राहुल गांधी वायरल सब्जीवाले रामेश्वर से मिले, 'भारत भाग्य विधाता' कहा, BJP बोली- 'नई कलावती'
दी लल्लनटॉप की एक ग्राउंड रिपोर्ट में सब्जी का खाली ठेला ले जाते हुए रामेश्वर महंगाई पर बोल भावुक हो गए थे.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक तस्वीर साझा की है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है. साथ में रामेश्वर हैं, वही सब्जीवाले जो दिल्ली की आजादपुर मंडी में लल्लनटॉप की टीम से मिले थे. लल्लनटॉप ने 27 जुलाई को टमाटर की महंगाई पर 'ठेले से खेत तक' नाम की रिपोर्ट की थी. रिपोर्ट का एक चंक 4 दिन बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. इसमें सब्जी का खाली ठेला ले जाते हुए रामेश्वर महंगाई पर बोल भावुक हो गए थे.
राहुल गांधी और कांग्रेस समेत विपक्ष के कई नेताओं ने वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए महंगाई पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया. इसी कड़ी में राहुल गांधी, रामेश्वर को खोजते हुए 1 अगस्त को आजादपुर मंडी पहुंच गए. वहां सब्जी विक्रेताओं के साथ वीडियो भी बनाया. लेकिन उस दिन रामेश्वर नहीं मिले.
इस दौरान देश के कई लोगों ने रामेश्वर की मदद की पेशकश की. सोशल मीडिया और फोन कॉल के जरिए रामेश्वर का नाम और पता पूछा जाने लगा. रामेश्वर औचक ही लल्लनटॉप के संवाददाता भानु झा से मिले थे, इसलिए उनसे कोई नंबर नहीं लिया गया था. लोगों के कमेंट और मदद की मांग को देखते हुए लल्लनटॉप की टीम ने दोबारा रामेश्वर को खोजना शुरू किया. कई दिनों की तलाश के बाद 13 अगस्त को रामेश्वर का पता मिल गया. लल्लनटॉप की टीम उनके घर पहुंची. उनके वीडियो के वायरल होने की बात बताई, बातों-बातों में रामेश्वर ने राहुल गांधी के आजादपुर मंडी जाने का जिक्र किया.
रामेश्वर ने कहा कि आजादपुर मंडी के लोगों ने उन्हें बताया कि राहुल गांधी उनसे मिलने मंडी आए थे, फिर उन्होंने राहुल गांधी से मिलने की इच्छा जताई. एक बार फिर ये वीडियो भी वायरल हो गया, जिसके बाद कांग्रेस की टीम ने रामेश्वर को खोज लिया और उनको 14 अगस्त की तारीख राहुल गांधी से मिलाने उनके घर ले आए. यहां रामेश्वर ने कांग्रेस सांसद के साथ लंच किया जिसकी तस्वीर भी सामने आई. इसे पोस्ट कर राहुल गांधी ने ट्वीट किया,
"रामेश्वर जी एक ज़िंदादिल इंसान हैं! उनमें करोड़ों भारतीयों के सहज स्वभाव की झलक दिखती है. विपरीत परिस्थितियों में भी मुस्कुराते हुए मज़बूती से आगे बढ़ने वाले ही सही मायने में 'भारत भाग्य विधाता' हैं."
राहुल गांधी की ये तस्वीर आने के बाद एक बार फिर से सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं आने लगीं. बीजेपी ने इसे राहुल गांधी की राजनीति बताया. उसके आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा,
“कैसे एक गरीब की व्यथा को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जाए, ये कोई गांधी परिवार से सीखे. कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए आज़ादपुर मंडी के रामेश्वर जी के वीडियो को लेकर राहुल गांधी ने राजनीति की. फिर उन्हें लल्लनटॉप की टीम ने ‘खोज’ निकाला. लल्लनटॉप से इंटरव्यू के दौरान रामेश्वर जी कहते हैं कि उन्हें सोशल मीडिया के बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन ख़ुद राहुल गांधी से मिलने की बात भी कहते हैं.
क्या उन्हें यह कहने के लिए किसी ने कहा? आज हिंदुस्तान में कांग्रेस पार्टी के गुर्गों को छोड़कर राहुल गांधी से कौन मिलना चाहता है? और फिर तुरंत ही राहुल गांधी, जो अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी नहीं मिलते, रामेश्वर जी से मिलते हैं. यह सब सिर्फ़ संयोग है या फिर रामेश्वर जी नए कलावती हैं? एक और गरीब का सम्मान राहुल गांधी की सत्ता की भूख के भेंट चढ़ गया.”
बीजेपी ने राहुल गांधी के साथ रामेश्वर के कॉलर में लगे माइक को लेकर भी सवाल उठाया और गरीबी को भुनाने का भी आरोप लगाया.
वीडियो: ‘मेरी उम्र देश को लग जाए’ वायरल सब्जीवाले रामेश्वर ने गरीबी पर बोल राहुल गांधी से क्या कहा?