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उदयपुर हत्याकांड: नुपूर शर्मा के बयान के बाद ही 'कुछ बड़ा करने' की थी प्लानिंग!

ATS की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि कन्हैया लाल की हत्या के लिए उन्होंने कई बार रेकी की.

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Udaipur murder
कन्हैयालाल की हत्या के दोनों आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज (फोटो- इंडिया टुडे)
1 जुलाई 2022 (Updated: 1 जुलाई 2022, 16:13 IST)
Updated: 1 जुलाई 2022 16:13 IST
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उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या (Kanhaiya Lal murder) मामले में आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं. दोनों आरोपियों ने बताया है कि कन्हैया लाल की हत्या से पहले कई बार रेकी की गई थी. इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, उदयपुर ATS के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने उसी वक्त कुछ बड़ा करने की प्लानिंग बनाई थी, जब नुपुर शर्मा (बीजेपी की निलंबित नेता) ने विवादित बयान दिया था और उसका समर्थन उदयपुर के कुछ लोग करने लगे थे.

कुछ बड़ा करने का प्लान!

नुपूर शर्मा ने मई महीने में एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने सोचा कि गाली-गलौच और FIR से बात नहीं बनेगी, इसलिए दोनों ने तय किया कि “कुछ बड़ा करना” होगा, जिसका नतीजा कन्हैया लाल की हत्या के रूप में सामने है.

उदयपुर ATS ने रियाज और गौस से पूछताछ के बाद हत्या में इस्तेमाल दो हथियार बरामद किए. उदयपुर के सपेटिया इलाके में एक दुकान से इस हथियार को बरामद किया गया. दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वो कन्हैया लाल की हत्या करने के बाद सपेटिया इलाके गए, जहां शोएब नाम के एक शख्स का ऑफिस है. शोएब के ऑफिस में ही बैठकर दोनों ने हथियार के साथ कबूलनामे वाला वीडियो बनाया था. इसी ऑफिस से 17 जून को धमकी वाला वीडियो भी बनाया गया और वायरल किया गया.

रैडिकल वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे 

रिपोर्ट के मुताबिक, यह भी सामने आया है कि मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ऐसे कई वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे जिनमें पाकिस्तान समेत कई और दूसरे देशों के कट्टरपंथी विचाराधारा के लोग शामिल थे. ऐसे ग्रुप में हमेशा भड़काऊ बातें की जाती थीं. नुपूर शर्मा के बयान के बाद वॉट्सऐप ग्रुप में ही लगातार बदला लेने और कुछ बड़ा करने की बातें होने लगी थीं.

दोनों मुख्य आरोपियों को 30 जून की देर रात अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में लाया गया था. दोनों आरोपियों को अलग-अलग बैरक में रखा गया. इसे राजस्थान की सबसे सुरक्षित जेल माना जाता है. मामले की जांच अभी शुरुआती दौर में है. दोनों आरोपियों के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सीज किए गए हैं. उधर मामले में दो और लोगों, आसिफ और मोहसिन को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच उदयपुर कोर्ट ने शुक्रवार 1 जुलाई को कन्हैया लाल मर्डर केस को NIA के पास ट्रांसफर कर दिया है.

कन्हैया लाल की हत्या 28 जून को उनकी दुकान पर की गई थी. दोनों आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर पहुंचे थे. नाप देने के दौरान मोहम्मद रियाज ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल की गर्दन पर वार किया था. इस दौरान दूसरा आरोपी गौस मोहम्मद वीडियो बना रहा था. दोनों आरोपी को हत्या के कुछ घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया था.

वीडियो: कन्हैया लाल को बेरहमी से मारा गया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या-क्या पता चला?

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