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CM स्टालिन का PM मोदी को पत्र, "जहां हिंदी नहीं चलती वहां उसके कार्यक्रम भी ना हों"

Tamil Nadu के मुख्यमंत्री MK Stalin ने कहा कि भारतीय संविधान किसी भी भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा नहीं देता है.

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MK Stalin
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन. (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)
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सौरभ
18 अक्तूबर 2024 (Published: 20:12 IST)
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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 18 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक संदेश जारी किया है. सीएम स्टालिन ने पीएम मोदी से कहा है कि गैर-हिंदी भाषी राज्यों में हिंदी भाषा के कार्यक्रमों से 'बचा जाना चाहिए’. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि अगर सरकार गैर-हिंदी भाषी राज्यों में हिंदी कार्यक्रमों के आयोजन जारी रखना चाहती है, तो स्थानीय भाषाओं से संबंधित कार्यक्रमों को भी समान तवज्जो मिलनी चाहिए. स्टालिन ने लिखा,

"भारत जैसे बहुभाषी देश में हिंदी को विशेष स्थान देना और गैर-हिंदी भाषी राज्यों में हिंदी माह मनाना, अन्य भाषाओं को नीचा दिखाने का प्रयास माना जाता है. मेरा सुझाव है कि गैर-हिंदी भाषी राज्यों में हिंदी भाषा पर आधारित ऐसे आयोजनों को टाला जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो उस राज्यों में स्थानीय भाषा माह का आयोजन भी उतने ही उत्साह के साथ किया जाना चाहिए."

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 18 अक्टूबर को चेन्नई दूरदर्शन की स्वर्ण जयंती और हिंदी माह के समापन कार्यक्रम को एक साथ आयोजित करने पर आपत्ति जाहिर की. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि कर रहे थे.

स्टालिन ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा,

“मैं चेन्नई दूरदर्शन के स्वर्ण जयंती समारोह के साथ-साथ हिंदी माह के समापन समारोह के आयोजन की कड़ी निंदा करता हूं.”

मुख्यमंत्री स्टालिन ने इस दौरान इस बात पर जोर दिया कि भारतीय संविधान किसी भी भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा नहीं देता है. उन्होंने कहा कि हिंदी और अंग्रेजी का इस्तेमाल मुख्य रूप से आधिकारिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है.

इसके अलावा, मुख्यमंत्री स्टालिन ने भारत सरकार से कहा है कि देश में मान्यता प्राप्त सभी क्लासिकल लैंग्वेज की समृद्धि को दर्शाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए. और इसकी मेजबानी केंद्र सरकार को ही करनी चाहिए. उन्होंने तर्क दिया कि इस तरह की पहल से अलग-अलग भाषाई समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बढ़ेंगे, जिससे विविधता में एकता को बढ़ावा मिलेगा.

इस बीच तमिलनाडु से एक और खबर आई है. मुख्यमंत्री स्टालिन ने कथित तौर पर स्टेट एंथम 'तमिल थाई वाझथु' से 'द्रविड़' शब्द हटाने को लेकर राज्यपाल आरएन रवि पर निशाना साधा है. स्टालिन का आरोप है कि ऐसा हिंदी माह समापन समारोह के दौरान हुआ. हालांकि, राज्यपाल कार्यालय ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि आरएन रवि केवल समारोह में शामिल हुए थे और स्टेट एंथम गा रहे लोगों से अनजाने में 'द्रविड़' शब्द छूट गया था.

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