राजस्थान: तांत्रिक ने इलाज के नाम पर किया यौन उत्पीड़न, प्रेग्नेंट हुई नाबालिग ने दिया बच्ची को जन्म
नाबालिग पीड़िता ने अस्पताल के कर्मचारियों पर भी लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप. पुलिस ने की मामला रफा दफा करने की कोशिश.
राजस्थान के सलूंबर जिले में एक तांत्रिक इलाज के नाम पर एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न कर रहा था. 6 जून को नाबालिग ने सलूंबर अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया. जब डॉक्टर्स को पता चला कि लड़की नाबालिग है तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने आकर नाबालिग का बयान लिया. लेकिन उसके माता-पिता ने बदनामी के डर से मुकदमा दर्ज नहीं कराया.
इंडिया टुडे से जुड़े सतीश शर्मा की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने भी अपने स्तर पर जांच नहीं की और मामला रफा-दफा हो गया. लेकिन एक महीने बाद नाबालिग के परिवार ने मामले की शिकायत की. पता चला कि अस्पताल में भी नाबालिग का यौन उत्पीड़न हुआ है.
एक महीने बाद रिपोर्ट कराने पहुंचा परिवाररिपोर्ट के मुताबिक, 6 जुलाई को नाबालिग के परिवार ने सलूंबर थाने पहुंचकर मामले में FIR लिखवाई. परिवार ने बताया कि अस्पताल पार्किंग में काम करने वाले दो लोगों ने नाबालिग का यौन उत्पीड़न किया. पीड़िता 10वीं क्लास में पढ़ती है. उसने तांत्रिक, अस्पताल के डॉक्टर सुरजीत और यहां काम करने वाले तीन अन्य पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. FIR में उसने बताया,
"मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती थी. इस समय मेरे परिवार की तांत्रिक लक्ष्मण मोंगिया से मुलाकात हुई. उसने कहा कि वो मुझे तांत्रिक विद्या से ठीक कर देगा. उस पर माता रानी का आशीर्वाद है. मेरी मां हर 7 दिन में मुझे वहां ले जाती थी. लेकिन तांत्रिक ने मेरा यौन उत्पीड़न किया."
पीड़िता ने आगे कहा कि अस्पताल में भी मेरा यौन उत्पीड़न किया गया. डॉक्टर और यहां काम करने वाले लोगों ने मेरा यौन उत्पीड़न किया. उसने कहा कि उसे और उसकी बच्ची को इंसाफ मिलना चाहिए.
‘DNA जांच भी होगी’थाना अधिकारी प्रदीप ने बताया कि इस मामले में तांत्रिक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक नाबालिग है. चारों आरोपियों और पीड़िता की बच्ची के DNA की जांच की जाएगी. इनके सैंपल जयपुर भेजे जाएंगे. इसकी रिपोर्ट एक महीने बाद आएगी. इसके बाद पता चलेगा कि नाबालिग पीड़िता की बच्ची का पिता कौन है.
पीड़िता के पिता ने भी तांत्रिक लक्ष्मण मोंगिया पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया,
"हम पंचायत समिति के पास रहते थे. यहां हमारी तांत्रिक लक्ष्मण से जान-पहचान हुई. वो जलदाय विभाग में सरकारी नौकरी करता है. कोरोना में लॉकडाउन के समय मैं सलूंबर अस्पताल में काम करता था. इसी समय मेरी बेटी बहुत बीमार रहने लगी. तांत्रिक ने मेरी पत्नी को कहा कि हमारी बेटी को उसके पास ले जाएं. वो तांत्रिक विद्या से उसे ठीक कर देगा."
पिता ने आगे कहा कि तांत्रिक ने इलाज के नाम पर उनकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया. उसको अपने वश में कर लिया था. उनकी बेटी को कुछ समझ ही नहीं आया. इसमें तांत्रिक लक्ष्मण और तीन अन्य लोग शामिल हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. हमें न्याय चाहिए. वहीं पुलिस ने बताया है कि शुरुआती जांच में आरोपियों से पूछताछ की गई. इसमें पीड़िता और उसके परिवार के आरोप सही मिले हैं.
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