कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गोवा में टेप हटाकर बोर्ड पर 'बार' लिखा दिखाया, स्मृति ने भेजा नोटिस
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि स्मृति ईरानी की बेटी गोवा में अवैध बार चलाती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी बेटी का चरित्र हनन किया गया है.

गोवा में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 24 जुलाई को एक रेस्टोरेंट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस का दावा है कि इस रेस्टोरेंट को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी चलाती है और इसमें एक अवैध बार चलता है. वहीं दूसरी ओर स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा है. ईरानी का कहना है कि कांग्रेस के नेताओं ने झूठे आरोप लगाकर उनकी बेटी का चरित्र हनन किया है.
युवा कांग्रेस ने किया प्रदर्शनमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गोवा युवा कांग्रेस अध्यक्ष वरद मर्दोलकर के नेतृत्व में असगाओ में स्थित 'सिली सोल्स कैफे एंड बार' के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. युवा कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन के वीडियो को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है. वायरल वीडियो में वरद मर्दोलकर बार के साइन बोर्ड पर पर लगे काले टेप को हटाते हुए दिख रहे हैं. इस बोर्ड पर लिखा है,
"साउथ ईस्ट एशियन एण्ड इटालियन रेस्टोरेंट एण्ड बार."
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि बोर्ड में नीचे लिखी लाइन में "एण्ड बार" शब्दों पर काली टेप लगाई गई थी. वायरल वीडियो में वरद मर्दोलकर इसी काली टेप को हटाते हुए दिख रहे हैं. साथ ही युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ये मांग भी की है कि इस बार को बंद किया जाए और देश के सामने झूठ बोलने की वजह से स्मृति ईरानी इस्तीफा दें.
स्मृति ने भेजा नोटिसवहीं दूसरी ओर 24 जुलाई को स्मृति ईरानी की ओर से उनके वकील ने कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस के नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेटा डिसूजा को नोटिस भेजा है. नोटिस में उनसे बिना शर्त लिखित माफी मांगने को कहा गया है. इसके साथ उनसे आरोपों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने के लिए कहा गया है. दरअसल, कांग्रेस ने बीते दिन स्मृति ईरानी की 18 वर्षीय बेटी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. जिसके कुछ ही देर बाद स्मृति ने कांग्रेस के द्वारा उनकी बेटी पर लगाए गए आरोपों को झूठा बताकर उन्होंने नोटिस भेजने की बात कही थी.
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मामला क्या है?इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ये पूरा मामला तब सामने आया जब गोवा के आबकारी आयुक्त ने 'सिली सोल्स कैफे एंड बार' को नियमों और प्रक्रियाओं को धता बताकर शराब लाइसेंस लेने के मामले में एक कारण बताओ नोटिस जारी किया. इस मामले में शिकायतकर्ता की शिकायत में आरोप लगाया गया कि बार को शराब परोसने का लाइसेंस तब भी जारी किया गया, जब इसके पास रेस्टोरेंट का कोई लाइसेंस नहीं है. वहीं इस साल जून में शराब के लाइसेंस को ऐसे व्यक्ति के नाम पर रीन्यू किया गया, जिसकी मौत मई 2021 में ही हो गई थी.
इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस ने स्मृति ईरानी पर हमला बोला था. 23 जुलाई को कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि गोवा में स्मृति ईरानी की बेटी द्वारा चलाए जा रहे एक 'रेस्टोरेंट' पर फर्जी लाइसेंस लेने का आरोप है. वो लाइसेंस एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर है, जिनका देहांत मई 2021 में हुआ और लाइसेंस जून 2022 में लिया गया. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा था कि हैरानी की बात ये है ऐसे नेताओं के समर्थकों के बच्चे नमाज और हनुमान चालीसा की लड़ाई लड़ें और खुद उनके बच्चे या तो विदेशों में पढ़ें या आपके 'आशीर्वाद' के सहारे इस तरह के गैरकानूनी काम करें. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्मृति ईरानी को बर्खास्त करने की मांग की थी.
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले पर स्मृति ईरानी की सफाई मांगी थी. 24 जुलाई की शाम में केन्द्रीय मंत्री ने इन आरोपों का जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि उनकी बेटी कॉलेज की स्टूडेंट है और वो कोई बार नहीं चलाती है. ईरानी ने कहा था कि कांग्रेस ने एक 18 साल की लड़की की इज्जत की धज्जियां उड़ाने का दुस्साहस किया है. उस लड़की का दोष यह है कि उस लड़की की मां ने 2014 और 2019 में अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को कानूनी नोटिस भेजने की बात भी कही थी.
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