख्यालय से जानकारी दी गई थी कि एक X आईडी से ट्वीट किया गया है. ट्वीट ये था कि आईएसआई से जुड़े जुबैर खान नाम के युवक ने एक मेल किया है. इसमें सीएम योगी, एसटीएफ चीफ अमिताभ यश, भारतीय किसान मंच के देवेंद्र नाथ तिवारी के साथ ही अयोध्या राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई.

Advertisement
up stf arrested two in bomb threat email case sent to eliminate up cm yogi adityanath
यूपी एसटीएफ ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार. (फोटो- इंडिया टुडे)
pic
प्रशांत सिंह
3 जनवरी 2024 (Published: 24:04 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

अयोध्या में राम मंदिर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और एसटीएफ चीफ को बम से उड़ा देने की धमकी देने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है (Two arrested in bomb threat case). आरोपियों के नाम ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्र बताए गए हैं. आरोप है कि इन्होंने जुबैर नाम से एक फर्जी ईमेल आईडी बनाकर राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भेजी मेल की थी.

फर्जी आईडी से भेजा मैसेज

आजतक से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक 27 दिसंबर 2023 के दिन डीजीपी मुख्यालय से जानकारी दी गई थी कि एक X आईडी से ट्वीट किया गया है. ट्वीट ये था कि आईएसआई से जुड़े जुबैर खान नाम के युवक ने एक मेल किया है. इसमें सीएम योगी, एसटीएफ चीफ अमिताभ यश, भारतीय किसान मंच के देवेंद्र नाथ तिवारी के साथ ही अयोध्या राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई.

थ्रेट मैसेज का जरिया बनी ईमेल आईडी को फॉलो करते हुए एसटीएफ की टीम ने जांच शुरू की. इसी कड़ी में एसटीएफ की टीम ने गोंडा के धानेपुरु निवासी ताहर सिंह और कटरा बमडेरा के ओम प्रकाश मिश्र को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों को लखनऊ के विभूतिखंड इलाके से धरा गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि बंथरा निवासी भारतीय किसान नेता देवेंद्र तिवारी एक एनजीओ चलाता है. उसके खिलाफ मानकनगर, अशियाना, बंथरा, गौतमपल्ली और आलमबाग में कई मामले दर्ज हैं. आरोपियों ने बताया कि वो देवेंद्र के आलमबाग स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट पैरामेडिकल साइंसेज के कार्यालय में काम करते हैं. ओमप्रकाश इसी कॉलेज से आप्टोमेट्री में दो साल का डिप्लोमा भी कर रहा है. देवेंद्र तिवारी के कहने पर ही ताहर सिंह ने थ्रेट मैसेज भेजने के लिए फर्जी ईमेल आईडी बनाई थी. इसके बाद नाका से दो मोबाइल फोन खरीदकर ये मेल किया गया था.

वीडियो: 'भगवान नहीं दिखते तब तक... ' श्रीराम की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज की कहानी

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement