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नोयल टाटा बने टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन, इनकी कहानी बेहद ही शानदार है!

Ratan Tata अब हमारे बीच नहीं हैं. उनके देहांत के बाद Tata Trust के Chairman का पद खाली हो गया था. अब उनके सौतेले भाई Noel Tata को ये जिम्मेदारी (Noel Tata new Chairman of Tata Trusts) सौंपी गई है. मगर इतनी बड़ी जिम्मेदारी उनको सिर्फ रतन टाटा का भाई होने की वजह से नहीं मिली है. जानिए उनकी पूरी कहानी.

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Noel Tata has been appointed as the new Chairman of Tata Trusts, a move that signals continuity and stability within one of India’s most influential philanthropic institutions.
Noel Tata
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सूर्यकांत मिश्रा
11 अक्तूबर 2024 (Updated: 11 अक्तूबर 2024, 14:32 IST)
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रतन टाटा भले हमारे बीच नहीं हैं मगर टाटा वो शख्सियत हैं जिन्होंने दुनिया की बिजनेस बिरादरी का हमारी असल ताकत से परिचय करवाया. देश की पहली स्वदेशी कार इंडिका लॉन्च की, तो लखटकिया नैनो उतार कर रौला जमाया. लगभग खत्म हो चुकी Land Rover को खरीदा और फिर 'स्पीड' पकड़ा दी. कहने का मतलब रतन टाटा के बारे में क्या ही कहें. लेकिन आज बात Noel Tata की जिनको (Noel Tata new Chairman of Tata Trusts) अब Tata Trusts का नया Chairman बनाया गया है. 

Noel Tata को चेयरमैन बनाने का निर्णय बोर्ड द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया. रतन टाटा की शोक-सभा के बाद बोर्ड की मीटिंग हुई जिसमें टाटा ट्रस्ट के बोर्ड ने उनको इस जिम्मेदारी के लिए चुना.

Noel Tata सिर्फ रतन टाटा के भाई नहीं बल्कि बहुत बड़े बिजनेस माइंड हैं. उनकी कारोबारी समझ की दुनिया कायल है. उनका  25 साल का अनुभव और नया-नवेला कारनामा बताता है कि वो बिजनेस में मुकेश अंबानी को भी चुनौती दे सकते हैं. जो आपको लगे कि बेकार में किसी को भी ‘हीरो’ बना रहे तो हम इनके बारे में आपको बता देते हैं. फिर आप बताना कि हमने सही लिखा या नहीं.

Noel Tata ही क्यों?

ये कौन महानुभाव हैं वो एक अल्पविराम के बाद बताएंगे. पहले जरा टाटा ग्रुप में इनकी भूमिका को जानते हैं. Westside, Trent, Tanishq, Titan, Titan Eye, Fastrack जैसे ब्रांड इनके दिमाग की ही उपज हैं. इसके साथ ही वो Tata International और Tata Steel में चेयरमेन हैं. हो सकता है आपने इनमें से किसी का नाम नहीं सुना हो. अरे भाई नाराज मत होइए. गणित स्टाइल में मान लेते हैं कि नहीं पता होगा.

इसलिए हम आपको एक और नाम बताते हैं. Zudio नाम तो आपने पक्का सुना होगा. TATA प्रोडक्ट जो Gen Z को फोकस करता है. कलेक्शन एकदम लेटेस्ट, फंकी और कलरफुल डिजाइन के साथ कीमत भी एकदम पॉकेट फ़्रेंडली. जो आपको लगे कि ऐसी भाषा में क्यों बता रहे तो ये Gen Z की बात करने का स्टाइल है बाबा. Zudio जिसके स्टोर में जाकर रील बनाना हर सोशल मीडिया धुरंधर का पहला कर्तव्य है. इस Zudio के कर्ता-धर्ता भी Noel Tata ही हैं.

Noel Tata is the new Chairman of Tata Trusts: know everything about him
Zudio

साल 2015 में लॉन्च हुए इस ब्रांड ने पिछले 4-5 सालों में कपड़ा फाड़ परफॉर्मेंस दी है. Zudio के रिटेल स्टोर की सक्सेस की वजह से इसकी पेरेंट कंपनी Trent की कुल वैल्यू 2.4 लाख करोड़ पहुंच गई है. एक के आगे जीरो लगाकर माथा खराब नहीं करते और मीम की भाषा में समझते हैं. एक मीम आपने अक्सर देखा होगा जिसमें कहा जाता है कि फलां कंपनी को या फलां खिलाड़ी को तो फलां आदमी नाश्ते में ही खा जाएगा. उदाहरण के लिए विराट कोहली का हारिस राउफ को मारा गया छक्का बाबर आजम के पूरे करियर को निगलने के लिए काफी है.

