28 मार्च को नास्त्रेदमस एंड इंडिया के नाम से एक ब्लॉग टाइम्स ऑफ इंडिया कीवेबसाइट पर आया. इसके राइटर हैं फ्रैंक गॉतियर. राइटर का क्लेम था कि उन्होंनेभविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की कुछ पांडुलिपियों को पढ़ा है और इसके मुताबिक गुजरातमें एक बहुत बड़ा नेता पैदा होगा, जिसका पहला नाम नरेंद्रस होगा. इनके मुताबिक 2012में उनको ये पांडुलिपियां मिली थीं. नास्त्रेदमस पर रिसर्च करने वाले स्पेशलिस्ट नेकिसी पुराने बक्से से निकाला था इसे.ऐसी फर्जी पोस्ट के हजारों शेयर होते हैं.नास्त्रेदमस की बात आते ही कान खड़े हो जाते हैं, क्योंकि बचपन से ही हम सुनते आएहैं कि उन्होंने पहले ही पूरा भविष्य बता दिया था. बस पहेली के फॉर्मेट में लिखतेथे. थोड़ा वक्त लगता है, पर समझ जाएं तो पता चल जाएगा कि भविष्य में क्या होने वालाहै.इस बात पर www.altnews.in वेबसाइट चलाने वाले प्रतीक सिन्हा ने पड़ताल शुरू की.1999 में आरएसएस की मैगजीन ऑर्गनाइजर में कहा गया था कि होपलेस हिंदूप्रेमी फ्रैंकगॉतियर ने पिछले महीने ही एक पुराना बक्सा खोजा था. इसमें मिली पांडुलिपियों केमुताबिक नास्त्रेदमस ने 400 साल पहले आरएसएस की स्थापना की थी.अब बात उस ब्लॉग की जो वेबसाइट पर आया है. इसमें गॉतियर ने लिखा है कि नास्त्रेदमसके मुताबिक इंडिया और पाकिस्तान में न्यूक्लियर वॉर होना है. ये रहा पैसेज. इसमेंलिखे Indes को ही इंडिया माना गया.प्रतीक ने नास्त्रेदमस का असली पैसेज खोज निकाला. इसमें एक शब्द नहीं मिला जो ब्लॉगमें लिखा हुआ है. Indes. प्रतीक के मुताबिक ये शब्द इसलिए जोड़ा गया है ताकि इंडियालिखे होने का भ्रम हो जाए.फिर एक और पैसेज है ब्लॉग में कि 2014 के बाद हिंदू शासन आएगा. वो स्वर्ग और धरतीपर शासन करेंगे. एशिया में कोई उनका प्रतिरोध नहीं करेगा.प्रतीक ने इसका भी असली पैसेज निकाला. इसमें पता चलता है कि Hindoos के बजायHesperies लिखा हुआ है.अब ब्लॉग का एक और पैसेज जिसमें नरेंद्रस लिखा हुआ है. इसका मतलब है कि इंडिया कासबसे बड़ा लीडर गुजरात में पैदा होगा. उनके पिताजी चाय बेचेंगे और उनका पहला नामनरेंद्रस होगा.इसका असली पैसेज नहीं मिला. प्रतीक के मुताबिक ऐसा कोई पैसेज कहीं है ही नहीं. परप्रतीक ने 2014 में गॉतियर का लिखा एक औऱ ब्लॉग निकाल लिया. इसमें भी नास्त्रेदमसकी भविष्यवाणी थी. लिखा था कि भाजपा के तीन खंभे होंगे. अटल बिहारी वाजपेयी,लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी. 2014 में गॉतियर नरेंद्र मोदी को नरेंद्रम मोदमकहते थे. पर 2017 में नरेंद्रस बना दिया.2009 के एक ब्लॉग में गॉतियर ने वाजपेयी, आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को तीन खंभाबताया था.इंटरनेट पर बहुत सारी ऐसी अफवाहें चल रही हैं आजकल. नास्त्रेदमस जैसे लोगों का नामलेकर कुछ भी समझा दिया जा रहा है. तो ऐसस वक्तस मेंयस सावधानस रहनेस कीस जरूरतसहैयस.टाइम्स ऑफ इंडिया ने वो ब्लॉग हटा लिया है.