जेट एयरवेज डूबा तो नौकरी चली गई, PMC Bank ने जान ही ले ली
मुंबई में PMC Bank पर पाबंदियों का विरोध करते संजय गुलाटी की हार्ट अटैक से मौत हो गई.
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PMC Bank Crisis ने एक जान ले ली. मरने वाले शख्स का नाम संजय गुलाटी है. संजय PMC Bank के खाताधारक थे, उनके 90 लाख बैंक में फंसे थे. सोमवार को संजय बैंक पर लगाई गई पाबंदियों के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे थे. मुंबई कोर्ट के बाहर. वहां से घर लौटे, खाना खा रहे थे. हार्ट अटैक आया. मौके पर ही मौत हो गई.
जैसा कि साथ के प्रदर्शनकारियों ने न्यूज़ एजेंसीज को बताया, उससे पता लगा. संजय ओशिवारा के तारापोरेवाला गार्डन में रहते थे. ओशिवारा के PMC Bank की ब्रांच में उनका खाता था. RBI ने PMC Bank के कामकाज पर रोक लगा रखी है. खाताधारक चंद हज़ार ही बैंक से निकाल सकते हैं. विरोध बढ़े तो पैसे निकालने की सीमा भी बढ़ी. छ: महीने में हज़ार से 10 हज़ार, फिर 25 और अब 40 हज़ार हुई. लेकिन घर चलाने और जान बचाने के लिए RBI की ये रियायत भी नाकाफ़ी रही.#Mumbai
— ANI (@ANI) October 15, 2019
: 51-year-old Sanjay Gulati, a Punjab and Maharashtra Co-operative (PMC) Bank depositor passed away yesterday after taking part in a protest rally by depositors. #PMCBank
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मुंबई के किल्ला कोर्ट में कल होते प्रोटेस्ट की तस्वीरें | PTI
न्यूज़ रिपोर्ट्स में हार्ट अटैक/ कार्डिएक अरेस्ट जैसी बातें चल रहीं हैं. पर 51 साल के संजय की मौत बस दिल के फेल हो जाने से नहीं जुड़ी है. संस्थाओं का फेल्योर भी इस मौत का भागी है. PMC बैंक के बैठ जाने के पहले जेट एयरवेज बैठ चुकी है. संजय जेट एयरवेज के कर्मचारी थे. एयरलाइन शटडाउन हुई तो अप्रैल में संजय की नौकरी जाती रही. उनका बेटा था, जिसके इलाज के लिए उन्हें पैसे चाहिए थे. सोमवार की सुबह भी 200 लोगों के साथ ऐसा ही विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों ने बताया कि साथ में उनके 80 साल के पिता भी थे.
बैंक की दुर्गति की वजह ये कि बैंक पर 4355 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप हैं. पूरा नाम पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक है, स्थापना 1984 में हुई थी. सात राज्यों में इस बैंक की 137 शाखाएं हैं. बैंक के 51,601 सदस्य हैं. 23 सितंबर को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक नोटिस जारी कर इस पर पाबंदियां लगाईं थीं. बैंक के कस्टमर 6 महीने में कुछ ही हज़ार रुपये निकाल पा रहे हैं. नया फिक्सड डिपॉजिट अकाउंट नहीं खुल रहा. बैंक कोई नया लोन नहीं दे पा रहा.
ऐसे ही प्रदर्शनों के दौरान परेशान महिला खाताधारक रो पड़ी थीं | PTI
बीते दिनों वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण मुंबई के भाजपा कार्यालय में थी तब भी खाताधारकों ने प्रोटेस्ट किया था. उनसे मिले भी थे. निर्मला सीतारमण ने आरबीआई के पाले में गेंद होने की बात कही थी. गवर्नर से बात करने की बात कही. बात भी की. पर क्या फायदा? ऐसी मौतें बैंकिंग सिस्टम, आरबीआई जैसी संस्थाओं और सरकार पर भरोसा उठने का सबूत हैं.
मुंबई में PMC खाताधारकों से मिलतीं वित्त मंत्री | PTI
कल ही वित्तमंत्री ने प्रेस ब्रीफिंग की थी. बताया कि आरबीआई के गवर्नर से बात की तो उन्होंने कहा, "आरबीआई हर खाताधारक के हितों का ख्याल रखेगा." ऐसे ही एक खाताधारक की मौत हो गई. ख्याल क्या ऐसे रखा जा रहा है?