संभल हिंसा में सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे पर केस, इलाके में 30 थानों की पुलिस तैनात
Sambhal Violence update: जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा के बाद इलाके में भारी तनाव है. इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है. संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ केस दर्ज किया है.
यूपी के संभल जिले में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे (Sambhal Jama Masjid survey) के दौरान हिंसा (Sambhal Violence update) हुई. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल भी हुए. इस हिंसा के बाद पूरे इलाके में भारी तनाव है. इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि 12वीं तक के स्कूल बंद हैं. हालात को काबू में करने के लिए इलाके में 30 थानों की पुलिस पहरा दे रही है.
घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ केस दर्ज किया है. सपा सांसद पर आरोप है कि उन्होंने सुनियोजित तरीके से इस हिंसा को भड़काया. वहीं पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर रही है. घटना के बाद रात भर छापेमारी की गई. अब तक कुल 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी. मुरादाबाद रेंज के DIG मुनिराज के मुताबिक पुलिस ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए रात भर छापेमारी की है. इस दौरान अलग-अलग जगहों से कुछ अवैध हथियार और जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक DIG मुनिराज ने बताया रविवार को हुई हिंसा में 20 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, जिनमें चार सीनियर अधिकारी हैं. जिन उपद्रवियों के खिलाफ सबूत मिलेंगे, उनको गिरफ्तार किया जाएगा और कोर्ट में पेश किया जाएगा. उनके मुताबिक संभल के हिंसा प्रभावित इलाके में पूरे मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस तैनात है. हिंसा के बाद संभल जिला प्रशासन ने बाहरी लोगों की एंट्री पर 1 दिसंबर तक बैन लगा दिया है.
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भीम आर्मी चीफ जाएंगे संभल!हालांकि, भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने 25 नवंबर को संभल जाने का एलान किया है. उन्होंने X पोस्ट में लिखा,
पूरा मामला क्या है?“सरकारी गोलियां बहुजनों पर सीधे चलती हैं. यह कोई मिथक नहीं, बल्कि एक कटु सत्य है, जिसे हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. चाहे वह एससी/एसटी आंदोलन हो, किसान आंदोलन हो या सीएए विरोधी आंदोलन... हर बार सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर सीधी गोली चलाकर हमारे लोगों की जान ली है. मैं जल्द ही घायल पुलिसकर्मियों से मिलकर इस हिंसा की सच्चाई देश के सामने लाने का प्रयास करूंगा.”
दरअसल, 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद का सर्वे करने एक टीम पहुंची. इस दौरान दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और नारे लगाने लगे. पुलिस ने इलाके को खाली कराने का प्रयास किया तो भीड़ ने पत्थरबाजी (Sambhal stone pelting) कर दी. जिसके बाद भीड़ और संभल पुलिस के बीच झड़प हो गई. कुछ जगहों पर आगजनी भी हुई. भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए, संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई और DM डॉ राजेंद्र पेंसिया मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की.
जामा मस्जिद के सदर ने भीड़ को हटाने के लिए मस्जिद के अंदर से एलान किया. इस घटना को लेकर एसपी कृष्ण कुमार ने कहा,
“पत्थरबाजों ने पुलिसकर्मियों की गाड़ियों में आग लगाकर उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की है. उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है. सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन सभी लोगों की पहचान की जाएगी और फिर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.”
उधर, पथराव की घटना पर DGP प्रशांत कुमार की भी प्रतिक्रिया आई है. उनका कहना है,
“कोर्ट के आदेश पर संभल में सर्वे कराया जा रहा है. कुछ ‘असामाजिक तत्वों’ ने पथराव किया है. पुलिस और सीनियर अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. स्थिति कंट्रोल में है. कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मस्जिद के पास अतिरिक्त पुलिस टुकड़ियों को तैनात किया गया है. पुलिस पथराव करने वालों की पहचान करेगी और उन पर उचित कानूनी कार्रवाई करेगी.”
आजतक से जुड़े संतोष शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक़, संभल में एडवोकेट कमीशन का सर्वे पूरा हो गया है. ये सर्वे 24 नवंबर की सुबह 7:30 बजे से 10:00 बजे के बीच किया गया. पूरे सर्वे की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी हो चुकी है. अब 29 नवंबर को एडवोकेट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे.
वीडियो: संभल की जामा मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर पथराव, एसपी ने क्या कहा?