जहर की सुई लगाकर कूद गया... लिफ्ट देते हुए ये हादसा आपके साथ भी हो सकता है!
गाड़ी चलाने वाला बेहोश हो गया, फिर अस्पताल जाते हुए मौत हो गई!

तेलंगाना के खम्मम में एक मोटरसाइकिल सवार की हत्या के मामले ने दिलचस्प मोड़ ले लिया है. कुछ दिन पहले शैख जमाल साहेब नाम के 48 वर्षीय मोटरसाइकलिस्ट की एक अंजान राहगीर (Hitchhiker) ने हत्या कर दी थी. खबरों के मुताबिक शैख जमाल से लिफ्ट लेने के बाद उस अंजान राहगीर ने कथित रूप से रास्ते में उन्हें जहर देकर मार डाला. अब तेलंगाना पुलिस ने इस हत्या को लेकर छह लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया गया है कि आरोपियों में शैख जमाल की पत्नी और उसका एक दोस्त भी शामिल है. दोनों के बीच कथित रूप से प्रेम संबंध है.
लिफ्ट मांगकर हत्या करने का केसबीती 19 सितंबर को शैख जमाल खम्मम जिले के बोप्परम गांव स्थित अपने घर से आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले के लिए निकले थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक रास्ते में एक शख्स ने उनसे लिफ्ट मांगी. लेकिन कुछ दूर जाने के बाद ही वल्लभी गांव के पास वो बाइक से कूदकर उतर गया. पुलिस का कहना है कि जमाल को इन्जेक्शन के जरिये जहर देकर आरोपी बाइक से कूदकर भाग गया था. जमाल ने कुछ लोगों को देखकर अपनी बाइक रोकी. उन्हें बताया कि रास्ते में उनके साथ क्या हुआ और फिर बेहोश हो गए. उन्हें वल्लभी अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बाद में पुलिस ने क्राइम सीन से वो सुई बरामद की जिसे हत्या में इस्तेमाल किया गया था. फॉरेंसिक साइंस लैब की जांच में पता चला कि मृतक को नियोवेक नाम का ऐनस्थीसिया ड्रग दिया गया था. पुलिस ने शैख जमाल की कॉल डिटेल खंगाली तो उनकी पत्नी इमाम बी और दूसरे लोगों की भूमिका पर शक गहरा गया. इसके बाद उसने इनकी गिरफ्तारी की. आरोपियों में जमाल की पत्नी शैख इमाम बी, उसके कथित प्रेमी जी मोहन राव के अलावा बंडी वेंकन्ना, वेंकटेशन, बी यशवंत और पी संबाशिवा राव शामिल हैं. बंडी को मोहन का दोस्त बताया गया है. वो एक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर है. बाकी आरोपी इनके साथी हैं.
खम्मम जिले के एसीपी जी बासवा रेड्डी ने बताया कि इमाम बी एक लेबर कॉन्ट्रैक्टर है, जबकि मोहन राव ऑटोरिक्शा चलाता है. दोनों के बीच दो साल से विवाहेतर संबंध है. कुछ समय पहले जमाल ने उन्हें राव के घर पर पकड़ लिया था. एसीपी के मुताबिक उसके बाद से शैख जमाल आए दिन पत्नी को मारता था.
जांच में ये सामने आया है कि इमाम बी ने मोहन राव को उससे दूर रहने को कह दिया था. लेकिन मोहन ने उसे यकीन दिलाया कि जमाल को रास्ते से हटाकर दोनों आगे की जिंदगी साथ जिएंगे. इसके बाद राव ने वेंकन्ना से 3500 रुपये में ड्रग खरीदा. फिर अपने दोस्त यशवंत से संपर्क किया जो एक प्राइवेट अस्पताल में काम करता है. यशवंत ने दूसरे अस्पताल में काम करने वाले अपने दोस्त संबाशिवा राव को साथ में लिया. उन्होंने नियोवेक के ऐनस्थीसिया इन्जेक्शन और कुछ सोने की दवाई खरीदी.
मोहन का शुरुआती प्लान ये था कि इमाम बी अपने पति जमाल को खाने या किसी ड्रिंक में स्लीपिंग पिल्स मिलाकर दे और उसके सोने के बाद जहरीला इन्जेक्शन लगा दे. लेकिन ये प्लान काम नहीं किया तो राव ने वेंकन्ना और वेंकटेश को साथ में लिया. 19 सितंबर को जब जमाल अपनी बाइक पर सवार थे तो वेंकन्ना और वेंकटेशन ने उनका पीछा किया था. फिर रास्ते में वेंकन्ना ने जमाल से लिफ्ट मांगी. सौ मीटर के बाद उसने जमाल को बाइक रोकने को कहा और अचानक उनकी पीठ में सिरिंज घुसाकर भाग गया. पुलिस ने बताया कि इमाम बी ने ही मोहन राव को बताया था कि वो कहां जा रहे हैं.
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