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'साज़िश.. क्रूर फैसला!', महुआ मोइत्रा के निष्कासन पर BJP के खिलाफ क्या बोले विपक्षी नेता?

AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा - ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बृजभूषण संसद में हैं और महुआ मोइत्रा को संसद से बाहर कर दिया गया है.

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लोकसभा से निष्कासित हुई महुआ मोइत्रा (फोटो- X)
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ज्योति जोशी
9 दिसंबर 2023 (Updated: 9 दिसंबर 2023, 13:31 IST)
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लोकसभा से महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के निष्कासन पर विपक्ष पार्टियों की प्रतिक्रिया सामने आई है. लगभग हर विपक्षी नेता इस फैसले को BJP की साजिश बता रहा है. कहा जा रहा है कि BJP ने महुआ मोइत्रा को अडानी के खिलाफ बोलने से रोकने के लिए उनकी सदस्यता छीनी है. किसी ने इस फैसले को 'बदले की राजनीति' बताया, तो किसी ने 'लोकतंत्र की विफलता'.

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आरोप लगाया कि मामले की जांच में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. उन्होंने कहा,

आरोप लगाने वालों को क्रॉस एग्जामिन करने की कोशिश तक नहीं की गई. बिना गंभीरता से विचार किए एक सदस्य को निष्कासित करने जैसी बड़ी सजा देना अपमानजनक है. ये राजनीतिक प्रतिशोध की तरफ इशारा करता है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा,

नई संसद और नए नियम. जो भी अडानी के खिलाफ बोलेगा उसे चुप करा दिया जाएगा. महुआ मोइत्रा इसका आदर्श उदाहरण हैं. उन्हें संसद में बोलने ही नहीं दिया गया. अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया गया. ये एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश है. लोकतंत्र आज फेल हो गया.

मामले पर AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, 

ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बृजभूषण संसद में हैं और महुआ मोइत्रा को संसद से बाहर कर दिया गया है. ये बीजेपी की साजिश है. 

PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पोस्ट में लिखा,

ये दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन है. महुआ मोइत्रा जैसी प्रतिभाशाली सांसद को इतना परेशान किया गया, बदनाम किया गया और फिर उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना उन्हें संसद से निष्कासित कर दिया गया. ये वो कीमत है, जो उन्होंने सत्ता के सामने सच बोलने के लिए चुकाई है.

DMK के संयुक्त सचिव और प्रवक्ता सरवनन अन्नादुराई ने कहा,

ये क्रूर फैसला है. संसद लोकतंत्र का मंदिर है. वहां ऐसा नहीं होना चाहिए था. पेश हुई रिपोर्ट पर मतदान से पहले किसी को भी रिपोर्ट देखने नहीं दी गई. ये बीजेपी की स्त्रीद्वेषी मानसिकता दिखाता है. बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न हो या मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन, बीजेपी कभी महिलाओं के साथ खड़ी नहीं हुई. महुआ मोइत्रा को निशाना बनाने की एक ही वजह थी कि उन्होंने अडानी के घोटाले के खिलाफ सवाल उठाए थे.

शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा,

जिस तरह और तेजी से महुआ मोइत्रा का पक्ष सुने बिना उन पर कार्रवाई की गई उससे पता चलता है कि ये उनके खिलाफ एक साजिश है. ये फैसला उन्हें चुप कराने और संसद से दूर रखने के लिए लिया गया है. उन्हें चुनाव के दौरान निलंबित भी कर दिया जाए तो वो दोगुने वोटों से जीतेंगी.

RJD सांसद मनोज झा बोले,

भारतीय लोकतंत्र में आपका स्वागत है. इस तरह के फैसले हमें लोकतंत्र से दूर कर रहा है.

BSP सांसद दानिश अली ने बोला,

अगर आपके पास प्रचंड बहुमत है तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप विपक्ष का गला घोंट देंगे और विपक्षी दलों के सांसदों को निष्कासित कर देंगे.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द किए जाने को ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया है. CM ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस महुआ मोइत्रा के साथ है. महुआ के निष्कासन की आलोचना करते हुए CM ममता बनर्जी ने BJP पर 'प्रतिशोध की राजनीति' करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वो BJP का रवैया देखकर दुःखी हैं.

ये भी पढ़ें - सांसदी वापस पाने के लिए महुआ मोइत्रा के पास अब क्या रास्ते बचे हैं?

इधर, BJP सांसद लॉकेट चटर्जी का कहना है कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है और इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. मामले पर BJP के IT डिपार्टमेंट के हेड अमित मालवीय ने लिखा कि महुआ मोइत्रा संसद में अभद्रता का चेहरा बन गई थीं. संस्था की विश्वसनीयता बहाल करने के लिए उनका निष्कासन जरूरी था. बोले कि इस मामले में ममता बनर्जी पर भी सवाल उठने चाहिए कि वो क्यों एक अपराधी सांसद का समर्थन कर रही थीं.

वीडियो: महुआ मोइत्रा संसद से क्यों निष्कासित हुईं? रिपोर्ट के अंदर की बातें खुल गईं

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