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'शेर को पिंजरे में डालकर धोखे से... ' मुख्तार अंसारी पर पुलिसवाले ने जो लिखा, विभाग बोला अब एक्शन होगा

Mukhtar Ansari की मौत के बाद UP Police Constable ने गैंगस्टर के सपोर्ट में वॉटसऐप स्टेटस लगाया. जिसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है. क्या-क्या लिखा था इस पुलिसवाले ने?

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मुख्तार अंसारी के सपोर्ट में पुलिस वाले ने लगाया स्टेटस (फाइल फोटो-PTI)
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आशीष श्रीवास्तव
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उत्तर प्रदेश के एक पुलिस कॉन्स्टेबल (UP Police Constable) पर गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के सपोर्ट में वॉटसऐप स्टेटस लगाने का मामला सामने आया है. लखनऊ में यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल फयाज खान ने स्टेटस में मुख्तार अंसारी को 'शेर- ए-पूर्वांचल' बताया. बवाल मचने के बाद सीनियर अधिकारी हरकत में आ गए. कॉन्स्टेबल फयाज खान को सस्पेंड करने के लिए चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी गई है.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉन्स्टेबल फयाज खान थाना बीकेटी में तैनात हैं. मुख्तार की मौत के बाद फयाज खान ने अपने वॉटसऐप पर दो स्टेटस लगाए थे. एक स्टेटस में लिखा था,

“जिंदा रहेगा वो तो दिलों में अवाम के, ऐ दिल ना उसकी मौत पे रंजो मलाल कर. हिम्मत नहीं थी सामने आकर लड़े कोई, धोखे से मारा शेर को पिंजरे में डालकर. अलविदा शेर-ए- पूर्वांचल मुख्तार अंसारी.”

वहीं दूसरे स्टेटस में लिखा गया,

“शेर की खुराहट से जिनके आका बाप दादा की पैंट गीली हो जाती थी, वो आज बाबा की माया के नारे लगा रहे हैं.”

ये भी पढ़ें: "माफिया बृजेश सिंह के खिलाफ गवाही ना हो इसलिए..." मुख्तार के बेटे ने और किसका नाम लिया?

कॉन्स्टेबल को किया जाएगा सस्पेंड!

कॉन्स्टेबल के दोनों स्टेट्स का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. जिसके बाद लखनऊ उत्तरी के डीसीपी अभिजीत आर शंकर ने मामले में संज्ञान लिया. उन्होंने बताया,

“SHO बीकेटी के द्वारा भेजी गई रिपोर्ट से स्पष्ट हो रहा है कि कॉन्स्टेबल फयाज खान ने उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पॉलिसी और 1991 नियमों का उल्लंघन किया है. ऐसे में कॉन्स्टेबल फयाज खान के सस्पेंशन की परमिशन के लिए चुनाव आयोग को पत्र भेज दिया गया है. चुनाव आयोग की तरफ से परमिशन दिए जाने पर कॉन्स्टेबल फयाज खान को सस्पेंड किया जाएगा. ”

28 मार्च को हुई थी मौत

28 मार्च को मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी. बांदा जेल में उसको हार्ट अटैक आया था. जिसके बाद मुख्तार को इलाज के लिए बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बांदा मेडिकल कॉलेज ने मुख्तार की मौत कार्डियक अरेस्ट से होने की आधिकारिक रूप से पुष्टि की.

हालांकि, मुख्तार अंसारी के परिवार वालों का इससे अलग रुख है. उनका कहना है कि मुख्तार ने मौत से कुछ दिन पहले ही एक प्रार्थना पत्र में कहा था कि उसे खाने में 19 मार्च की रात को कुछ जहरीला पदार्थ मिलाकर दिया गया था. इस वजह से उसकी तबीयत बहुत बिगड़ गई थी. मुख्तार के परिवार की तरफ से उसे जेल में जहर दिए जाने के आरोप लगाए गए. परिवार ने मांग की थी कि मुख्तार का पोस्टमार्टम फिर से दिल्ली AIIMS में कराया जाएगा. हालांकि, परिवार की ये मांग नहीं मानी गई, 30 मार्च को मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया.

वीडियो: क्या मुख्तार अंसारी ने घेरकर कृष्णानंद राय को मारा था?

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