BJP को विपक्ष वाले तो हार पर घेर ही रहे थे, अब अपने भी नहीं छोड़ रहे
Gurugram से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा सरकार पर चुनाव के दौरान बिजली कटौती को लेकर सवाल उठाया है. उधर लोनी से BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर ने पार्टी के कुछ नेताओं पर समाजवादी पार्टी वालों के साथ साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए हैं.
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा के लोकसभा चुनावों में भी इस बार BJP को भारी नुकसान हुआ है. पिछली बार पार्टी ने हरियाणा की 10 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की, लेकिन इस बार पांच सीटें ही जीत पाई. इस नुकसान की वजह से BJP में अंदरुनी घमासान की खबरें सामने आ रही हैं (BJP Internal Clash UP Haryana). केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम लोकसभा सीट से BJP उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा सरकार पर ही सवाल उठा दिए हैं.
6 जून को राव इंद्रजीत सिंह ने कहा,
हरियाणा में दस साल से हमारी सरकार है लेकिन चुनाव के समय गुरुग्राम में 10-10 घंटे बिजली क्यों काटी गई? इससे मुझे नुकसान हुआ. गुरुग्राम में सीवर का काम ठीक से नहीं हुआ. कूड़े की भी समस्या थी. सरकार कहती है कि बिजली सरप्लस में थी तो चुनाव के समय बिजली क्यों कटवाई. ये सवाल पूछे जाएंगे. हम चाहते थे मोदी ही जीते और वो जीत भी गए. लेकिन अब हरियाणा का CM कौन बनेगा, इस पर विचार होना चाहिए.
गौरतलब है कि हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों में से बीजेपी महज 5 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई. जबकि पांच सीटें कांग्रेस के खाते में गईं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में लोनी से BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भी पार्टी के कुछ नेताओं पर समाजवादी पार्टी के साथ साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए हैं. ABP को इंटरव्यू देते हुए दावा किया,
इस बार लोकसभा में पूरी प्लानिंग के साथ समाजवादी पार्टी के अधिकारियों ने मोटी रिश्वत लेकर ऐसी जगह पोस्टिंग ली कि चुनावों में गड़बड़ की जा सके. हमारे कार्यकर्ताओं की चुनाव प्रचार वाली गाड़ियां जब्त की गईं. डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों का नुकसान करने की कोशिश हुई. क्षत्रीय वोटों के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया कि उन्होंने BJP को वोट नहीं दिया. साजिश हुई है. लोगों को भड़काया गया है. इसमें पार्टी के नेता भी शामिल थे. बिना उनके ये काम नहीं हो सकता. एक-दो नेता समाजवादी पार्टी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे. वो नेता जिनको लगा कि पार्टी में सम्मान नहीं मिला.
नंद किशोर गुर्जर ने दावा किया कि उन्होंने इस बात की शिकायत पार्टी से की है और आलाकमान को सारी बातें मालूम हैं. उन्होंने कहा,
एक्शन की कोशिश की गई लेकिन फिर आचार संहिता लागू हो गई. मुझसे पूछा जाएगा तो मैं फिर बोलूंगा. मेरे पास सबूत भी हैं. UP BJP का गढ़ है. हम वापसी करेंगे.
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बता दें, उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से केवल 33 सीटें ही BJP के खाते में गई. समाजवादी पार्टी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज कराई. कांग्रेस को भी 6 सीटें मिलीं.
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