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दुबई की रिहायशी संपत्तियों में किसका पैसा लगा? एक टिकटॉक वीडियो से बड़ा खेला हो गया

पता चला कि दुबई में कई ऐसे लोगों ने महंगे घर खरीद रखे हैं जो संगीन मामलों में आरोपी हैं. ये भी सामने आया कि दुबई में आवासीय संपत्ति खरीदने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं.

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Dubai Property Market
दुबई के प्रॉपर्टी मार्केट में दुनिया भर का पैसा लगा है. (तस्वीर: Unsplash.com)
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रवि सुमन
15 मई 2024 (Published: 17:34 IST)
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दुबई में रह रही एक महिला टिकटॉक पर वीडियो डालती थी. वीडियो में उसके शानदार फ्लैट की झलकियां दिखतीं. लगता कि इस अपार्टमेंट में रहने वाले लोग लग्जरी लाइफ जी रहे हैं. लेकिन पत्रकारों के एक समूह को इन वीडियोज में एक बड़ी स्टोरी का इनपुट दिखा. उन्होंने छानबीन कर एक रिपोर्ट तैयार की. पता चला कि दुबई में कई ऐसे लोगों ने महंगे घर खरीद रखे हैं जो संगीन मामलों में आरोपी हैं. ये भी सामने आया कि दुबई में आवासीय संपत्ति खरीदने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं.

पाकिस्तानी मीडिया संस्थान डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेंटर फॉर एडवांस्ड डिफेंस स्टडीज (C4ADS) नाम के गैर सरकारी संगठन को दुबई में आवासीय संपत्तियों की खरीद-बिक्री से जुड़ा डेटा मिला था. C4ADS वाशिंगटन डीसी में स्थित है और अंतरराष्ट्रीय अपराध और संघर्षों पर शोध करती है. इसके बाद इस डेटा को नॉर्वे की वित्तीय संस्था ई24 और ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने खंगाला.

रिपोर्ट के मुताबिक 29,700 'भारतीयों' ने दुबई में 35,000 आवासीय संपत्तियों को खरीदा है. इस कड़ी में पाकिस्तानी नागरिकता वाले लोग दूसरे स्थान पर हैं. पड़ताल में पता चला है कि 17,000 पाकिस्तानी लोगों ने 23,000 आवासीय संपत्तियां को खरीदी हैं. वहीं ब्रिटेन के 19,500 नागरिकों ने 22,000 आवासीय संपत्तियों की खरीद की है. इसी तरह 16,000 सऊदी नागरिकों के पास 8,500 आवासीय संपत्तियों का मालिकाना हक है.

ये भी पढ़ें: डॉली चायवाला बुर्ज खलीफा में, वीडियो देख लोग बोले- सबको चाय पिलाता है और खुद...

इसी डेटा की जांच के दौरान पत्रकारों के समूह ने टिकटॉक वाले उस वीडियो पर गौर किया. कई संस्थाओं की मदद से ये पता लगाया गया कि वो फ्लैट दुबई के किस अपार्टमेंट में है. फिर ये पता लगाया गया कि वो फ्लैट किसका है? मालूम हुआ कि वो फ्लैट बुर्ज खलीफा बिल्डिंग की 37वीं मंजिल पर है. फ्लैट के मालिक का नाम है- कैंडिडो स्यू ओकोमो (Candido Nsue Okomo). ओकोमो पर करोड़ों डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. वो अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी (Equatorial Guinea) की नेशनल ऑयल कंपनी का पूर्व चीफ रहा है.

इस फ्लैट को जेनिस कैड्रिक (Dženis Kadrić) नाम के व्यक्ति ने किराए पर लिया है. कैड्रिक बोस्निया का कुख्यात ड्रग डीलर है. हालांकि, अभी इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि कैंडिडो स्यू ओकोमो और जेनिस कैड्रिक एक दूसरे को जानते हैं या नहीं.

ओकोमो की संपत्ति से कुछ ही दूरी पर बुर्ज लेक होटल में एक अपार्टमेंट है. इस होटल के मालिक का नाम है- श्वान मोहम्मद अल्मुल्ला जो इराकी मूल का एक ब्रिटिश नागरिक है. 2021 में अल्मुल्ला पर इराक के पुनर्निर्माण के लिए अमेरिका में लाखों डॉलर का ठेका हासिल करने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगा था.

दुबई के ग्रांडेअर रेजीडेंस में जोसफ जोहान्स लीजडेकर्स का एक फ्लैट है. 32 साल के लीजडेकर्स को 'चब्बी जोस' के नाम से भी जाना जाता है. ये शख्स यूरोपियन यूनियन की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है. लीजडेकर्स पर ड्रग्स तस्करी के गंभीर आरोप हैं.

इसी बिल्डिंग के पास पाम टावर में ब्राजील के व्यवसायी डैनिलो वुंजाओ सैंटाना गौविया का एक फ्लैट है. इस शख्स को बिटकॉइन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोपों में दोषी करार दिया गया था. इसके बाद उसने दुबई में एक संगीतकार के रूप में अपना करियर शुरू कर दिया है.

इन भारतीयों का नाम आया

लिस्ट में इस में एक नाम भारत के विनोद अडानी का भी आता है. बिजनेसमैन हैं, और रिश्ते में अरबपति गौतम अडानी के भाई हैं. इनका नाम हाल ही में शेयर मार्केट को प्रभावित करने के केस में सामने आया था. रिपोर्ट के मुताबिक बुर्ज खलीफा के पास रिज टावर में इनकी प्रॉपर्टी है.

भारत से एक और चर्चित नाम हमें इस लिस्ट में नजर आया, वो नाम नीरव मोदी का है. पंजाब नेशनल बैंक में अरबों के फ्रॉड के आरोपी के पास दुबई के गोल्ड टावर में तीन संपत्तियां हैं. भारत से कुछ और नाम भी हैं जिन्होंने ध्यान खींचा, जैसे ड्रग ट्रैफिकिंग का सरगना जसमीत हकीमजादा और लाल चंदन की स्मगलिंग करने वाला शानुल हमीद दाऊद.

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