पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने UN में कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की थी, भारत ने जमकर सुनाया
India Pakistan: भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने शहबाज शरीफ की टिप्पणियों को अस्वीकार्य और हास्यास्पद करार देते हुए कहा कि झूठ के साथ सच्चाई का मुकाबला करने की पाकिस्तान की कोशिशों से वास्तविकता नहीं बदलेगी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान जम्मू-कश्मीर की स्थिति की तुलना फिलिस्तीन से की (India Pakistan Kashmir). अब भारत ने इस बयान की तीखी आलोचना की है. करारा जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारतीय क्षेत्र को लेकर लालची है और उसने भारत के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर में चुनाव को बाधित करने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल किया है.
28 सितंबर को भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा UNGA में कहा,
जैसा कि दुनिया जानती है पाकिस्तान ने लंबे समय से अपने पड़ोसियों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है. उसने हमारी संसद, हमारी वित्तीय राजधानी, मुंबई, बाजारों और तीर्थ मार्गों पर हमला किया है. ऐसे देश का कहीं भी हिंसा के बारे में बोलना पाखंड है.
मंगलानंदन ने आगे कहा कि धांधली से भरे चुनावों के इतिहास वाले देश के लिए लोकतंत्र में राजनीतिक विकल्पों के बारे में बात करना असाधारण है. भारतीय प्रतिनिधि ने कहा,
आतंकवाद के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता. पाकिस्तान को ये समझना चाहिए कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद अनिवार्य रूप से परिणामों को आमंत्रित करेगा. दुनिया खुद देख सकती है कि पाकिस्तान असल में क्या है.
शहबाज शरीफ की टिप्पणियों को अस्वीकार्य और हास्यास्पद करार देते हुए भारत ने कहा कि झूठ के साथ सच्चाई का मुकाबला करने की पाकिस्तान की कोशिशों से वास्तविकता नहीं बदलेगी. मंगलनंदन ने कहा,
हमारा रुख साफ है और इसे दोहराने की जरूरत नहीं है.
इससे पहले 27 सितंबर को शहबाज शरीफ ने UNGA में जम्मू-कश्मीर की स्थिति की तुलना फिलिस्तीन से करते हुए कहा था कि लोगों ने अपनी आजादी और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए एक सदी तक संघर्ष किया है. उन्होंने भारत से अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को वापस लेने को कहा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के मुताबिक बातचीत का आग्रह किया.
शहबाज शरीफ ने दावा किया कि नई दिल्ली ने आपसी रणनीतिक संयम व्यवस्था के लिए इस्लामाबाद के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. उन्होंने भारतीय नेतृत्व पर LoC पार करने की धमकी देने का आरोप लगाया. शहबाज शरीफ ने भारत पर पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य क्षमताओं में बड़े पैमाने पर विस्तार करने का भी आरोप लगाया.
भारत ने रणनीतिक संयम पर पाकिस्तानी PM की टिप्पणियों को खारिज करते हुए जवाब दिया कि आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते.
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