GITN: KBC में 'कंप्यूटर जी' के पीछे अमिताभ बच्चन या कोई और? सिद्धार्थ बसु ने बताया सच
क्विज़ मास्टर सिद्धार्थ बसु ने बताई 'KBC' नाम के पीछे की दिलचस्प कहानी.
'कौन बनेगा करोड़पति' एक ऐसा शो है, जिसने कई लोगों की जिंदगी बदल दी. इस शो पर पहले करोड़पति बनने वाले हर्षवर्धन नवाथे को कौन नहीं जानता. अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज़ देकर इस शो को और भी स्पेशल बना दिया. द लल्लनटॉप को कौन बनेगा करोड़पति से जुड़ी कई जानकारियां मिली हैं. कैसे, बताते हैं.
आप हमारे स्पेशल शो गेस्ट इन द न्यूज़रूम (GITN) के बारे में जानते ही हैं. इस शो में नवाजुद्दीन सिद्दीकी, जावेद अख़्तर से लेकर कुमार विश्वास और अमीश त्रिपाठी जैसे नामी-गिरामी लोग आ चुके हैं. GITN के लेटेस्ट एपिसोड में हमारे गेस्ट थे क्विज़ मास्टर सिद्धार्थ बसु. केबीसी के डायरेक्टर थे और उन्हें इस शो को सफल बनाने का क्रेडिट दिया जाता है.
इस एपिसोड में सिद्धार्थ ने हमें बताया कि शो का नाम कौन बनेगा करोड़पति कैसे पड़ा. सिद्धार्थ ने बताया,
‘ब्रॉडकास्टर ने इसमें बहुत बड़ा रोल प्ले किया. किसमें इतनी हिम्मत थी कि हम हर बार पैसे देंगे. हॉटसीट पर जब भी कोई बैठता है, 1 करोड़ देने पड़ सकते हैं, थ्योरीटिकली ही सही. (रुपर्ट) मर्डॉक ने ये अमाउंट सेट किया था. जब वो ये प्रोग्राम कर रहे थे, तब एक मीटिंग हुआ करती थी. तब 'स्टार’ (चैनल) नंबर तीन पर हुआ करता था. इस मीटिंग में डिस्कस किया जाता था, कि हम क्या कर सकते हैं.
मर्डॉक ने पूछा की प्राइज़ क्या रखा है. किसी ने कहा एक लाख. मर्डॉक ने पूछा, डॉलर्स में ये कितना है? उन्होंने मना कर दिया. किसी ने कहा 10 लाख, मर्डॉक ने फिर डॉलर में हिसाब पूछा. आखिर में किसी ने कहा, एक करोड़. मर्डॉक ने फिर पूछा, कितना (डॉलर). सुनकर कहा, ये सही है. और यहीं से करोड़पति नाम आया. सेल्स और रेवेन्यू वाले सफेद हो गए, कहां से आएंगे इतने पैसे! (लेकिन) इस शो ने इतिहास तो बनाया ही, इसके साथ ही स्टार भी हफ्तों में ही नंबर 1 चैनल बन गया.'
आज के ज़माने में आप कंप्यूटर को कंप्यूटर, लैपटॉप, लैपी या डेस्कटॉप नाम से बुलाते हैं. कहीं-कहीं आम भाषा में इसे सिस्टम भी कहा जाता है. हालांकि, कौन बनेगा करोड़पति में कंप्यूटर को 'कंप्यूटर जी' के नाम से बुलाया जाता है. इस नाम के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है, जिससे खुद अमिताभ बच्चन जुड़े हुए हैं. सिद्धार्थ बताते हैं,
'जब हम शो के लिए मॉक कर रहे थे, तब उनकी तरफ से ही ये नाम आया. या तो ये उन्होंने किया, या हमारे राइटर आर डी तैलंग ने. मुझे पक्के तौर पर याद नहीं है.'
सिद्धार्थ ने आगे ये भी कहा कि शो कभी भी पूरा नहीं लिखा गया. शो की ओपनिंग, कुछ हिस्से और एंड जरूर लिखे गए, पर इसके अलावा अमित जी खुद ही शो को आगे बढ़ाते थे.
गेस्ट इन द न्यूज़रूम का ये मजेदार एपिसोड आप कुछ ही दिनों में द लल्लनटॉप के ऐप और यूट्यूब चैनल पर देख पाएंगे.
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