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राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा 2.0' शुरू हुई, मणिपुर में हिंसा के लिए PM मोदी को सुनाया

राहुल ने कहा कि मोदी जी के लिए, बीजेपी-आरएसएस के लिए शायद मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है.

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राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' (फोटो- इंडिया टुडे)
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ज्योति जोशी
14 जनवरी 2024 (Updated: 14 जनवरी 2024, 18:24 IST)
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लोकसभा चुनाव से तीन महीने पहले कांग्रेस ने एक और ‘भारत जोड़ो यात्रा' शुरू कर दी है. राहुल गांधी के नेतृत्व में ये यात्रा पूरब से पश्चिम तक यानी मणिपुर से मुंबई तक जाएगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिंसा प्रभावित थौबल में इस ‘भारत जोड़ो 2.0’ को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान खरगे ने राहुल गांधी को एक तिरंगा दिया, जो मुंबई तक उनके साथ रहेगा. इस यात्रा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ नाम दिया गया है. यात्रा की शुरुआत से पहले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी.

'मोदी जी के लिए मणिपुर भारत में नहीं'

 यात्रा शुरू होने के मौके पर राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हिंसा के बावजूद आज तक प्रधानमंत्री ने मणिपुर का दौरा नहीं किया, उनको यहां का दर्द नहीं दिखता. राहुल ने आगे कहा, 

"मोदी जी के लिए, बीजेपी-आरएसएस के लिए शायद मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है. हमने नफरत को मिटाने और भारत को जोड़ने की बात की है."

राहुल ने कहा कि ये 'न्याय यात्रा' इसलिए है क्योंकि भारत के लोग सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तौर पर घोर अन्याय से गुजर रहे हैं.

20 मार्च तक चलेगी यात्रा

इस बार की यात्रा 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. 100 लोकसभा सीटें कवर करेगी. यात्री पैदल और बसों से कुल 6713 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. कांग्रेस पार्टी की इस यात्रा का मकसद भौगोलिक मतभेदों को कम करना और जमीनी स्तर पर समुदायों से जुड़ना है.

कांग्रेस ने दावा किया कि ये यात्रा चुनावी नहीं बल्कि वैचारिक है. कहा गया कि यात्रा नरेंद्र मोदी सरकार के 10 साल के 'अन्याय काल' के खिलाफ निकाली जा रही है. पार्टी यात्रा के जरिए बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे भी उठाएगी. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने विपक्षी गुट के नेताओं को यात्रा में किसी भी जगह पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. 

'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पहले मणिपुर से नागालैंड जाएगी. दो दिनों में 257 किमी और पांच जिलों को कवर करेगी. फिर असम में 833 किमी और 17 जिलों से होकर गुजरेगी. अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में एक-एक दिन के लिए रुकेगी. इसके बाद यात्रा पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र की ओर बढ़ेगी.

सबसे ज्यादा दिन कहां रुकेगी?

ये यात्रा 11 दिनों में उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में 1,074 किमी की दूरी तय करेगी. यहां राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर किया जाएगा, जिसमें अमेठी, गांधी परिवार का गढ़ रायबरेली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है.

ये भी पढ़ें- मणिपुर से ही स्टार्ट होगी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा', कांग्रेस के 'मन' का काम हो गया है

यात्रा झारखंड के 13 जिलों में आठ दिन तक 804 किमी चलेगी. असम में भी आठ दिन और मध्य प्रदेश में सात दिन बिताए जाएंगे. बिहार के सात जिलों में सात दिनों के लिए 425 किलोमीटर चला जाएगा.

पूरा रूट जानने के लिए ये मैप देखें- 

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट मैप (फोटो- X)

इस नई यात्रा की शुरुआत के मौके पर दिग्विजय सिंह, पवन खेड़ा, सलमान खुर्शीद, रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजा समेत कई नेता पहुंचे थे.

एक साल पहले राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा पूरी की थी. ये यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर तक पहुंची थी.

वीडियो: राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा के ज़रिए क्या करने वाले हैं? पूरा तिया-पांचा जान लीजिए

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