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सरकार के खिलाफ किसान एक और मोर्चा खोलने जा रहे हैं, देश भर में आंदोलन करने का एलान

संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 23 फरवरी को ब्लैक डे या आक्रोश दिवस मनाने का एलान किया है. वहीं 26 फरवरी को देश भर में ट्रैक्टर प्रदर्शन होगा. सभी स्टेट हाई और नेशनल हाईवे पर बिना रास्ता ब्लॉक किए, एक साइड पर ट्रैक्टर रैली होगी.

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SKM Calls for observing 23rd February 2024 as a Black Day
संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई, पूरे भारत में कई कार्यक्रम कराने का फैसला लिया गया. (फोटो: X)
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सुरभि गुप्ता
22 फ़रवरी 2024 (Published: 21:25 IST)
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किसानों के प्रदर्शन के बीच एक किसान की मौत के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 23 फरवरी को ब्लैक डे या आक्रोश दिवस मनाने का एलान किया है. इसके अलावा संगठन ने देशभर में विरोध प्रदर्शन को तेज करने की बात कही है. गुरुवार, 22 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी और जनरल बॉडी की चंडीगढ़ में एक मीटिंग हुई. इस मीटिंग में किसानों की मांगों के समर्थन में देश भर में कल से मेगा प्रोग्राम शुरू करने का फैसला किया गया है. SKM ने मंत्रियों का पुतला फूंकने, ट्रैक्टर प्रदर्शन और किसान महापंचायत बुलाने की बात कही है.

किसान नेता अविक साहा ने बताया कि 23 फरवरी को पूरे देश में ब्लैक डे या आक्रोश दिवस मनाया जाएगा. विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का पुतला फूंका जाएगा. वहीं 26 फरवरी को देश भर में ट्रैक्टर प्रदर्शन होगा. सभी स्टेट हाई और नेशनल हाईवे पर बिना रास्ता ब्लॉक किए, एक साइड पर ट्रैक्टर रैली होगी. सरकार से मांग की जाएगी कि भारत को विश्व व्यापार संगठन (WTO) से अलग किया जाए. SKM का कहना है कि भारत सरकार की ओर से किसानों को MSP न देने के लिए WTO जिम्मेदार है.

14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान पर ऑल इंडिया किसान मजदूर महापंचायत किया जाएगा. अविक साहा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इसमें किसान, मजदूर, महिलाएं, छात्र और युवाओं सहित लाखों लोग इसमें शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें: Farmers Protest: किसान की मौत पर सख्त कार्रवाई करेगी पंजाब सरकार, भगवंत मान का एलान

किसानों का दावा है कि 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत हुई है. भारतीय किसान यूनियन के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा,

“हरियाणा पुलिस ने पंजाब में घुसकर हम पर फायरिंग की और हमारे ट्रैक्टर भी तोड़ दिए. किसान के मौत की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए."

एक दिन पहले, हरियाणा-पंजाब के दाता सिंह वाला-खनौरी बॉर्डर से किसान दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे थे. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बॉर्डर पर कई राउंड आंसू गैस छोड़े. रबर बुलेट्स दागे गए. इसी दौरान शुभकरण सिंह नाम के एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी.

SKM ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल के इस्तीफे की मांग की है. साथ ही, मांग की है कि पंजाब सरकार को अमित शाह, मनोहर लाल खट्टर और अनिल विज के खिलाफ धारा 302 के तहत FIR दर्ज करनी चाहिए. पंजाब सरकार से हरियाणा के अधिकारियों के खिलाफ भी FIR दर्ज करने की मांग की गई है.

SKM ने सभी किसान संगठनों को एकजुट करने के लिए और किसानों की मांग मनवाने के लिए 6 सदस्यों की एक कमिटी बनाने का फैसला किया है. इसके सदस्यों में हन्नान मोल्लाह, जोगिंदर सिंह उगराहां, बलबीर सिंह राजेवाल, युद्धवीर सिंह, दर्शन पाल और रमिंदर पटियाला शामिल हैं.

वीडियो: Farmers Protest: किसान की 'मौत' पर पंजाब और हरियाणा की सरकार आमने-सामने

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