ऐसे ही है 2.4 लाख करोड़ रुपये. मार्केट कैप के हिसाब से देश की 38वीं सबसे बड़ी कंपनी. 38वां नंबर अगर ज्यादा लग रहा तो बता दें कि टाटा स्टील इस लिस्ट में 48वें नंबर पर है. मतलब अगर कपड़ों के मार्केट की ही बात करें तो देश की कई नामी कंपनियों को Zudio नाश्ते में चट कर सकता है. खुद टाटा ग्रुप के अंदर उनकी कंपनी टाइटन तीसरे नंबर पर है. टाटा ग्रुप में 16 लाख करोड़ रुपये के साथ TCS पहले नंबर पर और टाटा मोटर्स 4 लाख करोड़ के साथ दूसरे नंबर पर. मतलब घर में भी जलवा. Zudio की हालिया सफलता बताती है कि मिस्टर टाटा रिटेल कारोबार के बादशाह मुकेश अंबानी को टक्कर दे सकते हैं.

पता है-पता है आप कहोगे कि कहां रिलायंस और कहां Trent. बात तो आपकी सही है, मगर आधी. आज की तारीख में रिलायंस की मार्केट वैल्यू 20 लाख करोड़ रुपये है. मतलब Trent से मोटा-माटी 10 गुना. मगर वो पूरे ग्रुप की मार्केट वैल्यू है. रिटेल सेक्टर में कंपनी की वैल्यू 9 लाख करोड़ रुपये है. अभी भी Trent से 5 गुना ज्यादा. मगर हम अभी Titan को भूल गए. Titan का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपये है. मतलब रिलायंस का आधा तो ऐसे ही हो गया. अभी भी आप कह सकते हैं कि मंजिल दूर है. मगर Noel को ऐसा नहीं लगता. उनके मुताबिक सिर्फ Trent का कारोबार 10 गुना तक हो सकता है. मतलब 24 लाख करोड़ रुपये.

Tata International से स्टार्ट

टाटा इंटरनेशल से अपना करियर स्टार्ट करने के बाद साल 1999 में Noel को Trent का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया. इस कंपनी को उनकी मां Simone Dunoyer ने स्टार्ट किया था. Noel ने इस कंपनी के अंदर Westside जैसा सफल बिजनेस बनाया. साल 2003 में वो टाइटन और Voltas के बॉस बने. उनकी लीडरशिप में Titan Eye और Fastrack जैसे ब्रांड लॉन्च हुए. Tanishq की चमक पूरे देश में फैली. तकरीबन 25 साल में उन्होंने रिटेल बिजनेस में बहुत सफलता हासिल कर ली है. ऐसे में अगर वो मुकेश अंबानी के रिटेल बिजनेस को चुनौती देते हैं तो आश्चर्य नहीं होगा. वैसे जब इतना जान लिए तो एक बात और बता देते हैं. मुकेश अंबानी भी Zudio जैसा जुगाड़ इंडिया में लॉन्च करने की तैयारी में हैं. कैसे वो आप लिंक पर क्लिक करके जान लीजिए.

अरे कहां चल दिए. अभी जाना नहीं है. ये भी जान लीजिए कि Noel Tata और रतन टाटा का रिश्ता क्या है. वो रतन टाटा के सौतेले भाई हैं. दोनों ही Naval Tata के बेटे हैं, मगर Noel का जन्म Naval Tata की दूसरी पत्नी Simone Dunoye से हुआ है. वहीं रतन टाटा की मां का नाम Sooni Commissariat है.

अरे आप फिर चल दिए. अभी रुको क्योंकि Noel Tata का एक और रिश्ता है. वो टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन Cyrus Mistry के जीजा हैं. सायरस मिस्त्री की बहन Aloo Mistry से उनकी शादी हुई है. Cyrus को 2011 में टाटा ग्रुप का चेयरमैन बनाया गया था. 2016 में उनसे ये जिम्मेदारी वापस ले ली गई थी. सितंबर 2022 में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी.

आज यानी 11 अक्टूबर 2024 को उनको टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बना दिया गया तो क्या रतन टाटा को दुनिया भूल जाएगी. नहीं क्योंकि इसका जवाब तो वीरेंद्र सहवाग ने बरसों पहले दे दिया था. उनके मुताबिक क्रिकेट में सचिन… हैं. यही बिजनेस में रतन टाटा हैं. 

जवाब सबको पता है.
 

वीडियो: खर्चा पानी: रतन टाटा ने Tata Group कैसे खड़ा किया

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